DA Hike : जुलाई के महंगाई भत्ते में बढ़ौतरी क्लीयर, आ गए जरूरी आंकड़े
7th pay commission DA Hike : मार्च में 2 प्रतिशत डीए बढ़ने के बाद अब कर्मचारियों को 55 प्रतिशत डीए मिल रहा है, जिसके बाद अब कर्मचारियों की निगाहें जुलाई के महंगाई भत्ते पर टिकी हुई है। अब हाल ही में जूलाई में डीए को लेकर आंकड़े सामने आ गए हैं, जिसके तहत जूलाई में महंगाई भत्ता (Dearness Allowance in July)कितना बढ़ेगा, इस बात को क्लियर कर दिया गया है। आइए जानते हैं जूलाई में डीए कितना बढ़ने वाला है।
HR Breaking News (DA Hike) केंद्रीय कर्मचारियों को जूलाई 2025 में दिया जाना वाला महंगाई भत्ता इसलिए भी खास होने वाला है, क्योंकि ये सातवें वेतन आयोग के तहत आखिरी डीए हो सकता है।
इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि केंद्रीय कर्मचारियों को जूलाई में दिए जाने वाले महंगाई भत्ते में (Dearness Allowance) पिछली छमाही के मुकाबले बंपर बढ़ौतरी के आसार है।
क्यो खास है जूलाई का डीए
7वें वेतन आयोग (7th pay commission )के तहत महंगाई भत्ते में ये आखिरी बढ़ौतरी हो सकती है, क्योंकि एक जनवरी 2026 से 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होंगी। जूलाई में दिए जाने वाले महंगाई भत्ते का ऐलान सरकार सितंबर या अक्टूबर तक कर सकती है।
हालांकि, अभी फिलहाल तो आठवें वेतन आयोग (8th apy commission)के लिए कमिटी का गठन भी नहीं किया गया है। आठवें वेतन आयोग को लेकर जनवरी महीने में ही सरकार ने गठन को मंजूरी दी थी।
कितना बढ़ा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
औद्योगिक कामगार के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (All India Consumer Price Index-IW) में अप्रैल माह में 0.5 अंक की बढ़ौतरी दर्ज की गई है, इससे यह उम्मीद जगी है कि कर्मचारियों के जूलाई के डीए में बपंर बढ़ौतरी हो सकती है।
इससे पहले अप्रैल 2025 में AICPI-IW (AICPI-IW in April 2025)सूचकांक आंकड़ा बढ़कर 143.5 हो गया है, जो जनवरी 2025 में 143.2 से अधिक दर्ज था। खासियत यह है कि सूचकांक में ये दूसरी बार बढ़ोतरी देखी गई है।
क्या कहते हैं मई-जून के आंकड़े
जनवरी और फरवरी 2025 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में गिरावट आई थी। उसके बाद मई और जून के CPI-IW के आंकड़े में बढ़त हुई तो इस हिसाब से देखा जाए तो केंद्र सरकार के कर्मचारियों के जूलाई (DA Hike In July) के महंगाई भत्ते में 3 या 4 प्रतिशत बढ़ोतरी हो सकती है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के तहत जो श्रम ब्यूरो आते हैं वो देश के 88 प्रमुख औद्योगिक केंद्रों में जो 317 बाजार फैले हैं, उससे खुदरा कीमतें जुटाकर हर महीने औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (consumer price Index) को जारी किया जाता है।
