DA Hike : 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों को तगड़ा झटका, इस बार महंगाई भत्ते में जीरो फिसदी की बढ़ौतरी
DA Hike :साल की शुरुआत जहां केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अच्छी खबरों के साथ शुरू हुई थी, वहीं इस साल में कर्मचारियों को लगातार दूसरा झटका लगने वाला है। पहला झटका भी महंगाई भत्ते पर लगा था, दूसरा झटका भी कर्मचारी का महंगाई भत्ते (DA Hike) पर लगेगा। सामने आए आंकड़ों के अनुसार कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जीरो प्रतिशत ही बढ़ेगा। 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यह झटका देने वाली खबर है।
HR Breaking News (DA Hike) महंगाई भत्ता कर्मचारियों की सैलरी का प्रमुख अंग है। महंगाई भत्ता कर्मचारियों की सैलरी का मोटा हिस्सा होता है। फिलहाल तो महंगाई भत्ता आधी से ज्यादा बेसिक सैलरी से भी ऊपर जा चुका है। ऐसे में कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (DA Hike) पर अब बड़ा अपडेट सामने आया है।
हर साल दो बार किया जाता है संशोधित
केंद्र सरकार की ओर से कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (DA Hike) को हर साल 2 बार संशोधित किया जाता है। महंगाई भत्ता कॉस्ट ऑफ लिविंग एडजस्टमेंट अलाउंस के तौर पर जाना जाता है।
केंद्र ही नहीं राज्य के कर्मचारियों और पेंशनर्स को भी महंगाई भत्ते का लाभ मिलता है। समय के साथ बढ़ती महंगाई के हिसाब से यह बेसिक सैलरी पर प्रतिशत के हिसाब में बढ़ता है।
हाल ही में बढ़ाया है महंगाई भत्ता
जनवरी 2025 से प्रभावी माने जाने वाले महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी की घोषणा कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार की ओर से की गई थी। इसमें 1.2 करोड़ के करीब केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को झटका भी लगा।
कर्मचारियों की ओर से उम्मीद की जा रही थी कि महंगाई भत्ते में तीन से चार प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से मात्र तो प्रतिशत महंगाई भत्ता (DA Hike) बढ़ाया गया।
78 महीने में सबसे कम बढ़ोतरी
महंगाई भत्ते में फिलहाल की गई बढ़ोतरी पिछले 78 महीना की सबसे कम बढ़ोतरी थी। पिछले 78 महीने से हर बार तीन से चार प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाया जा रहा था, लेकिन फिलहाल सरकार की ओर से बेहद कम बढ़ोतरी से कर्मचारी निराश नजर आए। अब कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 55% हो गया है जो कि पहले 53% था।
अब जुलाई में बढ़ाया जाना है महंगाई भत्ता
कर्मचारियों के लिए अब अगला महंगाई भत्ता जुलाई में बढ़ाया जाना है। जुलाई में बढ़ाए जाने वाले महंगाई भत्ते में कर्मचारियों को झटका लगने वाला है। जुलाई में प्रभावी माने जाने वाले महंगाई भत्ता 7वें वेतन आयोग का आखिरी महंगाई भत्ता हो सकता है, जिसमें कर्मचारियों के हाथों निराशा लग सकती है।
महंगाई भत्ते में जीरो फीसदी की बढ़ोतरी
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में जुलाई के लिए जीरो फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसका कारण है कि पिछले 3 महीनों से महंगाई में और गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। जिससे आने वाले समय में केंद्रीय कर्मचारियों की उम्मीदें फिर से धुमिल हो सकती हैं।
केंद्रीय कर्मचारियों की उम्मीद है कि अगली बार उनके महंगाई भत्ते (DA Hike) में तीन से चार प्रतिशत का इजाफा होगा, लेकिन कम होते महंगाई के इंडेक्स को देखते हुए कर्मचारियों को केवल जीरो फीसदी बढ़ोतरी से भी संतोष करना पड़ सकता है। अधिक से अधिक बढ़ोतरी 2% होने की संभावना सामने आने लगी है।
क्या होता है महंगाई भत्ता
महंगाई भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों और राज्य सरकार के कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई के हिसाब से कॉस्ट ऑफ लिविंग एडजस्टमेंट के लिए अलाउंस दिया जाता है। यह लाभ कर्मचारी और पेंशनर, दोनों को मिलता है। साल में दो बार इसका संशोधन किया जाता है। पहला संशोधन जनवरी तो दूसरा संशोधन जुलाई से प्रभावी होता है।
जनवरी से जून तक और फिर जुलाई से दिसंबर तक अलग-अलग महंगाई भत्ता मिलता है। यह बढ़ती महंगाई पर निर्भर करता है, जिसके लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स का डाटा जरूरी होता है। इसकी घोषणा आमतौर पर मार्च अप्रैल और अक्टूबर नवंबर में की जाती है। यह महंगाई के हिसाब से कर्मचारियों की वास्तविक आय सुनिश्चित करता है।
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़ों ने दिया झटका
केंद्रीय कर्मचारियों को ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़ों ने झटका दिया है। ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस के आंकड़े सामने आने लगे हैं। जिससे जुलाई से दिसंबर तक के महंगाई भत्ते (DA Hike) में ज्यादा बढ़ोतरी होती नहीं दिख रही है। हो सकता है कि कोई बढ़ोतरी ही ना की जाए।
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन के लिए की जरूरी मैट्रिक है। 2 महीने का डाटा आया है जो की गिरता जा रहा है। अगर 4 महीने तक और गिरावट आती है तो यह सुनिश्चित हो जाएगा कि केंद्रीय कर्मचारियों को दो फीसदी से कम बढ़ोतरी मिले, यहां तक की केवल शून्य फीसदी बढ़ोतरी पर समझौता करना पड़ सकता है।
यह आए हैं महंगाई भत्ते के आंकड़े
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आधार पर महंगाई भत्ते (DA Hike) को तय किया जाता है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार लेबर ब्यूरो ने पिछले महीने के अपने आंकड़ों में दिखाया है। फरवरी 2025 में ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) 0.4 अंक गिरकर 142.8 पर आ गया।
जनवरी 2025 में यह 143.2 दर्ज किया गया था। वहीं, साल का कंपेरिजन देखें तो फरवरी 2025 में महंगाई घटकर 2.59% हो गई है। यह फरवरी 2024 में यह 4.90% थीं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मार्च और अप्रैल में महंगाई भत्ते में गिरावट आ सकती है। इस साल खुदरा मुद्रास्फीति 5 साल के निचले स्तर 3.34 फीसदी पर आ गई है। यह फरवरी में 3.61 फीसदी पर थी।
महंगाई भत्ते को ऐसे किया जाता है कैलकुलेट
महंगाई भत्ते के कैलकुलेशन के लिए बेस ईयर कैलकुलेशन 2016 को माना जाता है।
इसमें महंगाई भत्ते में : पिछले 12 महीनों के लिए एआईसीपीऔ के आंकड़ों और बेस ईयर 2016=100 मानकर इसका एवरेज निकाला जाता है। एवरेज x 2.88 - 261.4)x 100/(261.4)
