Success Story: 300 कंपनियों में भेजा था रिज्यूम, सभी ने कर दिया रिजेक्ट, आज खुद की कंपनी से बन गया करोड़पति
 

“नामुमकिन कुछ भी नही है हम वह सब कर सकते हैं जो हम सोच सकते हैं और वह सब सोच सकते हैं जो हमने कभी नहीं सोचा कि सब कुछ संभव है” आज इन्हीं पक्तियों को सच करते हुए हम आपको आमिर की कहानी बताने जा रहे है जिन्होंने पहले 300 कंपनियों में अपना रिजूयम भेजा था और सबने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था। लेकिन आज उन्होंने खुद की कंपनी खड़ी कर दी है। जिसके चलते वे करोड़पति बन गए है। आइए जानते है इनकी पूरी कहानी। 
 
 

HR Breaking News, Digital Desk-  उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले आमिर कुतुब की सफलता की कहानी (Success Story) लाखों युवाओं को प्रेरित करने वाली है. इस 33 वर्षिय शख्स ने वो कर दिखाया है, जिसकी सिर्फ कल्पना की जा सकती है. कभी ऑस्ट्रेलिया के एयरपोर्ट पर सफाई का काम करने वाल आमिर आज करोड़पति कंपनी के मालिक हैं.

उनकी कंपनी में 100 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. उनकी सफलता का सफर आसान नहीं था. आमिर बताते हैं कि एक वक्त था जब उन्हें 300 से अधिक कंपनियों में नौकरी से रिजेक्शन हाथ लगी थी. आइए आमिर कुतुब के जीवन पर एक नजर डालते हैं.

यूपी के छोटे से शहर अलीगढ़ के रहने वाले आमिर ने MBA की पढ़ाई की है. पढ़ाई पूरी होने के बाद आमिर नौकरी की तलाश में ऑस्ट्रेलिया चले गए. लाखों युवाओं की तरह उनका भी सपना किसी मल्टीनेशनल कंपनी (Job in Multi-National Company) में काम करने का था. इसके विपरित उन्हें कंपनियों से रिजेक्शन का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट्स के अनुसार आमिर ने करीब 300 कंपनियों में नौकरी के लिए अप्लाई किया था, लेकिन उनको रिजेक्ट कर दिया गया.

ऑस्ट्रेलिया के एयरपोर्ट पर किया काम-


नौकरी की तलाश (Job) में ऑस्ट्रेलिया पहुंचे आमिर को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा. आमिर बताते हैं कि, “ऑस्ट्रेलिया जाना बहुत डरावना था, क्योंकि मेरे लिए सब कुछ नया था, और मेरी अंग्रेजी लोगों के साथ संवाद करने में मेरी मदद करने के लिए अच्छी नहीं थी. मुझे किसी कंपनी ने इंटरव्यू तक में शामिल होने का मौका नहीं दिया.” आमिर कहते हैं कि उन्होंने विक्टोरिया में एवलॉन हवाई अड्डे पर एक क्लीनर सहित कई काम किए और वहां छह महीने बिताए.

सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट से मिली सफलता-


ऑस्ट्रेलिया के एयरपोर्ट पर सफाई का काम करने के साथ-साथ आमिर ने हिम्मत नहीं हारी. डेली मेल की रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अपना विश्वविद्यालय करियर खत्म करने के बाद अपना सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट शुरू करने का प्रयास करने के लिए एयरपोर्ट की नौकरी भी भी छोड़ दिया. उन्होंने टेक कंपनी आईसीटी जिलॉन्ग में इंटर्नशिप की. 15 दिनों के भीतर उन्हें ऑपरेशन मैनेजर के रूप में प्रमोट हो गए.

आमिर को अपने काम से प्यार था. अपनी मेहनत से उन्होंने दो साल से भी कम समय में, उसी कंपनी के आईजीएम का पद हासिल कर लिया. आमिर बताते हैं कि, कंपनी को मेरी नियुक्ति के बाद, रेवेन्यू में 300% की वृद्धि हुई.