Parenting Tips: गुगल से भी तेज चलेगा आपके बच्चे का दिमाग, आज ही शुरू कर दें ये काम 
 

हर माता-पिता यह चाहता है कि उसका बच्चा खेलकुद व शिक्षा आदि के क्षेत्र में सबसे आगे रहे। जिसके चलते मां-बाप बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों के साथ करने लग पड़ते है। जो बिल्लकुल गलत है। आइए यहा जानतें है बच्चों के बेहतर विकास और उनके दिमाग को तेज करने वाले ट्रिक्स के बारे में। 
 
 

HR Breaking News, Digital Desk- हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा तेज और होशियार हो। वह अपनी क्लास में नंबर वन आए। लेकिन चाहत और हकीकत में दिन रात का फर्क होता है। ज्यादातर माता-पिता बच्चों को नंबर वन बनाने के लिए प्रेशराइज करने लगते हैं।

उन्हें लगता है कि बच्चा पढ़ाई के जरिए ही स्मार्ट और तेज बन सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है पढ़ाई के अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो बच्चों का दिमाग तेज कर सकती है। तो आइए आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी ट्रिक्स के बारे में जिनकी मदद से आप बच्चों का दिमाग तेज कर सकते हैं।


क्रिएटिव खेल खिलने के लिए प्रोत्साहित करें-

बच्चे को तेज तर्रार बनाने के लिए जरूरी है कि आप उसे अलग-अलग क्रिएटिव खेल खेलने के लिए बच्चों को प्रेरित करें। ऐसा करने से बच्चे की लैंग्वेज, कम्युनिकेशन और सोशल स्किल्स अच्छी होती हैं। क्रिएटिव खिलौने बच्चे की कल्पना को विकसित करने का एक बेहतर विकल्प हैं।

बच्चे के साथ समय बिताएं-

बच्चों के मानसिक विकास के लिए जरूरी है कि आप उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। इस दौरान बच्चा आपसे काफी बातचीत करता है और अपनी भावनाओं, कल्पनाओं को व्यक्त कर पाता है। बातचीत के दौरान बच्चे आपकी भाषा और व्यवहार को काफी ध्यान से देखते हैं। जिससे उसकी कम्युनिकेशन, सोशल स्किल्स और स्पीच में डेवलपमेंट देखने को मिल सकती है।


माइंड गेम्स खेलें-

बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए उनके साथ माइंड गेम्स खेलें। ऐसा करने से उनका दिमाग तेज होगा और उनका मानसिक विकास हो पाएगा। आप बच्चों के साथ पजल, चेस जैसी कई खेल खेल सकते हैं। जिससे बच्चे का दिमाग तेज होगा और उसके सोचने की क्षमता बढ़ेगी।

मैथ्स के कैलकुलेशन कराएं-

बच्चों का ही नहीं बड़ों का दिमाग भी कैलकुलेशन के जरिए तेज हो सकता है। इसके लिए आपको बच्चों के साथ थोड़ा सा वक्त बिता कर हर दिन 20 से 25 मिनट मैथ्स के सवाल पुछने होंगे। जिसकी आप जोड़ने और घटाने जैसे सवालों से शुरुआत कर सकते हैं। ऐसा करने से बच्चे खेल-खेल में कैलकुलेशन करना सीख जाएंगे।


बच्चे को पढ़कर सुनाएं-

कहा जाता है कि इंसान का दिमाग बचपन में ज्यादा तेज होता है। ऐसे में आप बच्चों को जो कुछ भी बोलते हैं, सीखाते हैं वह उन्हें याद रहता है। पेरेंट्स को अपने बच्चों को नई-नई किताबों और कहानियों को पढ़ कर सुनाना चाहिए। इससे बच्चों की मेमोरी शार्प होती है।