Bihar ke Gaon : ये है बिहार का सबसे छोटा गांव, रहते हैं सिर्फ 18 लाग
Bihar ke Gaon : आज हम आपको अपनी इस खबर में बिहार के सबसे छोटे गांव के बारे में बताने जा रहे है। इस गांव सिर्फ 18 लोग रहते है। आइए नीचे खबर में विस्तार से जाने इस गांव के बारे में....

HR Breaking News, Digital Desk- गांवों में बुनियादी सुविधाओं के अभाव की खबरों के बीच बिक्रमगंज अनुमंडल के एक गांव की स्थिति सुकून देने वाली है। यह वैसे हुक्मरानों के लिए नजीर भी है, जो जनसुविधाओं के लिए गांव की आबादी और भौगोलिक स्थिति की बात करते हैं।
यह गांव है, अनुमंडल के दिनारा प्रखंड के चिताव का मनसापुर गांव। गांव की पूरी आबादी मात्र 18 है। रोचक है कि ये सभी 18 लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। फिर भी गांव पक्की सड़क से जुड़ा है। गांव में बिजली भी है। इसके अलावा सामुदायिक भवन और पशु अस्पताल भी है। सरकारी फाइलों में मनसापुर गांव सबसे छोटे राजस्व गांव के तौर पर दर्ज है। गांव में खेती का रकबा 200 बीघा है।
बात इतने पर खत्म नहीं होती। गांव के एकमात्र परिवार के दंपति अपने पूरे पंचायत चिताव का दस वर्षों तक नेतृत्व भी कर चुके हैं। पप्पू राय 2001 से 2006 और उनकी पत्नी प्रतीक्षा परमार 2006 से 2011 तक पंचायत की मुखिया रह चुकी हैं। चिताव पंचायत में बन्दौर, बलुआ, पांचोडिहरी, भलतापुर और मनसापुर मिलाकर पांच गांव हैं।
पप्पू राय ने बताया कि 1990 के दशक में उनके पूर्वज बक्सर जिला के चौगाईं से आकर मनसापुर गांव में आकर बस गए थे। उस समय भी इस चिरागी गांव में 200 एकड़ जमीन का रकबा उपलब्ध था। इसके बाद धीरे-धीरे गांव तक सड़क व बिजली पहुंचाई गई। सामुदायिक भवन व पशु अस्पताल भी बनाए गए। जिसमें मुखिया दंपति का बड़ा योगदान रहा है। यही कारण है कि क्षेत्र में पूर्व मुखिया दंपति का बहुत सम्मान है।