8th Pay Commission : आ गई रिपोर्ट, आठवें वेतन आयोग के लागू होने में लगेगा इतना समय

HR Breaking News - (8th Pay Commission News)। केंद्र सरकार द्वारा हर 10 साल में नया वेतन आयोग लागू किया जाता है। सरकार द्वारा 7वें वेतन आयोग को 2016 में लागू किया गया था। इस वेतन आयोग को लागू हुए पूरे 10 साल होने वाले हैं। ऐसे में केंद्र सरकार अब जल्द ही 8वें वेतन आयोग को लागू (8th Pay Commission Kab Lagu Hoga) करने वाली है।
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर कर्मचारियों की सैलरी में शानदार उछाल देखने को मिलेगा। इसके अलावा कर्मचारियों को अन्य कई भत्तों का भी लाभ होने वाला है। खबर में जानिये 8वें वेतन आयोग से जुड़ी जानकारी के बारे में पूरी डिटेल।
इस वजह से वेतन आयोग के लागू होने में होगी देरी-
8वें वेतन आयोग से जुड़ी सभी प्रक्रिया काफी धीरे धीरे बढ़ रही है। अभी तक न तो वेतन आयोग का गठन हुआ है और न ही इसकी Terms of Reference (ToR latest update) तय किए गए हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए जनवरी 2026 से 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें को लागू होने में काफी मुश्किलों को देखा जा रहा है।
7वें वेतन आयोग की रिपोर्ट को सौंपने में लगा इतना समय-
7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission Update) को फरवरी 2014 में गठित किया गया था और जनवरी 2016 से इसे लागू किया गया था। उस दौरान सरकार ने करीब दो वर्षों का समय लिया था- रिपोर्ट तैयार करने, कैबिनेट से मंजूरी लेने और क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए।
हालांकि 2025 के मध्य तक 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission kab lagu hoga) का गठन न होना स्पष्ट संकेत देता है कि इसके लागू होने में देरी हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वेतन संशोधन 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत तक टल सकता है।
7वें वेतन आयोग में इतना था फिटमेंट फैक्टर-
वेतन आयोग की सिफारिशों में फिटमेंट फैक्टर की भूमिका काफी ज्यादा जरूरी होती है। इसी के आधार पर इस बात को तय किया जाता है कि न्यूनतम बेसिक सैलरी में कितना इजाफा होगा। 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में यह फैक्टर 2.57 प्रतिशत रहा था, जिससे न्यूनतम मूल वेतन 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये किया गया था।
8वें वेतन आयोग में इतना होगा फिटमेंट फैक्टर-
एक्सपर्ट का मानना है कि 8वें आयोग में फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor hike) 1.92 से 2.86 प्रतिशत के बीच हो सकता है। अगर 2.86 प्रतिशत का फिटमेंट फैक्टर अपनाया जाता है, तो न्यूनतम वेतन 51,000 रुपये तक पहुंच सकता है। हालांकि, राजकोषीय बोझ को देखते हुए 2.6 से 2.7 प्रतिशत (Fitment factor in 8th Pay Commission) के बीच का आंकड़ा हकीकत के ज्यादा करीब माना जा रहा है।
डीए और पेंशन में होगा बदलाव-
8वें वेतन आयोग की सिफारिशों के साथ Dearness Allowance (DA hike latest update) को मूल वेतन में शामिल कर लिया जाने वाला है। फिलहाल, DA की दर लगभग 55 प्रतिशत है, जो जनवरी 2025 से प्रभावी है। जुलाई 2025 में एक और बढ़ौतरी होने की संभावना जातई जा रही है। नए सैलरी स्ट्रक्चर में DA के मर्ज होने से कुल वेतन बढ़ेगा, लेकिन इसके साथ ही नया DA कैलकुलेशन (DA calculation) दोबारा जीरो से शुरू होगा। इससे अगले कुछ वर्षों में DA में इजाफा सीमित रह सकता है।
पेंशनधारकों के लिए भी यही स्क्ट्रकचर लागू होने वाला है। वहां Dearness Relief (DR hike) को मूल पेंशन में शामिल किया जाता है। इससे मासिक पेंशन (Latest Update on Pension) में बड़ा बदलाव देखा जा सकता है। पेंशनर्स संगठनों ने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और स्पष्टता की मांग की है।