Cibil Score हो गया कम तो अपना लें ये तरीकें, झट से मिलेगा लोन  

how to improve cibil score : लोन लेते वक्त सिविल स्कोर का काफी अहम रोल होता है। अगर आपका सिबिल स्कोर डाउन है तो आपको लोन मिलने में कई तरह की परेशानी हो सकती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन आसान तरीकों के बारे में जिन्हें अपनाने से सिबिल स्कोर कम होने के बाद भी आपको चुटकियों में लोन मिल जाएगा।
 

HR Breaking News - (Cibil Score) सिबिल स्कोर का रोल क्रेडिट कार्ड व लोन मिलने में सबसे ज्यादा होता है। अगर सिबिल स्कोर हाई है तो सस्ती ब्याज दरों पर आसानी से लोन मिल जाता है, लेकिन इसके खराब होने पर लोन मिलने की संभावना कम होती है और अगर लोन मिलता भी है तो ब्याज दरें काफी ज्यादा होती हैं। ऐसे में सिबिल स्कोर का सही (cibil score down) होना बेहद जरूरी है। फिर भी अगर आपका सिबिल स्कोर गड़बड़ा गया है तो आप खबर में बताए गए तरीके आजमाकर लोन लेने की अपनी राह आसान कर सकते हैं।


इस तरह होती है Cibil Score की कैलकुलेशन 


आमतौर पर लोगों को सिबिल स्कोर के बारे में पूरी तरह से पता नहीं है। CIBIL यानी क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (Credit Information Bureau India Limited)। इसका कार्य देश में किसी बैंक ग्राहक या किसी कंपनी की क्रेडिट हिस्ट्री का मूल्यांकन करना है। 


सिबिल के 2,400 से ज़्यादा वित्तीय सदस्य हैं जिनमें बैंक, एनबीएफसी, हाउसिंग फ़ाइनेंस कंपनियाँ और अन्य संस्थान शामिल हैं, और इसके पास 55 करोड़ से ज़्यादा भारतीयों के क्रेडिट रिकॉर्ड हैं।


 इसका मतलब है कि अगर आपका क्रेडिट इतिहास है और आप लोन और क्रेडिट कार्ड की सेवाएं ले रहे हैं, तो सिबिल के पास आपका डेटा ज़रूर होगा


सिबिल स्कोर तय करने के लिए कई बातों को ध्यान में रखा जाता है। किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन या क्रेडिट कार्ड लेने के बाद उसे चुकाने की आदत ही आपकी सिबिल हिस्ट्री है। अगर आप तय नियमों अनुसार सही समय पर लोन, EMI व क्रेडिट चुका देते हैं तो आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) सही रहता है, नहीं तो इसे बिगड़ते देर नहीं लगती।

सिबिल स्कोर की भूमिका


CIBIL क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड को कहा जाता है। यह सिबिल स्कोर तय करता है तो समझ लें कि आपको लोन मिलने या न मिलने की स्थिति काफी हद तक तय हो गई है। 


बता दें कि सिबिल का बैंक या वित्तीय संस्थान की ओर से लोन या क्रेडिट कार्ड (credit card) की मंजूरी में रोल बेशक न हो, लेकिन एक स्कोर के जरिये बैंकों व लोन प्रदाता संस्थानों के लिए यह मार्गदर्शन जरूर तय कर देता है कि उक्त व्यक्ति को लोन (loan rules) देने से कोई जोखिम हो सकते हैं या नहीं। 


इन सबका निचोड़ है कि सिबिल द्वारा तय किए गए सिबिल स्कोर पर ही आपको लोन मिलने या न मिलने का रास्ता तय होता है। 


सिबिल स्कोर 300 से लेकर 900 तक होता है। आमतौर पर 750 से लेकर 900 तक का सिबिल स्कोर उच्च (good cibil score) माना जाता है तथा 650 से लेकर 750 तक का सामान्य और 300-400 के आसपास खराब सिबिल स्कोर कहा जाता है।

इस तरह सुधारें खराब क्रेडिट स्कोर


सिबिल स्कोर सुधारना (cibil score news) कोई आसान काम नहीं है। यह एक बार बिगड़ जाए तो इसे सुधारने के लिए आपको कई प्रयास करने होंगे, साथ ही आर्थिक बोझ भी आप पर पड़ सकता है। इसमें लंबा समय लग जाता है। 


इसके लिए अपनी क्रेडिट हिस्ट्री की कैलकुलेशन (Calculation of credit history) करना जरूरी है। सिबिल स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री आदि आपको क्रेडिट रिपोर्ट (credit report) में मिल जाएगा। चलिए आपको बताते है वो आसान तरीके जिनके तहत आप अपने खराब सिबिल स्कोर को सुधार सकते है।

credit report को समय पर चेक करना


क्रेडिट रिपोर्ट जो कि क्रेडिट इंफोर्मेशन कंपनियों (credit information companies) की ओर से तैयार की जाती है। ये कंपनियां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से अधिकृत होती हैं। इनमें इक्विफैक्स, एक्सपेरियन और ट्रांसयूनियन शामिल हैं। 


इनसे कोई भी ग्राहक अपने क्रेडिट की जानकारी ले सकता है। अगर आपको अपनी रिपोर्ट में कोई गड़बड़ लगती है तो ठीक करा सकते हैं। 
इस तरह की गलती या गड़बड़ तभी पता चलेगी जब आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक (how to check credit report) करेंगे, इसलिए इसे नियमित रूप से समय-समय पर चेक करना जरूरी है।

Credit Card के बिलों का समय पर भुगतान भी जरूरी 


अगर आप अपने सिबिल स्कोर को सुधारना (how we improve cibil score) चाहते हैं तो कभी भी क्रेडिट कार्ड के बिलों के भुगतान में देरी न करें। समय पर बिल भुगतान करने से आपका सिबिल स्कोर अच्छा बना रहेगा। बैंक या क्रेडिट कार्ड का समय पर कर्ज चुकाना बेहतर वित्तीय आदत व आदर्श लेन-देन में गिना जाता है। 


Credit Card के बिलों का समय पर भुगतान करने को सकारात्मक असर आपको अपने सिबिल स्कोर पर दिखाई देगा। समय पर कर्ज चुकाना सही वित्तीय व्यवहार भी माना जाता है। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है अपनी वित्तीय स्थिति, आय व कर्ज चुकाने की क्षमता को देखते हुए लोन (loan repayment rules) या क्रेडिट कार्ड लेना चाहिए।


Credit Card की लिमिट  


किसी भी क्रेडिट कार्ड (how to use credit card) को उसकी लिमिट से कम ही इस्तेमाल करना चाहिए। cibil score सुधारने के लिए यह खास तरीका माना जाता है। आमतौर पर इस लिमिट का 30 प्रतिशत तक उपयोग करना सही रहता है। 


इस लिमिट में कार्ड उपयोग करेंगे तो जल्द ही आपका सिबिल स्कोर बेहतर हो जाएगा, लेकिन लिमिट से ज्यादा यूज किया तो आपका सिबिल स्कोर खराब (cibil score khrab) जाएगा। इसका कारण यह है कि 30 प्रतिशत से ज्यादा लिमिट में क्रेडिट कार्ड को यूज करना आपके खर्चीले होने की आदत को दर्शाता है।


यह Credit Card बढ़ा देगा Cibil Score


अगर किसी कारण से आपको सामान्य या ट्रेडिशनल क्रेडिट कार्ड नहीं मिलता है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसे में आपके पास एक और ऑप्शन होता है, सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड (Secured Credit Card kaise milega) का। 


यह FD के बदले में पा ले सकते हैं। इस क्रेडिट कार्ड की लिमिट FD में जमा पैसे के अनुसार आपको मिल जाएगी। हालांकि यह एफडी (FD) में जमा कराए गए पैसे की तुलना में कम भी हो सकता है, लेकिन इस कार्ड के सही इस्तेमाल करने पर आपका सिबिल स्कोर बेहतरीन हो सकता है।

न करें Credit Card को रद्द 


कई बार देखने में आया है कि जब Credit Card के कारण सिबिल स्कोर कम होने लगता है तो लोग उस क्रेडिट कार्ड को ही रद्द कर देते हैं। यह बिल्कुल गलत तरीका है, इससे सिबिल स्कोर और भी ज्यादा खराब हो जाता है। पुराने क्रेडिट कार्ड को रद करके नए कार्ड के लिए अप्लाई करने जैसा कदम न उठाएं।


अगर आपको अपने सिबिल स्कोर को सही (cibil score ko sahi kaise rkhen)रखना है तो सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड क्रेडिट मिक्स का संतुलित रखें।