home page

NCR में बनेगा 60 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड नमो भारत रेल कॉरिडोर, इन शहरों में महंगी हो जाएगी प्रोपर्टी

Namo Bharat Rail Corridor : गुरूग्राम और नोएडा दोनों ही तेजी से विकसित होते हुए शहर हैं, जिसकी वजह से यहां आबादी भी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में लोगों का सफर सुगम बनाने के लिए सरकार ने हाई स्पीड नमो भारत रेल कॉरिडोर बनाने की योजना तैयार की है। रेल कॉरिडोर के निर्माण से लाखों लोगों का सफर आसान हो जाएगा। चलिए जानते हैं किस दिन से शुरू होगा काम -  

 | 
NCR में बनेगा 60 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड नमो भारत रेल कॉरिडोर, इन शहरों में महंगी हो जाएगी प्रोपर्टी

HR Breaking News - (NaMo Bharat Rail Corridor Update)। गुरुग्राम से नोएडा या फरीदाबाद तक जाने के लिए घंटों लग जाते हैं। क्योंकि बड़े महानगरों में तेजी से बढ़ रही आबादी की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब सरकार ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए -स्पीड नमो भारत रेल कॉरिडोर को बनाने की योजना बना रही है। गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा को सीधी और तेज रफ्तार कनेक्टिविटी देने के लिए 60 किलोमीटर लंबी हाई-स्पीड नमो भारत रेल कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।


नमो भारत रेल कॉरिडोर (NaMo Bharat Rail Corridor) प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलते ही इन तीनों शहरों के बीच घंटों का सफर मिनटों में पूरा हो पाएगा। इसके साथ ही रियल एस्टेट (Real Estate) सेक्टर में भी उछाल आएगा। रेल कॉरिडोर के निर्माल से फ्लैट्स, दुकानों और ऑफिस स्पेस की डिमांड बढ़ने का अनुमान है। 

इन जगहों से गुजरेगी रेल लाइन - 

एनसीआरटीसी (NCRTC) की योजना के अनुसार, इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का पहला स्टेशन गुरुग्राम के सेक्टर-29 इफको चौक पर बनाया जाएगा। वहां से ट्रेन गोल्फ कोर्स रोड (सेक्टर-54), फिर फरीदाबाद के बाटा चौक और सेक्टर-85/86 होते हुए नोएडा पहुंचेगी। नोएडा में सेक्टर-142 और सेक्टर-168 के जंक्शन पर स्टेशन बनेगा और आखिर में ट्रेन ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर स्टेशन तक जाएगी।

अनुमान है कि रेल लाइन को भविष्य में गाजियाबाद-जेवर एयरपोर्ट कॉरिडोर (Ghaziabad-Jewar Airport Corridor) से भी जोड़ा जा सकता है। 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन लाखों लोगों का सफर आसान कर देगी। इसके साथ ही तीनों शहरों की आर्थिक गतिविधियों में सुधार होगा। 

हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर को तैयार होने में आएगी इतनी लागत - 

हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (High-Speed Rail Corridor) प्रोजेक्ट पर लगभग 15,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में इस परियोजना की समीक्षा बैठक भी हुई है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि रूट को जल्दी से अंतिम रूप देकर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाए। एनसीआरटीसी (NCRTC) ने हरियाणा सरकार से यह भी आग्रह किया है कि एक निगरानी समिति बनाई जाए, जो परियोजना पर नजर रखे और तुरंत फैसले लेकर काम को आगे बढ़ाए। 


अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद आए दिन हजार लोगों को राहत मिलेगी। इसके साथ ही एनसीआर (NCR Property Rates) के रियल एस्टेट बाजार में 5 से 10 साल की तेजी एक साथ आ सकती है। रियल एस्टेट एक्सपर्ट का कहना है कि जिस भी शहर से यह रेल लाइन गुजरेगी। वहां जमीन और फ्लैट्स के रेट सातवें आसमान पर पहुंच जाएंगे। 

रियल एस्टेट बाजार में आएगा बूम - 

रियल एस्टेट एक्सपर्ट का कहना है कि दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा की बढ़ती आबादी के बीच इस कॉरिडोर से यात्रा तो आसान होगी ही इसके अलावा, कॉरिडोर से लगे इलाकों में नई प्रॉपर्टी परियोजनाओं की रफ्तार तेज होगी। खासकर नोएडा और फरीदाबाद की सीमा पर सेक्टर-142, सेक्टर-168, सूरजपुर और बाटा चौक जैसे स्थानों में प्रॉपर्टी की कीमतों (Property Rate) में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल सकती है।

डेवलपर्स ने जताई उम्मीदें

अंसल हाउसिंग के डायरेक्टर कुशाग्र अंसल का कहना है कि ये प्रोजेक्ट गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा के रियल एस्टेट (Real Estate) को नया मोड देगा। मिड-सेगमेंट हाउसिंग की मांग 20-25 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। पहले जिन इलाकों में कनेक्टिविटी नहीं थी वहां लोग निवेश में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे। लेकिन इस प्रोजेक्ट के बनने से दूर दराज के इलाकों में निवेश जमकर निवेश करेंगे। 

ARIPL के फाउंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर सुरेंद्र कौशिक का कहना है , "आज के बायर्स कनेक्टिविटी को सबसे अहम मानते हैं, और प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट इस दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न सिर्फ इन्वेस्टर्स का भरोसा मजबूत होगा, बल्कि वर्किंग क्लास को भी बेहतर कनेक्टिविटी और आवास विकल्प मिलेंगे।

रियल एस्टेट सेक्टर में आएगा बड़ा बदलाव -

360 रियलटर के डायरेक्टर संजीव अरोड़ा का कहना है कि यह प्रोजेक्ट फरीदाबाद और गुरुग्राम को सीधा कनेक्ट करेगा। इससे रियल एस्टेट में बड़ा बदलाव आएगा। मजबूत कनेक्टिविटी से प्रॉपर्टी की कीमतों (Property Rate Update) में जबरदस्त तेजी देखने को मिलेगी।  इस रेल कॉरिडोर के आने से इससे जुड़े इलाके अब हब बन जाएंगी।