Free Ration : राशन कार्ड धारकों के लिए आई बड़ी खबर, दिवाली पर फ्री में मिल रहा है राशन 

राशन कार्ड धारकों को  सरकार ने दिवाली गिफ्ट दिया है, दिवाली के मौके पर सरकार राशन कार्ड धारकों को फ्री में राशन दे रही है जिससे देश के लाखों लोगों को इसका फायदा होगा। जाने कीन्हे मिलेगा इसका लाभ। 
 

HR Breaking News, New Delhi : देशभर में दिवाली से ठीक पहले फ्री राशन का वितरण शुरू हो गया है. अगर आप राशन कार्ड धारक  है, तो आप अपनी राशन की दुकान पर जाकर राशन ले सकते है. PMGKAY के लाभार्थियों को फ्री राशन दिया जा रहा है. दिवाली से पहले केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों के अनुसार, आप फ्री राशन ले सकते हैं. इस समय लाभार्थियों को अगस्त महीने का राशन बांटा जा रहा है. 

31 अक्टूबर तक मिलेगा


आपको बता दें उत्तर प्रदेश में फ्री राशन का वितरण 20 अक्टूबर से शुरू हो गया है. यह राशन सभी लाभार्थी को 31 अक्टूबर 2022 तक मिलेगा. इस संबध में उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. 

कितना मिलेगा राशन 


अपर खाद्य आयुक्त अनिल कुमार दुबे के अनुसार, राशनकार्ड धारकों को पोर्टेबिलिटी के 5Kg प्रति यूनिट चावल प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी. साथ ही चीनी का भी वितरण किया जा रहा है. 

बांटी जा रही चीनी 


आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के अन्त्योदय राशनकार्ड धारकों को जुलाई-अगस्त-सितम्बर माह की 3 किलो चीनी 18 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बांटी जा रही है. आप राशन की दुकान पर दिवाली से पहले सस्ते में चीनी ले सकते हैं. साथ ही फ्री राशन का लाभ भी ले सकते हैं.  


महाराष्ट्र में मिल रही ये खास चीजें


वही दूसरी ओर महाराष्ट्र सरकार ने दिवाली के मौके पर राज्य के राशनकार्ड धारकों को दिवाली त्योहार के लिए 100 रुपये में किराने का सामान देने का फैसला किया है. 100 रुपये के पैकेट में आपको 1 किलो रवा (सूजी), मूंगफली, खाद्य तेल और पीली दाल मिलेगी. महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि राज्य में ऐसे 1.70 करोड़ परिवार या 7 करोड़ लोग हैं, जिनके पास राशन कार्ड की सुविधा है. वे राशन की दुकानों से खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं.

दिसंबर तक मिलेगा फ्री राशन


आपको बता दे कि केंद्र सरकार ने दिसंबर 2022 तक फ्री राशन देने की सुविधा को बढ़ा दिया है. केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार कार्डधारकों को फायदा दे रही है. कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर से यह सुविधा शुरू की गई थी.