home page

Dulhan Ki Pehli Raat : शादी के पहले साल का अनुभव इन 5 महिलाओं ने किया शेयर, सुनकर हो जाएंगे हैरान

हर कोई अपनी शादी की पहले साल के लेकर उत्तेजित रहता है। कि हमारी पहली साल कैसी होगी। पहले साल में विवाहित जोड़े पर कुछ परिवार की जिम्मेदारियां भी आ जाती है। इसमें उन्हें बहुत सी समस्याओं को सामना करना पड़ता है। इस कहानी में पांच महिलाओं ने अपने शादी की पहले साल का अनुभव शेयर किया है। आइए जानते हैं वो क्या कहती हैं- 

 | 
Dulhan Ki Pehli Raat : शादी के पहले साल का अनुभव इन 5 महिलाओं ने किया शेयर, सुनकर हो जाएंगे हैरान

HR Breaking News (ब्यूरो) : इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि शादीशुदा रिश्ता चुनौतियों से भरा पड़ा है। ऐसा इसलिए क्योंकि शादी के बंधन में बंधते ही कपल्स पर न केवल एक्स्ट्रा जिम्मेदारियों का भार आ जाता है बल्कि अपने रिश्ते को बनाए रखने के लिए उन्हें कई सारे एडजस्टमेंट्स भी करने पड़ते हैं। यही एक वजह भी है कि आपने बहुत से नवविवाहित जोड़ों को कहते सुना होगा कि शादी का पहला साल सबसे कठिन होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि चाहे आपकी लव मैरिज हो या फिर अरेंज मैरिज दोनों ही परिस्थितियों में जोड़ों को कई समस्याओं का समाना करना पड़ता है।

 

 

ये भी पढ़ें : महिलाओं की इन 3 चीजों के आगे मर्द हो जाते हैं मजबूर


हां, वो बात अलग है कि कुछ कपल्स जहां पूरी अंडरस्टैडिंग के साथ एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं और अपने रिश्ते में आगे बढ़ते हैं, तो कइयों की जिंदगी इस दौरान रोलर-कोस्टर बनकर रह जाती है। ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे हैं बल्कि इन 5 महिलाओं ने अपनी शादी के पहले साल के कुछ अनुभव शेयर किए हैं, जो बताते हैं कि शादी का पहला साल कैसे मुश्किल बन जाता है।


अब कोई डेट नहीं

ये भी पढ़ें :  मैं दो मर्दों के साथ करना चाहती हूं ये काम, लेकिन समझ नहीं पा रही कैसे करूं

अपनी शादीशुदा जिंदगी पर बात करते हुए एक 29 साल की एक महिला कहती है कि 'मैंने अपने पति से लव मैरिज की थी। शादी करने से पहले हमने एक-दूसरे को काफी लंबे समय तक डेट भी किया था। हम दोनों अक्सर डेट पर जाया करते थे और एक-दूसरे को खुश करने के लिए साथ में खूब समय बिताते थे। लेकिन जब हम दोनों ने शादी कर ली, तो हमारे बीच की चीजें एकदम से बदल गई। अब हम किसी डेट पर नहीं जाते। न ही हमारे रिश्ते में पहले जैसी बात है। उन्होंने मुझे स्‍पेशल फील कराने के लिए मेरे लिए छोटी-छोटी चीजें करना भी बंद कर दिया है।

मुझे आज भी अच्छे से याद है कि शादी से पहले 365 दिनों में से हमने एक साथ 300 दिन बिताए थे। लेकिन अब जब मैं उस समय को पीछे मुड़कर देखती हूं, तो सोचती हूं कि काश मुझे अपने पति को बता देना चाहिए था कि शादी के बाद भी हम डेट पर जाएंगे। अपने रिश्‍ते में ताजगी बनाए रखने के लिए हम हमेशा एक-दूसरे को स्‍पेशल फील कराएंगे। 

हम एक-दूसरे पर निर्भर होने लगे

ये भी पढ़ें :  मर्दो की इन चीजों को देख स्त्री करने लगती है ये काम, खुद पर नहीं कर पाती हैं कंट्रोल


एक महिला ने अपनी कहानी शेयर करते हुए कहा कि 'अपने प्रेमी से अपेक्षा करना स्वाभाविक है। लेकिन जब आपका प्रेमी पति बन जाता है, तो उम्मीदें कई गुना बढ़ जाती हैं। हालांकि, जब हम एक-दूसरे को डेट कर रहे थे, तब ऐसा कुछ नहीं था। लेकिन शादी के बाद अचानक से सब बदल गया। मैं आपसे छिपाना नहीं चाहती बल्कि शादी के पहले साल में मुझे इन सब चीजों के साथ एडजस्‍ट करने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। 

किसी और भी परवाह करनी है


मैं हमेशा से एक लापरवाह लड़की रही हूं। मैं न केवल अपनी बल्कि अपनी चीजों की देखभाल भी ठीक से नहीं कर पाती थी। लेकिन शादी के बंधन में बंधने के बाद मुझे इस बात का एहसास हुआ कि अब मुझे न केवल अपना बल्कि अपने पति का भी ख्याल रखना है। हमारी शादी के बाद ऐसे भी मौके आए हैं, जब उनका परिवार हमारे साथ आकर रहा। ऐसे में ज्‍यादा लोगों की देखभाल करना भी मेरा फर्ज बन गया था। सच कहूं तो मैं अपनी शादी के पहले साल में इस सब के लिए तैयार नहीं थी। लेकिन अब मुझे यह चीज अच्छी लगती है। 

ये भी पढ़ें : इन मर्दों के पास खुद खिंची चली आती है महिलाएं, जल उठते है दूसरे पुरूष

खर्चे बढ़ जाते हैं

शादी देखने में जितनी आसान लगती है ना... उतनी होती नहीं है। शादी के बाद पहला अनुभव बहुत बुरा भी हो सकता है। मैं ऐसा इसलिए कह रही हूं क्योंकि शादी के बाद खर्चे बढ़ जाते हैं। पैसे खर्च करने के मामले में मेरी और मेरे पति की सोच एकदम अलग है। यही एक वजह भी है कि अपने घर को चलाने और साथ में खुशी-खुशी रहने के लिए मुझे पहले साल बहुत संघर्ष करना पड़ा।

असहमति से बचना मुश्किल

ये भी पढ़ें :  मैं दो मर्दों के साथ करना चाहती हूं ये काम, लेकिन समझ नहीं पा रही कैसे करूं

जब मैं और मेरे पति डेट कर रहे थे, तो हमारे लिए उन विषयों पर बात करने से बचना आसान था, जहां हम एक-दूसरे से सहमत नहीं होते थे। लेकिन जब हम शादी के बंधन में बंध गए, तो हमारी असहमति बढ़ती चली गई। हमें उन चीजों के बारे में भी बात करनी पड़ी, जिन पर हम शादी से पहले कभी बात नहीं करते थे।

हम दोनों को ही इस बात को समझने में एक साल लग गया कि कैसे एक दूसरे के अलग-अलग दृष्टिकोण से निपटा जा सकता है। इन सब चीजों ने वास्‍तव में मेरी शादी के पहले साल को बर्बाद कर दिया था। 

News Hub