Credit Card - निकलना चाहते है ऑनलाइन क्रेडिक कार्ड के झंझट से, तो अपनाए ये तरीका
 

अक्सर ऐसा होता है कि लोग अपनी इनकम और खर्च में ताल मेल नहीं बैठा पाते। जिसकी वजह से वो कर्ज के जाल में फंस जाते हैं। क्रेडिट कार्ड से ज्यादा खरीदारी करना भी तब महंगा पड़ जाता है। जब हम उसका भुगतान समय पर नहीं कर पाते और इंटरेस्ट रेट बढ़ता जाता है। अगर आप ऑनलाइन क्रेडिक कार्ड के झंझट से निकलना चाहते है तो अपनाए ये तरीका। 
 
 

HR Breaking News, Digital Desk- इन्दिरानगर इलाके के रहने वाले शशिकान्त सिंह ने क्रेडिट कार्ड इतनी शॉपिंग कर ली कि उनका कर्ज बेहद बढ़ गया। अब आलम ये है कि वो महीने का मिनिमम पे भी नहीं चुका पा रहे। दरअसल ये कहानी सिर्फ शशिकान्त की ही नहीं है बल्कि ऐसे हजारों और लाखों लोग हैं जो बिना सोचे-समझे शॉपिंग करने की वजह से इस तरह के कर्ज और लोन के जाल में फंस जाते हैं।

फिर चाह कर भी जल्दी इससे निकल नहीं पाते। ये सच भी है कि इस तरह के कर्ज के जाल से निकलना आसान भी नहीं होता। वजह ये है कि अगर आपने क्रेडिट कार्ड के कर्ज का पूरा भुगतान एक साथ नहीं किया है तो उसपे आपको हर महीने ज्यादा ब्याज देना पड़ता है। तो आइये हम आपको आज बताते हैं कि इस कर्ज के मकड़जाल से कैसे निकलें।


खराब होने लगता है सिबिल स्कोर-
समय पर भुगतान न करने का सबसे बड़ा जो नुकसान होता है वो यह कि इससे आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर खराब होने लगता है। सिबिल स्कोर खराब होने पर आपको किसी भी तरह का लोन मिलने में दिक्कत आती है। कर्ज के इस मकड़ जाल से निकलने के लिए जा काम आपको सबसे पहले करना है वो ये कि आपको अपने पुराने कर्ज को पहले खत्म करना होगा। हालांकि, यह कहने में जितना आसान है करने थोड़ा मुश्किल होता है। इसके लिए आपको बहुत सोच-समझकर रणनीति बनानी होती है -


1. सबसे पहले आप अपनी इनकम और कुल लोन को कैलकुलेट करना चाहिए। इससे आपको यह अंदाजा लग जाएगा कि आप लोन का पेमेंट कैसे करेंगे।

2. इसके बाद नंबर आता है क्रेडिट कार्ड का। वजह ये कि क्रेडिट कार्ड का पेमेंट समय पर नहीं होने पर हमें काफी ज्यादा इंटरेस्ट रेट से ब्याज का पेमेंट करना पड़ता है। इतना ही नहीं इंटरेस्ट रेट के साथ ज्यादा पेनाल्टी भी देना पड़ता है। जिसका असर हमारे सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर पर भी पड़ता है।

अगर ऐसा है तो आपको किसी दोस्त, रिश्तेदार से उधार लेकर सबसे पहले क्रेडिट कार्ड का कर्ज चुकाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो आप पर्सनल लोन लेकर एकसाथ सभी बिल को क्लियर कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड के इंटरेस्ट की तुलना में पर्सनल लोन काफी कम दरों पर मिल जाता है।

3. क्रेडिट कार्ड के बिल का पूरा पेमेंट एक साथ ही करना चाहिए। आप केवल मिनिमम बैलेंस पे करते रहेंगे तो आप कर्ज के जाल में पूरी तरह फंस जाएंगे। ऐसे में हमेशा से पूरे बिल का भुगतान किए जाने की सलाह दी जाती है।


4. अगर आपको लगता है कि आपका खर्च आपके इनकम से ज्यादा है तो आपको तत्काल अपना बजट बनाना चाहिए। इसमें आपको गैर-जरूरी खर्चों की पहचान करना चाहिए। आपको यह देखना चाहिए कि किस खर्चे को आप आगे के लिए टाल सकते हैं। इससे आपको अपने बिना मतलब के खर्च में कमी लाने में मदद मिलेगी।

5. अगर आपका कर्ज अलग-अलग जगहों से है तो सबसे पहले कोशिश बैलेंस ट्रांसफर की करनी चाहिए। आपको सबसे कम इंटरेस्ट रेट पर लोन देने वाले लेंडर के पास सभी लोन को ट्रांसफर करना चाहिए। इसके अलावा आप ऐसी प्रोपर्टीज को बेचने के बारे में सोच सकते हैं जो आपके काम का नहीं है या जिससे किसी तरह की इनकम जेनरेट नहीं होती है।