KIA Carens Problem: KIA की नई कार Carens में आई बड़ी खराबी, ग्राहकों से वापिस ली 50000 से भी ज्यादा गाड़ियां, जल्दी ठीक करके करेंगे वापिस
HR Breaking News, New Delhi : Kia मोटर्स की इसी साल लॉन्च की गई कारेंस एमपीवी में बड़ी खराबी सामने आई है. जिसके बाद कंपनी ने बड़ी संख्या में कारों को रिकॉल किया है. कारियाई कंपनी की पॉपुलर हो रही इस गाड़ी में एयरबैग कंट्रोल यूनिट के सॉफ्टवेयर में बड़ी खराबी सामने आमने आई है. जिसके बाद कंपनी ने 44174 कारेंस को रिकॉल किया है. इस संबंध में कंपनी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि रिकॉल की गई कारों को सही करवाने के लिए ग्राहकों को अपनी संबंधित डीलरशिप पर जाना होगा. साथ ही लोग किआ की वेबसाइट पर भी रिकॉल की गई गाड़ियों के लिए अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.
KIA के अनुसार इस रिकॉल अभियान के तहत इन सभी गाड़ियों की जांच होगी और जिन गाड़ियों में जरूरत होगी उनके सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जाएगा. गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब किआ ने अपनी गाड़ियों को रिकॉल किया है. इससे पहले कंपनी ने 2019 और 2020 में किआ सेल्टॉस के डील वेरिएंट को रिकॉल किया था. उसके फ्यूल पंप में खराबी मिली थी. जिसके बाद सभी गाड़ियों के फ्यूल पंप को बदल दिया गया था. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि कारेंस को रिकॉल किया गया हो. कारेंस को कंपनी ने फरवरी में ही लॉन्च किया था.
गौरतलब है कि किया कारेंस को इंडियन मार्केट में 6 और 7 सीटर ऑप्शन के साथ उतारा गया था. इसमें 1.4 लीटर पेट्रोल इंजन के साथ 7 स्पीड डीसीटी और 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलता है. ये वहीं इंजन है जो सेल्टॉस में भी कंपनी ने दिया था. इसके साथ ही 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन का ऑप्शन भी कारेंस के साथ मिलता है. कार की खासियत इसकी वेंटिलेटेड सीट्स, एयर प्यूरीफायर और सैंकेंड रो वन टच डाउन जैसे फीचर्स थे जो इस सेगमेंट में कम देखने को मिलते हैं.
क्या होता है कार रिकॉल
जब किसी गाड़ी में मैन्यूफैचरिंग डिफेक्ट सामने आता है तो कंपनी उस लॉट की सभी गाड़ियों को ठीक करने के लिए वापस सर्विस स्टेशन में बुलाती हैं. कार की प्रॉब्लम को कंपनी अपने खर्च पर सही कर के देती हैं और इससे कार की वारंटी भी वॉइड नहीं होती है. इस दौरान सॉफ्टवेयर की खराबी आने पर नया अपलोड करना या किसी पार्ट के खराब होने पर उसे रिप्लेस करना कंपनी की जिम्मदारी होती है.
कैरेंस के लिए कंपनी खुद ही ग्राहकों से संपर्क करेगी। इसके बाद प्रभावित वाहन मालिकों को इसकी जानकारी दी जाएगी। जानकारी देने के बाद अपॉइंटमेंट तय करने के लिए वाहन मालिकों को अधिकृत डीलर से संपर्क करना होगा। जिसके बाद वाहन को डीलरशिप के सर्विस सेंटर पर जाकर खामी को दूर करवाना होगा।
