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Court Decision- बेटी की मृत्यु के बाद पिता की संपत्ति में उसके बेटे और पति का कितना अधिकार, कोर्ट ने कर दिया क्लियर

भारतीय कानून में महिलाओं को संपत्ति में बेटों के बराबर का हक दिया गया है। लेकिन संपत्ति से संबंधित अधिकारों और कानूनी नियमों के बारे में जानकारी न होने के कारण वाद विवाद शुरू हो जाते हैं। कई बार तो प्रॉपर्टी को लेकर परिवार के लोग एक दूसरे के साथ लड़ने झगड़ने लगते हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां भांजे ने नाना की संपत्ति में अधिकार को लेकर मामा के खिलाफ याचिका दर्ज करवाई है। आइए नीचे खबर में जानते हैं- 

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HR Breaking News (ब्यूरो)। बेटी की मृत्यु हो जाने पर भी कोर्ट ने उसके पति और बेटों के अधिकार को पिता की संपत्ति में स्वामित्व माना है। संपत्ति विवाद में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने अगले आदेश तक दूसरे पक्ष को संपत्ति की बिक्री या किसी अन्य प्रकार के अधिकार पर रोक लगा दी है। साकेत स्थित नरेश कुमार लाका की अदालत ने संपत्ति विवाद पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया।

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मामले में मामा द्वारा नाना की संपत्ति में अधिकार न देने पर भांजे ने अपने दो मामा के खिलाफ याचिका दाखिल की थी। इस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने यह माना कि बेटी के जीवित न रहने पर भी उसके बच्चों और पति का पिता की संपत्ति में पूरा अधिकार है। ऐसे में दूसरा पक्ष जब तक संपत्ति का निर्धारण नहीं हो जाता, किसी भी संपत्ति को बेच या उपहार में नहीं दे सकता है।

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कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता की मां अपने पिता की संपत्ति की उत्तराधिकारी है। ऐसे में एक तिहाई हिस्से पर उसका भी अधिकार है। कोर्ट ने अगली तारीख तक सभी संपत्ति का संबंधित कार्यालय द्वारा मूल्यांकन करने का निर्देश दिया है। साथ ही अगले निर्देश तक सभी संपत्तियों की बिक्री और अन्य बदलाव पर रोक लगा दी है।