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Delhi-NCR वालों को मिलेगा जाम से छुटकारा, 10,850 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा नया एक्सप्रेसवे

Delhi-NCR - नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने ईस्टर्न एक्सटेंशन कॉरिडोर (Eastern Extension Corridor) बनाने की योजना बनाई है। यह 82 किमी लंबा कॉरिडोर होगा, जिसमें दिल्ली में 17 किमी और उत्तर प्रदेश में 65 किमी का स्ट्रेच शामिल है। इससे इन क्षेत्रों के निवासियों के लिए यात्रा आसान और सुविधाजनक हो जाएगी-

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Delhi-NCR वालों को मिलेगा जाम से छुटकारा, 10,850 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा नया एक्सप्रेसवे

HR Breaking News, Digita Desk- (Delhi-NCR) नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने नरेला, बवाना और अलीपुर को गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा से जोड़ने के लिए ईस्टर्न एक्सटेंशन कॉरिडोर (Eastern Extension Corridor) बनाने की योजना बनाई है। यह 82 किमी लंबा कॉरिडोर होगा, जिसमें दिल्ली में 17 किमी और उत्तर प्रदेश में 65 किमी का स्ट्रेच शामिल है। इससे इन क्षेत्रों के निवासियों के लिए यात्रा आसान और सुविधाजनक हो जाएगी।

 

 

कुल 82 किमी लंबे इस कॉरिडोर के निर्माण पर 10,850 करोड़ रुपये खर्च का एस्टिमेट तैयार किया गया है। कॉरिडोर की डीपीआर तैयार करने के लिए एनएचएआई किसी प्राइवेट एजेंसी (private agency) को नियुक्त करने की कवायद कर रहा है।

बाहरी दिल्ली को UER-2 और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे (NH-709B) से जोड़ने के लिए NHAI ने ईस्टर्न एक्सटेंशन रोड कॉरिडोर का निर्माण शुरू किया है। इस 17 किमी लंबे कॉरिडोर का स्ट्रेच अलीपुर में UER-2 और उत्तर प्रदेश के मंडोला में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे (Delhi-Dehradun Expressway) को कनेक्ट करेगा। मंडोला से आगे अर्बन एक्सटेंशन रोड को 65 किमी और बढ़ाया जाएगा, जिससे कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। यह प्रोजेक्ट दिल्ली के बाहरी इलाकों में यातायात को सुगम बनाने में मदद करेगा।

जो घिटोरा, हिंडन, गाजियाबाद, इंदिरापुरम, नोएडा और नोएडा एक्सप्रेसवे तक जाएगा। अफसरों का कहना है कि यह कॉरिडोर सिर्फ बाहरी दिल्ली में स्थित UER-2 और दिल्ली - देहरादून एक्सप्रेस-वे को ही कनेक्ट नहीं करेगा, बल्कि इसके निर्माण के बाद दिल्ली-अमृतसर हाईवे (Delhi-Amritsar Highway) और आउटर रिंग रोड (outer ring road) के बाइपास के रूप में भी काम करेगा। इसके निर्माण से NH-44 पर भी ट्रैफिक कम हो जाएगा।

निर्माण का क्या है मकसद?

ईस्टर्न एक्सटेंशन रोड का निर्माण एनएच-48, एनएच-44, रिंग रोड और बारापूला रोड पर वाहनों के दबाव को कम करने के लिए किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, इस सड़क का उद्देश्य दूसरे राज्यों से आने वाले कमर्शियल वाहनों को वैकल्पिक रास्ता देना है। इससे मुख्य सड़कों पर भीड़भाड़ कम होगी, जिससे दिल्ली के लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।