Bank Grahak : बैंक ग्राहकों की बल्ले-बल्ले! कई सुविधाएं हुई निशुल्क, नहीं कटेगा पैसा

बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए नई सुविधा शुरू की है। जिसे ‘फुल वैल्यू आउटवर्ड रेमिटेंस’ नाम दिया गया है। इसमें ग्राहकों के कई तरह के शुल्क को खत्म कर दिया गया है जानिए योजना की डिटेल।
 

HR Breaking News : नई दिल्ली : एचडीएफसी बैंक ने अपने ट्रेड और रिटेल ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा शुरू की है। इस नई सेवा का नाम ‘फुल वैल्यू आउटवर्ड रेमिटेंस’ है जिसमें यूएस डॉलर, यूरो और पाउंड स्टर्लिंग के एक्सचेंज पर बैंक द्वारा कोई शुल्क नहीं काटा जाएगा। 
हालांकि, यह सुविधा तब के लिए है जब कोई ग्राहक विदेश में पैसा भेजता है।

बैंक शुल्क पर छूट की यह नई सेवा जावक प्रेषण के लिए है। अगर विदेश में किसी व्यक्ति को डॉलर, यूरो या पाउंड में पैसा भेजा जाता है, तो एचडीएफसी बैंक उस पर अपना कोई शुल्क नहीं काटेगा। इसे विदेशी बैंक शुल्क कहा जाता है। इस सेवा से उन लोगों को फायदा होगा जो अमेरिकी स्टॉक या किसी विदेशी स्टॉक में निवेश करते हैं।


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विदेश भेजने वाली राशि की लिमिट


दरअसल, अमेरिकी शेयर खरीदने से पहले निवेशक को अपने रुपये से डॉलर खरीदना होता है। यह खरीदारी रिजर्व बैंक द्वारा की गई लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) में तय लिमिट के मुताबिक की जाती है। मौजूदा एलआरएस नियमों के अनुसार, भारत का एक नागरिक, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है, एक वित्तीय वर्ष में 2.5 लाख अमरीकी डालर का भुगतान कर सकता है। डॉलर के मौजूदा रेट पर नजर डालें तो 78 रुपए के हिसाब से यह रकम 1.95 करोड़ रुपए है। यानी 1.95 करोड़ रुपये के बराबर की राशि विदेश भेजी जा सकती है।

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डॉलर, पाउंड और यूरो भेजने पर कोई शुल्क नहीं कटेगा


 एचडीएफसी बैंक ने व्यापार से संबंधित लेनदेन के लिए पूर्ण मूल्य प्रेषण की सुविधा भी शुरू की है। डॉलर के साथ विदेश में पाउंड और यूरो भेजने के लिए बैंक कोई शुल्क नहीं काटेगा। बैंक के बचत खाते और चालू खाताधारक इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे और व्यापार और खुदरा प्रेषण पर बैंक शुल्क में छूट प्राप्त कर सकेंगे। एचडीएफसी बैंक का कहना है कि रिटेल के साथ-साथ ट्रेड ग्राहकों को भी इस सुविधा की काफी जरूरत थी। इसी को ध्यान में रखते हुए बैंक ने रेमिटेंस में ग्राहकों की सुविधा बढ़ा दी है। बैंक का कहना है कि यह पहल कारोबार के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित होगी।


ये है नियम 


 बैंक के रेमिटेंस चार्ज की बात करें तो इसमें जावक (विदेश भेजना) और आवक दोनों शामिल हैं। 500 अमरीकी डालर या उससे अधिक भेजने के लिए, 500 रुपये का कमीशन लगाया जाता है। 500 डॉलर से ज्यादा भेजने पर 1000 रुपये का कमीशन लगता है। हालांकि, आवक प्रेषण के लिए कोई शुल्क नहीं है। FCY नकद बिक्री के लिए कोई शुल्क नहीं है। इसके अलावा सभी विदेशी मुद्रा लेनदेन पर जीएसटी काटा जाता है जो कि ऊपर बताए गए शुल्क के अतिरिक्त है। 1 लाख रुपये तक के मुद्रा विनिमय पर, 0.18 प्रतिशत जीएसटी और न्यूनतम 45 रुपये और अधिकतम 180 रुपये जीएसटी वसूला जाता है। 1 लाख रुपये से 10 लाख रुपये के बीच मुद्रा विनिमय पर 180 रुपये प्लस 0.09% जीएसटी, न्यूनतम 180 रुपये और अधिकतम 990 रुपये के अधीन।