हरियाणा में बढ़ रहा अवैध कालोनियों का जाल, भू माफियाओं पर रखी जाएगी ड्रोन से निगरानी
कैथल भर में लगातार अवैध कालोनियां काटी जा रही हैं। ऐसा नहीं है कि विभाग की तरफ से कार्रवाई नहीं की जा रही। डीटीपी विभाग की टीम कार्रवाई करती है और निर्माण कार्यों को गिराकर आ जाती है। उसके कुछ महीनों बाद दोबारा से अवैध निर्माण शुरू कर दिए जाते हैं।
साल 1975 से अब तक जिले भर में 152 अवैध कालोनियां काटी जा चुकी हैं। अब डीटीपी विभाग की तरफ से इन सभी अवैध कालोनियों का ड्रोन से सर्वे करवाया जाएगा। राजौंद और चीका में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। अब जल्द ही कैथल और पूंडरी में सर्वे शुरू होगा।
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बता दें कि करीब एक साल पहले हरियाणा के सभी जिलों से अवैध कालोनियों को लेकर जानकारी मांगी गई थी। प्रापर्टी डीलरों से आवेदन मांगे गए थे। कैथल में 61 अवैध कालोनियों की जानकारी दी गई थी। बता दें कि कालोनी काटने वाले डीलर को सबसे पहले जिला नगर योजनाकार विभाग की तरफ से एनओसी लेनी होती है।
कई कालोनियां ऐसी हैं जिनमें तहसील कार्यालय की तरफ की रजिस्ट्रियां की जा चुकी हैं। इस मामले में सरकार की तरफ से तहसीलदार, पटवारी और क्लर्क पर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि जिला नगर योजनाकार विभाग की तरफ से लगातार अवैध कालोनियों पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग की तरफ से सभी तहसीलदारों को भी लिखा हुआ है कि अवैध कालोनियों में रजिस्ट्री ना करें।
सर्वे में यह ली जा रही जानकारी
ड्रोन सर्वे में जानकारी हासिल की जा रही है कि किस कालोनी में कितना एरिया खाली है और कितने एरिया में मकान बने हुए है। कालोनियों में पानी, बिजली और सड़कों की सुविधा है या नहीं। कालोनी के कितने हिस्से में मकान बन चुके हैं। कालोनी में कितने प्लाट खाली हैं। कौनसे बिजली घर से बिजली दी जा रही है।
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जिले भर की अवैध कालोनियों का ड्रोन से सर्वे शुरू हो चुका है। पहले चरण में चीका और राजौंद का सर्वे पूरा कर लिया गया है। विभाग के कर्मचारी भी सर्वे टीम के साथ मौजूद रहते हैं। सर्वे पूरा होने के बाद निदेशालय को अंतिम रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
- अनिल कुमार, जिला नगर योजनाकार अधिकारी।