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Delhi Tomato Price : दिल्ली वालो जान लो, कितने रुपये किलो मिलेंगे टमाटर

टमाटर की कीमतों में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी के बारे में तो किसी ने सोचा ही नहीं था। लेकिन अब जब भी टमाटर का नाम आता है तो सभी के कान खड़े हो जाते हैं। क्योंकि टमाटर के रेट 250 रुपये प्रति किलों तक जा पहुंचे हैं। इससे आमजन को तगड़ा झटका लगा है।  

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HR Breaking News (नई दिल्ली)। अगर देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोग ये सोच रहे हैं कि टमाटर की कीमतों से जल्द राहत मिलने वाली है तो वो पूरी तरह से गलत हैं. अगले कुछ दिनों में दिल्ली में टमाटर कीमत में और ज्यादा आग लगने वाली है. इसका कारण है हिमाचल के टमाटर की सप्लाई कम होगा और राजधानी में टमाटर कीमतें 300 रुपये के पार जाने की संभावना जताई जा रही है. इस बात की तस्दीक मंडी कारोबारियों ने की है. वैसे कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय से ​जुड़े डिपार्टमेंट की वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार 2 अगस्त को दिल्ली में टमाटर के औसत रिटेल दाम 203 रुपये है और मदर के डेयरी के सफल आउटलेट में 250 रुपये प्रति किलो रुपये से ज्यादा दाम पहुंच गए है। वहीं सरकारी वेबसाइट के अनुसार देश में सबसे महंगा टमाटर 263 रुपये प्रति किलो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मिल रहा है।


300 रुपये हो सकते हैं टमाटर के दाम- 


टमाटर की कीमतों में महीने भर से जारी तेजी के बीच थोक व्यापारियों ने आने वाले दिनों में इसके 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाने की आशंका जताई है. थोक कारोबारियों ने सप्लाई कम होने से टमाटर के थोक दाम बढ़ने की बात कही है. उनका कहना है कि इसका असर खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी के रूप में देखने को मिल सकता है. दिल्ली की आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष और कृषि उपज विपणन समिति यानी एपीएमसी के मेंबर अशोक कौशिक ने कहा कि पिछले तीन दिनों में टमाटर की आवक कम हो गई है क्योंकि भारी बारिश के कारण उत्पादक क्षेत्रों में फसल खराब हो गई है।

उन्होंने कहा कि थोक बाजार में टमाटर के भाव 160 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 220 रुपये प्रति किलो हो गए हैं, जिसके कारण खुदरा कीमतें भी बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा कि सब्जियों के थोक विक्रेताओं को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि टमाटर, शिमला मिर्च और अन्य मौसमी सब्जियों की बिक्री में भारी गिरावट आई है. प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सप्लाई बाधित होने से टमाटर की कीमत एक महीने से अधिक समय से चढ़ी हुई है।


क्या आ रही है समस्या


आजादपुर सब्जी मंडी के थोक विक्रेता संजय भगत ने जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण सब्जियों के ट्रांसपोर्टेशन में काफी मुश्किलें हो रही हैं. उत्पादकों से सब्जियों को लाने में सामान्य से छह-आठ घंटे ज्यादा लग रहे हैं. ऐसी स्थिति में टमाटर की कीमत लगभग 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है. उन्होंने कहा कि टमाटर और अन्य सब्जियां जो हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से आती हैं, उनकी क्वालिटी में गिरावट आई है. हिमाचल प्रदेश में जुलाई में भारी बारिश होने से फसलों को नुकसान हुआ है।

सप्लाई और डिमांड दोनों कम


इस बीच, मदर डेयरी अपने ‘सफल स्टोर’ के जरिये टमाटर की बिक्री 259 रुपये प्रति किलो पर कर रही है. केंद्र सरकार 14 जुलाई से ही रियायती दर पर टमाटर की बिक्री कर रही है. इससे राष्ट्रीय राजधानी में खुदरा कीमतें नरम पड़नी शुरू हो गई थीं लेकिन सप्लाई में कमी आने से कीमतें दोबारा बढ़ने लगी हैं. आजादपुर एपीएमसी के मेंबर अनिल मल्होत्रा ने कहा कि बाजार में टमाटर की सप्लाई और डिमांड दोनों कम है और सेलर्स को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मल्होत्रा ने कहा कि सेलर्स को सब्जियों की आवाजाही में देरी, क्वालिटी में गिरावट जैसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा ग्राहक टमाटर, शिमला मिर्च, फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी सब्जियां खरीदने से हिचक रहे हैं।


क्या है सरकारी टमाटर के दाम


उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टमाटर की खुदरा कीमत बुधवार को 203 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई, जबकि मदर डेयरी के सफल स्टोर पर कीमत 259 रुपये प्रति किलोग्राम थी. मदर डेयरी के प्रवक्ता के अनुसार असामान्य मौसम के कारण पिछले दो महीनों से देश भर में टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है. पिछले दो दिनों में आजादपुर मंडी में भी आवक में भारी गिरावट आई है. कम आपूर्ति के कारण थोक बाजार में कीमतें तेजी से बढ़ी हैं, जिसके परिणामस्वरूप खुदरा कीमतों पर भी असर पड़ा है. एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जी मंडी आजादपुर मंडी में टमाटर की थोक कीमतें बुधवार को गुणवत्ता के आधार पर 170-220 रुपये प्रति किलोग्राम रही।