UP News : अब ग्रीनफील्ड हाईवे के लिए होगा भूमि अधिग्रहण, इन जिलों के 78 गांवों की जमीन की चिन्हित
UP News : उत्तर प्रदेश में नए-नए हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। अब हाल ही में ग्रीनफील्ड हाईवे को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। डिपार्टमेंट की ओर से अब ग्रीनफील्ड नेशनल हाइवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इस ग्रीनफील्ड नेशनल हाइवे (UP Greenfield National Highway )के निर्माण के लिए 78 गांवों की जमीन की चिन्हित किया जाएगा।
HR Breaking News (UP News) अब यूपी के ग्रीनफील्ड हाइवे की खूब चर्चां हो रही है। अब इस नए ग्रीनफिल्ड हाईवे के निर्माण से पर्यटन स्थलों की भी तस्वीर बदलेगी। ग्रीनफील्ड हाइवे के निर्माण से लगभग 78 गांवों को फायदा पहुंचने वाला है।
यूपी में इस ग्रीनफील्ड हाइवे (Greenfield Highway) के निर्माण से अठहत्तर गांवों में खुशी देखी का माहौल देखा जा रहा है। इसके लिए जिलों के 78 गांवों की जमीन को चिन्हित किया गया है। आइए खबर में जानते हैं कि इस हाईवे के बारे में।
कहां से शुरू होगा ये नया हाईवे
दरअसल, सबसे पहले तो आप यह जान लें कि कानपुर-सागर नेशनल हाइवे (Kanpur-Sagar National Highway)अब ग्रीन फील्ड हाइवे में बदला जाएगा। जैसे ही केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से मंजूरी मिली है, उसके बाद एनएचएआई, ग्रीन फील्ड हाइवे (Green Field Highway) के रास्ते में जो अठहत्तर गांव पड़ते हैं, उनकी मजरों की भूमि के अधिग्रहण किया जाएगा।
यूपी के कानपुर से कबरई तक ग्रीनफील्ड नेशनल हाइवे के लिए डिपार्टमेंट की ओर से भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) करने की तैयारी शुरू हो गई है। बता दें कि तीन जिलों के अठहत्तर गांवों से होकर ग्रीनफील्ड हाइवे से बुंदेलखंड के उद्योगों को नए आयाम मिल सकेंगे।
कौन कर रहा नेशनल हाइवे का रख रखाव
बता दें कि आज से कुछ दशक पहले कानपुर से कबरई (Kanpur to Kabrai) तक अरबों रुपये खर्च कर टू लेन का हाइवे का निर्माण किया गया था। पीएनसी इस डिवाइडर विहीन कानपुर-कबरई नेशनल हाइवे (Kanpur-Kabrai National Highway Updates) का रखरखाव कर रही है।
पिछले दो दशकों में तो इस नेशनल हाइवे में भारी वाहनों का खूब दबाव देखा गया है। यह नेशनल हाईवे हर रोज के ओवरलोड वाहनों की आवाजाही से छलनी हो गया है। ऐसा शायद ही कोई दिन होगा, जब कानपुर से लेकर कबरई तक खूनी हादसे ना होते हों। हर रोज इस नेशनल हाईवे पर खूनी हादसे हो रहे हैं।
अठहत्तर गांवों को मिलेगी उद्योगों की नई दिशा
इसके साथ ही कानपुर-कबरई नेशनल हाइवे (Kanpur-Kabrai National Highway) के मध्य हमीरपुर का यमुना और बेतवा पुल पर भी वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। बता दें कि बुंदेलखंड के जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों की मांग पर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय (Union Ministry of Road Transport) ने कानपुर से कबरई तक 111 किमी लम्बे नेशनल हाइवे को ग्रीन फील्ड हाइवे बनाने को लेकर ऐलान कर दिया है।
इसे लेकर अब यहां एनएचएआई भी तैयारियों में जुट गई है। यह ग्रीन फील्ड हाइवे कानपुर, हमीरपुर और महोबा के अठहत्तर गांवों से होते हुए गुजरेगा। जिससे इन गावों के उद्योगों को नई दिशा मिलेगी।
इन 78 गानों की ली जाएगी मजरों की भूमि
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कहना है कि कानपुर से कबरई तक ग्रीन फील्ड हाइवे (Green Field Highway) अठहत्तर गांवों मजरों से होकर जाने वाला है। इस नए हाईवे के निर्माण के लिए कानपुर के 49 और हमीरपुर में उन्नीस और महोबा के दस गांवों की मजरों की भूमि को चिन्हित किया गया है।
यह ग्रीन फील्ड हाइवे 112 किमी लम्बा होने वाला है। राज्यसभा सांसद ने इस बारे में बताया है कि ग्रीन फील्ड हाइवे (UP New Highway) बनने से कानपुर, हमीरपुर और महोबा के पिछड़े अठहत्तर गांव मजरे में चमक आएगी और इससे इन गांव के लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिल जाएंगे।
भूमि अधिग्रहण को लेकर तैयारी शुरू
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एनएचएआई (NHAI) ने कानपुर से कबरई तक ग्रीन फील्ड नेशनल हाइवे को लेकर भूमि अधिग्रहीत (Land acquired for highway)का काम शुरू कर दिया है।
कानपुर के उनचास गांवों के साथ ही हमीरपुर में रमेड़ी डांडा, मंझूपुर, हेलापुर, सुमेरपुर ग्रामीण, गहबरा, लरौंद, इंगोहटा, कलौलीतीर, मकरांव समेत उन्नीस गांव के मजरे तो होंगे ही और साथ ही महोबा के दस गांवों की चिन्हित जमीन के अधिग्रहण के बाद ग्रीन फील्ड हाइवे बनाने का रास्ता भी क्लियर हो गया है। इस हाईवे के निर्माण से इन गांवों में किसान और नौजवानों में बड़ी खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
