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Air Conditioner : 1 टन और 1.5 टन AC में कितना होता है अंतर, 90 प्रतिशत लोग खरीदते वक्त करते हैं बड़ी गलती

AC Using Tips : इस गर्मी में अगर आप एक नया एसी खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए बहुत काम की है। अक्सर लोग सही जानकारी न होने की वजह से गलत एसी खरीद (Best AC To Buy) लेते हैं और फिर पूरे सीजन परेशान रहते हैं। इसलिए आइए आपको बताते हैं कि 1 टन और 1.5 टन एसी में क्या अंतर होता है, जानिए इसके बारे में विस्तार से...

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Air Conditioner : 1 टन और 1.5 टन AC में कितना होता है अंतर, 90 प्रतिशत लोग खरीदते वक्त करते हैं बड़ी गलती

HR Breaking News - (AC Buying Tips) गर्मी का मौसम आने वाला है और इस बार आपका पसंदीदा एयर कंडीशनर आपको ठंडक देने के लिए तैयार है। चिलचिलाती धूप और उमस भरी हवा में एसी की ठंडक ही राहत दे सकती है। बहुत से लोग यह भी नहीं जानते कि 1 टन और 1.5 टन के एसी में क्या अंतर (Air Conditioner Tips) होता है। 1 टन का एसी 1000 BTU (British Thermal Unit) प्रति घंटे ठंडक देता है। 


यह छोटे कमरों के लिए उपयुक्त होता है, जैसे कि बेडरूम या छोटा ऑफिस। 1.5 टन का एसी 1800 BTU प्रति (1 ton and 1.5 ton ac ) घंटे ठंडक देता है। यह बड़े कमरों या हॉल के लिए उपयुक्त होता है। एसी खरीदते समय कमरे का आकार, दीवारों का इंसुलेशन, खिड़कियों का आकार और कमरे में कितने लोग रहते हैं, इन सब बातों को ध्यान में रखना चाहिए -


अगर आप रूम के हिसाब से कम कैपेसिटी वाला एयर कंडीशनर (Air Conditioner Tips In Hindi) लाते हैं तो एसी चलाने के बाद भी आपको गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप चाहते हैं कि गर्मी में आपका एयर कंडीशनर सही से रूम को ठंडा करे तो आपको 1 टन और 1.5 टन कैपेसिटी के अंतर को सही से समझना जरूरी है।

 
अगर आप रूम के हिसाब (1 ton and 1.5 ton ac difference) से कम कैपेसिटी वाला एयर कंडीशनर लाते हैं तो एसी चलाने के बाद भी आपको गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। कम क्षमता वाला एसी कमरे को ठंडा करने में असमर्थ रहेगा और आपको ज्यादा बिजली का बिल भी चुकाना पड़ेगा।  

1 टन और 1.5 टन एसी में क्या अंतर है?

1 Ton AC की खास बातें -


एक टन एसी एक बेहतरीन विकल्प है छोटे कमरों या ड्राइंग रूम के लिए। इसकी कूलिंग कैपेसिटी 12,000 BTU होती है, जिससे यह काफी एनर्जी एफिशिएंट है।


 छोटा आकार होने की वजह से इसे एक जगह से दूसरी जगह आसानी से शिफ्ट किया जा सकता है। कम बिजली की खपत होने से बिजली का बिल भी कम आता है। अगर आप 120 वर्ग फीट जैसे छोटे कमरे या फिर ड्राइंग रूम के लिए एसी खरीदना चाह रहे हैं तो 1 टन एसी पर्याप्त होगा। 

1.5 टन एसी की खास बातें - 


1.5 टन एसी एक शक्तिशाली कूलिंग सॉल्यूशन देते हैं, जो बड़े कमरों को जल्दी ठंडा करने में सक्षम हैं। इनकी कूलिंग कैपेसिटी 18,000 BTU प्रति घंटे होती है, जो 1 टन एसी से काफी ज़्यादा है। इसका मतलब है कि ये 150 से 200 वर्ग फीट तक के कमरे को आसानी से ठंडा कर सकते हैं। 


हालांकि, 1.5 टन एसी की बिजली खपत थोड़ी ज़्यादा होती है, लेकिन इनवर्टर तकनीक वाले एसी बिजली की खपत (electricity saving tips) को कम करने में मदद करते हैं, जिससे ऊर्जा की बचत होती है और बिजली का बिल भी कम आता है।

AC खरीदते समय इस बात का रखें ध्यान -


इस गर्मी में अगर आपके घर में एसी नहीं है तो जरूर आप भी एसी (Air Conditioner Tips In Hindi) लेने का प्लान बना रहे होगें। अगर हां तो एक नया एयर कंडीशनर खरीदने से पहले आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि हर एसी, चाहे वह एक टन का हो, डेढ़ टन का हो या दो टन का, उस पर स्टार रेटिंग जरूर होना चाहिए।

 
 जितनी कम रेटिंग का एसी आप खरीदेंगे, बिजली की खपत (electricity saving tips in hindi) उतनी ही अधिक होगी। एसी की रेटिंग जितनी अधिक होगी बिजली का बिल उतना ही कम आएगा। अगर आप 5 स्टार रेटिंग वाला एयर कंडीशनर खरीदते हैं, तो एसी बिजली की खपत बहुत कम करेगा।