UP में 548 दिन में तैयार होगा एक और नया लिंक एक्सप्रेसवे, 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से फर्राटा भरेंगे वाहन

Expressway In UP : यूपी में कई नए एक्सप्रेसवे का लगातार निर्माण हो रहा है। अब यूपी में एक और नए एक्सप्रेसवे का निर्माण होने वाला है। ये नया एक्सप्रेसवे (New Expressway In UP) 548 दिनों में बनने वाला है। इसकी वजह से जिले लिंक होने वाले हैं। इस हाईवे पर से 120  किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फर्राटे भरने वाले हैं। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।

 

HR Breaking News - (Chitrakoot Link Expressway Latest Update)। उत्तर प्रदेश को देश के हर कोने के साथ कनेक्ट करने के लिए योगी सरकार नए एक्सप्रेसवे और हाइवे का निर्माण कर रही है। यूपी में अब एक और नए एक्सप्रेसवे का निर्माण होने वाला है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway) के निर्माण कार्य को शुरू किया जाने वाला है। इस सड़क को वाराणसी-बांदा मार्ग से कनेक्ट किया जाएगा। इससे चित्रकूट की यात्रा आसान हो जाएगी। इसके अलावा यहां पर यात्रियों को भी काफी लाभ होने वाला है। 

UPEIDA ने बनाई योजना-

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट को एक्सप्रेसवे (Expressway in UP) की कनेक्टिविटी मिलने वाली है। वाराणसी-बांदा मार्ग पर एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना को मंजूरी दे दी गई है। 15.17 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे को 548 दिनों में बनाकर तैयार कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) की ओर से इस संबंध में योजना तैयार की गई है।

इतने दिनों में तैयार होगा एक्सप्रेसवे-

इस एक्सप्रेसवे को 548 दिनों में तैयार करने की रणनीति बनाई जा रही है। यह लिंक एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) से कनेक्टेड होने वाला है। इससे दिल्ली या प्रदेश के अन्य भागों से चित्रकूट आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिल जाएगी। इस इलाके में जाम जैसी स्थिति से भी राहत मिलने वाली है। इसके साथ ही, एक्सप्रेसवे (New Expressway in UP) के निर्माण के बाद क्षेत्र में औद्योगिक विकास की योजनाओं को गति मिल सकती है।

इतने बजट में तैयार हो जाएगा एक्सप्रेसवे-

बुंदेलखंड को नई रफ्तार देने की दिशा में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway Distance) की ओर से एक बड़ा कदम माना जा रहा है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की कार्ययोजना तैयार कर दी गई है। यह परियोजना 18 महीनों में पूरी की जाने वाली है। इसमें 514.17 करोड़ रुपये की लागत (Chitrakoot Link Expressway Cost) आने वाली है। यह लिंक एक्सप्रेसवे चित्रकूट को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए क्षेत्रीय, धार्मिक और पर्यटक यातायात के लिए एक नई दिशा प्रदान करने वाला है।

सुगम और तेज आवागमन को सुनिश्चित करेगा ये एक्सप्रेसवे-

15.175 किलोमीटर लंबे चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण फोरलेन के रूप में किया जाने वाला है। इसे बाद में छह लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट (Chitrakoot Link Expressway) के तीर्थस्थलों और पर्यटक स्थलों तक सुगम एवं तेज आवागमन सुनिश्चित करने वाला है।

इस मोड पर होगा कार्य-

चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना को EPC (Engineering, Procurement and Construction) मोड पर विकसित किया जाने वाला है। इसके तहत कई आधुनिक सुविधाएं और संरचनाएं भी शामिल की जाने वाली है। इस एक्सप्रेसवे में 40 मीटर चौड़ा कैरियज वे का निर्माण किया जाने वाला है।

एक्सप्रेसवे (Expressway In UP) पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। एक्सप्रेसवे पर फ्लाईओवर, ओवरपास, अंडरपास और छोटे पुलों का निर्माण किया जाने वाला है। एक्सप्रेसवे के अप्रोच सेक्शन पर 10 मीटर ऊंचे पोल, 30 मीटर ऊंचे मास्ट लाइट्स लगाए जाने वाले हैं।

एक्सप्रेसवे पर मिलेगी ये सुविधाएं-


लिंक एक्सप्रेसवे पर आधुनिक लाइटिंग, उन्नत ड्रेनेज सिस्टम, आधुनिक ट्रैफिक साइनबोर्ड्स लगाए जाने वाले हैं। इसके अलावा, वेसाइड एमिनिटीज (Service on Expressway) का विकास किया जाने वाला है। इसमें टॉयलेट ब्लॉक्स, ट्रक पार्किंग, टोल प्लाजा को भी शामिल किया गया है। सेतुओं के पास 200 मीटर लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड का निर्माण होगा। सर्विस रोड को मुख्य कैरियज (Expressway Latest Update) वे से जोड़ने के लिए 3.75 मीटर चौड़ी लिंक रोड बनने वाली है।

क्वालिटी कंट्रोल मैकेनिज्म से निगरानी-


परियोजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए बहु-स्तरीय क्वालिटी कंट्रोल मैकेनिज्म लागू किया जाने वाला है। निर्माण (chitrakoot link expressway news) सामग्री से लेकर हर चरण पर नियमित निरीक्षण और क्वालिटी असेसमेंट किया जाने वाला है। यूपीडा ने इसके लिए मास्टर प्लान और डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय किया जा रहा है। इसके साथ ही एक्सप्रेसवे (chitrakoot link expressway project) परियोजना को जमीन पर उतारने की तैयारी शुरू हो जाएगी।