Home Loan EMI : फ्लैट या घर खरीदने के लिए कितनी होनी चाहिए महीने की सैलरी, जान लें पूरी कैलकुलेशन
HR Breaking News - (Home Loan)। अपना घर खरीदने का सपना हर किसी का होता है। क्योंकि किराये के मकान में कई पाबंदियां होती है। वहीं, हर महीने एक मोटी रकम रेंट भरने में ही चली जाती है। ऐसे में इन मुसीबतों से छूटकारा पाने के लिए कुछ लोग नौकरी (Salary for Home Loan) लगते ही सबसे पहले खुद का घर खरीदने की सोचते हैं। खासकर तेजी से विकसित होते हुए शहरों में ये ट्रेंड जोरों पर है। चाहे बड़े शहर हो या फिर छोटे शहर में अपना घर खरीदना हो, इसके लिए आसानी से बैंक से होम लोन (Home Loan) मिल जाता है, लेकिन होम लोन एक बड़ा और लंबी अवधि का कर्ज होता है। इसकी हर महीने मोटी EMI बनती है।
ऐसे में कई बार आर्थिक तंग आने पर किस्त बाउंस (Home Loan EMI Bounce) हो जाती है, जिसकी वजह से कर्ज के जाल में फंस जाते हैं। ऐसे में ज्यादातर लोगों के दिमाग में यह सवाल उठता है कि आखिरी अपना घर कब खरीदना चाहिए? क्या किराये के मकान (House rent) में रहना ही फायदे का सौदा है। इसके अलावा, यह भी सबसे बड़ा सवाल होता है कि घर खरीदने के लिए महीने की सैलरी कितनी होनी चाहिए। इन सभी सवालों का जवाब जानने के बाद ही घर खरीदने का फैसला करना चाहिए। आज इस खबर में हम आपको विस्तार से बताते हैं -
सैलरी और EMI के बीच तालमेल होना भी है काफी जरूरी-
अक्सर लोगों के मन में ये सवाल आता है कि आपको घर की खरीदी (House buying tips) कब करनी चाहिए। ऐसे में इस बात को जानना काफी ज्यादा जरूरी है कि घर कितने का है और आपकी सैलरी कितनी है। ऐसे में सीधा फॉर्मूला है कि होम लोन की EMI आपकी सैलरी का अधिकतम (Maximum salary for Home Loan) 20 से 25 फीसदी का हिस्सा हो। उदाहरण के तौर पर अगर आपकी महीने की सैलरी 1 लाख रुपये है, फिर आप 25 हजार रुपये महीने की EMI आसानी से भरी जा सकती है।
50 से 70 हजार सैलरी होने पर होम लोन लेने का प्रभाव-
हालांकि अगर सैलरी 50 से 70 हजार रुपये के बीच हो जाती है और होम लोन लेकर घर की खरीदी की जाती है तो फिर उसकी ईएमआई 25 हजार रुपये महीने (Home Loan EMI) पर पड़ती है। वित्तीय तौर पर ये फैसला गलत साबित हो सकता है। क्योंकि होम लोन चुकाने में कम से कम 20 साल का लंबा समय लग सकता है।
यह सोच या सलाह पूरी तरह से गलत है कि घर खरीदना (house buying) ही नहीं चाहिए। किराये पर ही रहने में लाभ है। अगर सैलरी की 25 फीसदी राशि ही लोन की EMI बनती है तो घर की खरीदी जरूर करनी चाहिए। वहीं अगर सैलरी 50 से 70 हजार रुपये के बीच रहती है और घर की ईएमआई (Home Loan EMI) 20 हजार रुपये महीने से कम रहने वाली है तो घर खरीदा जा सकता है। यानी 25 लाख रुपये तक का घर ले सकते हैं. जिसकी 20 साल के लिए 20 हजार रुपये से कम रहने वाली है।
30 लाख का घर लेने के लिए इतनी होनी चाहिए सैलरी-
लेकिन अगर घर की कीमत 30 लाख रुपये से ज्यादा है तो फिर 50 से 70 हजार की सैलरी वालों के लिए किराये पर ही रहना लाभकारी साबित हो सकता है। इस अवधि (Home loan tips) के दौरान हर महीने बचत पर फोकस किया जाना चाहिए और जब सैलरी एक लाख रुपये के आसपास पहुंच जाए, फिर अधिक डाउन पेमेंट करके घर की खरीदी की जा सकतीह है।
आज जितनी अधिक डाउन पेमेंट करेंगे, उतनी कम EMI (EMI For Home Loan) रहने वाली है। वित्तीय तौर पर माना जाता है कि अगर किसी की सैलरी एक लाख रुपये है, तो वो 30 से 35 लाख रुपये तक का घर खरीदने का फैसला ले सकता है। इसके अलावा अगर सैलरी (estimate salary for 30 lakh rs. home loan) डेढ़ लाख रुपये प्रति माह है तो ऐसे लोगों के लिए 50 लाख रुपये तक घर बजट के लिए सही रहेगा। यानी हर हाल में सैलरी का अधिकतम 25 फीसदी राशि ही होम लोन की किश्तों में चली जाएगी।
करियर ग्रोथ को लेकर लेना होगा ये फैसला-
इसके अलावा हर किसी को अपनी जरूरत के हिसाब से ही फैसला लेना होगा। आपको ये देखना होगा कि आप क्या काम करते हैं। इसके अलावा जॉब प्रोफाइल (Job Profile for home loan) को देखना भी काफी ज्यादा जरूरी है। इस आधार पर ही आपको फैसला लेना चाहिए। अगर आप सबसे पहले घर ले लेते हैं तो फिर उस शहर में एक तरह से बंधकर रह जाएंगे।
अधिकतर लोग करियर ग्रोथ की वजह से शुरुआती दौर में एक शहर से दूसरे शहर में शिफ्ट कर दिये जाते हैं। पहली नौकरी के लगते ही अगर आप घर खरीद (Home loan tips) लेते हैं तो जॉब चेंज करने का ऑप्शन नहीं रहता है। एक जगह पर बंध कर काम करना पड़ता है। साथ ही अगर आपके पास पक्की नौकरी नहीं है तो हड़बड़ी में घर खरीदने का फैसला नहीं लेना चाहिए। अगर आपको खुद का घर खरीदना (House buying tips) है तो पहने भविष्य के लिए सेविंग करें, इसके बाद ही ये फैसला लें।