8th Pay Commission : पे कमीशन के बाहर होंगे ये सरकारी कर्मचारी, जानिए कहीं आपका विभाग भी तो लिस्ट में नहीं
8th Pay Commission Updates : आठवें वेतन आयोग को लेकर इन दिनों खूब चर्चांए हो रही है। आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission)के लागू होते ही केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में तगड़ा इजाफा देखने को मिलेगा, लेकिन पे कमीशन से मिलने वाली सैलरी बढ़ौतरी के बीच कई कर्मचारियों की सैलरी नहीं बढ़ने वाली है। बता दें कि कई सरकार कर्मचारी पे कमीशन के बाहर रहने वाले हैं। आइए जानते हैं इस बारे में खबर के माध्यम से विस्तार से।

HR Breaking News - (8th Pay Commission) केंद्रीय सरकार ने 8वें वेतन आयोग यानी 8th Pay Commission के गठन को लेकर जनवरी में ही मंजूरी दे दी है और ऐलान के बाद से ही सरकारी कर्मचारियों के बीच ख़ुशी की लहर दौड़ गई है।
उसके बाद से ही कर्मचारी ये कयास लगाए बैठे है कि उनकी सैलरी में मोटा इज़ाफा होगा, लेकिन एक खबर ये भी है की कई कर्मचारियों को पे कमीशन (8th Pay Commission) का लाभ नहीं मिलने वाला है और न ही उनकी सैलरी बढ़ेगी।
जानिए कौन से हैं ये कर्मचारी
अभी फिलहाल 7वां वेतन आयोग (7th Pay Commission)चल रहा है। केंद्रीय सरकार ने सातवें वेतन आयोग को साल 2014 में गठित किया था और इसे साल 2016 में लागू किया गया था। वैसे तो सरकार की ओर से हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग लागू होता है।
बता दें कि अब 8वें वेतन आयोग के चलते पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (Public Sector Undertaking) या किसी ऑटोनॉमस बॉडी के जो कर्मचारी होते हैं या फिर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज होते हैं, उन्हें पे कमीशन का लाभ नहीं मिलता है।
अर्थात वो Pay कमीशन के दायरे से बाहर होते हैं और उनकी सैलरी भी इस वेतन आयोग के तहत नहीं बढ़ती। इन कर्मचारियों की सैलरी (Salary of employees) और भत्तों के लिए अलग से नियम बनाए गए होते हैं। इस वजह से इन लोगों पर 8वां वेतन आयोग लागू नहीं होगा।
कितना हो सकता है फिटमेंट फैक्टर
आप जानते ही होंगे कि 8वें वेतन आयोग में सैलरी (Salary in 8th pay commission) हाइक फिटमेंट फैक्टर और भत्तों के आधार पर तय की जाती है। सुत्रों के अनुसार 8वें वेतन आयोग में 1.92 से 2.86 के बीच फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) हो सकता है।
अगर ऐसा होता है तो केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर सीधे 51000 हो जाएगी। हालांकि, अभी फिलहाल इसे लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
फिटमेंट फैक्टर से सैलरी का केलकूलेशन
दरअसल, फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor kya hai) एक ऐसा गुणक होता है, जिसका यूज सरकारी कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन को बदलने या समें बदलाव करने के लिए किया जाता है।
फिटमेंट फैक्टर को मौजूदा बेसिक सैलरी पर लागू किया जाता है और इसे बेस पर ही नए वेतन का केलकुलेशन किया जाता है। हम एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं।
जैसे कि मान लें कि अगर किसी सरकारी कर्मचारी की बेसिक सैलरी (Basic salary of government employee)20,000 है और उसका फिटमेंट फैक्टर 2.50 है, तो इससे केंद्रीय कर्मचारी की कुल सैलरी 20,000 × 2.50 होकर 50,000 हो जाएगी।