home page

Bank Fraud : एक फोन कॉल से खाली हो रहा खाता, ठगी से बचने के लिए फॉलो करें ये टिप्स

बैंक धोखाधड़ी के मामले तो अक्सर सेाशल मीडिया पर आते रहते हैं। हाल ही में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। जिसमें बताया जा रहा है कि एक फॉल कॉल से आपका खाता खाली किया जा सकता है। अगर आप भी इस ठगी से बचना चाहते हैं तो आज ही ये पांच टिप्स फॉलो कर लें। 

 | 
Bank Fraud : एक फोन कॉल से खाली हो रहा खाता, ठगी से बचने के लिए फॉलो करें ये टिप्स

HR Breaking News (ब्यूरो)। देश में बैंक धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में लोगों के लिए बैंकिंग करते समय सावधानी बरतना जरूरी है. किसी भी व्यक्ति को बैंकिंग से जुड़े काम करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. साइबर अपराधी भी पिछले कुछ सालों में एक्टिव हुए हैं. वे व्यक्ति के साथ बैंक फ्रॉड करने के लिए कई नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. बैंक फ्रॉड करने का एक तरीका विशिंग है. आइए इस बारे में जान लेते हैं.


विशिंग क्या है?

ये भी जानिये : Supreme Court Advice - सुप्रीम कोर्ट ने किराए पर रहने वाले लोगों की दी नसीहत, कह दी बड़ी बात


विशिंग अपराधी द्वारा फोन कॉल पर गोपनीय जानकारी को हासिल करने की कोशिश को कहते हैं. साइबर अपराधी व्यक्ति से फोन कॉल पर डिटेल्स जैसे यूजर आईडी, लॉग इन और ट्रांजैक्शन पासवर्ड, ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड), URN (यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर), कार्ड पिन, ग्रिड कार्ड वैल्यू, सीवीवी या किसी निजी डिटेल जैसे जन्म की तारीख, माता का नाम आदि को हासिल कर लेते हैं।

आज की बड़ी खबरें


अपराधी बैंक के प्रतिनिधि होने का दावा करता है और उन्हें झांसे में फंसाकर उनकी निजी और वित्तीय डिटेल्स को फोन पर हासिल कर लेता है. इन डिटेल्स को इसके बाद उनके अकाउंट के साथ बिना उनकी मंजूरी के एक्सेस करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. व्यक्ति के साथ फ्रॉड किया जाता है, जिसकी वजह से उसे वित्तीय नुकसान झेलना पड़ता है।


विशिंग से कैसे बचें?


आपके बैंक को आपकी कुछ निजी डिटेल्स की जानकारी होती है. ऐसे किसी कॉलर से सावधान रहें, जो कहता है कि उसे आपकी निजी डिटेल्स जैसे फर्स्ट और लास्ट नेम के बारे में पता नहीं है. अगर आपको ऐसा कोई कॉल आता है, तो उसकी जानकारी अपने बैंक को दें।

ये भी जानिये : Vande Bharat Express: नए लुक में आ रही वंदे भारत, सबसे पहले इन दो राज्यों को मिलेगी


इसके अलावा कभी भी टेलिफोन सिस्टम पर अपनी कोई निजी या अकाउंट की डिटेल्स को न छोड़ें. अगर आपके पास किसी मैसेज, ईमेल या एसएमएस के जरिए फोन नंबर आता है, तो उस पर अपनी डिटेल्स न भेजें. खास तौर पर, अगर वह आपके क्रेडिट कार्ड या बैंक अकाउंट की सुरक्षा से जुड़ा है।


जब कोई टेलीफोन नंबर दिया जाता है, तो सबसे पहले आपको अपने क्रेडिट कार्ड या बैंक अकाउंट के पीछे दिए फोन नंबर पर कॉल करके वेरिफाई करना चाहिए कि क्या वह असल में बैंक का है या नहीं।