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Employees leave rules : कर्मचारियों को कौन कौन सी मिलती है छुटि्टयां, जानिये किसका मिलता है पैसा

employees leave Update :नौकरीपेशा लोगों को कई तरह की छुटि्टयां मिलती हैं। इनमें से कुछ छुटि्टयां ऐसी होती हैं, जिनका पैसा नहीं मिलता तो कई ऐसी भी होती हैं जिनके पैसे कर्मचारी (new rules for employees leaves) ले सकते हैं। कर्मचारियों को मिलने वाली छुटि्टयां और इनका पैसा विभाग व पद के अनुसार अलग-अलग भी होता है।  कर्मचारी कौन सी छुटि्टयों के पैसे ले सकते हैं, यह जानना हर कर्मचारी के लिए जरूरी भी है।

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Employees leave rules : कर्मचारियों को कौन कौन सी मिलती है छुटि्टयां, जानिये किसका मिलता है पैसा

HR Breaking News - (ब्यूरो)। कर्मचारियों की छुट्टियों की नीति कर्मचारियों के लिए हमेशा अनिश्चित रहती है। कई बार छुट्टियों का पूरा लाभ कर्मचारियों तक नहीं पहुंचता, जबकि कुछ को इसका फायदा मिलता है। कई कर्मचारी इस बात से भी अनजान होते हैं कि उन्हें कितनी तरह की छुट्‌टी मिलती है और इनमें से कौन सी छुटि्टयों को वे कैश (kon si leave cash kra skte hain) करा सकते हैं। इन सभी सवालों के जवाब आपको खबर में दे रहे हैं। आइये जानते हैं पूरी डिटेल।

 

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कई तरह की होती हैं छुट्टियां -

 

यदि आप नौकरी करते हैं, तो आपको कई प्रकार की छुट्टियां मिलती हैं, जैसे कि वार्षिक छुट्टियां, मेडिकल छुट्टियां और दूसरे प्रकार की छुट्टियां। कुछ छुट्टियां ऐसी होती हैं जिन्हें अगर आप एक साल के अंदर इस्तेमाल नहीं करते, तो वो खत्म हो जाती हैं, जबकि कुछ छुट्टियों को आप कैश (incashment laeves) भी करवा सकते हैं, 
यानी पैसे के रूप में वसूल सकते हैं। जो लोग लंबे समय से काम कर रहे हैं, उन्हें इन छुट्टियों के बारे में अच्छी जानकारी होती है, लेकिन जो नए कर्मचारी हैं, उन्हें इसे समझना चाहिए ताकि वे अपनी छुट्टियों का सही उपयोग कर सकें और कोई नुकसान न उठाएं।


इस तरह होता है छुटि्टयों का लेखा-जोखा -

 

ऑर्गनाइज्ड सेक्टर की कंपनियों में कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार की छुट्टियां (Types of holidays) मिलती हैं, जैसे बीमारी, व्यक्तिगत कारणों, साल भर की मेहनत के बदले या विशेष अवसरों पर ली जाने वाली छुट्टियां। इन छुट्टियों का उपयोग करने के लिए कुछ खास नियम होते हैं और हर प्रकार की छुट्टी के लिए कितनी बार ली जा सकती है, इस पर भी सीमा होती है। कुछ छुट्टियां अगर एक साल (government employee leave rule) के भीतर इस्तेमाल न की जाएं, तो वो खत्म हो जाती हैं, जबकि कुछ छुट्टियां जमा हो जाती हैं और बाद में पैसे में बदल सकती हैं।

 

क्या है कैजुअल छुट्टी - 

 

आकस्मिक छुट्टी वह छुट्टी होती है, जिन छुट्टियों (casual leave) का काेई प्लान नहीं होता और किसी इमरजेंसी के चलते अचानक से लेनी पड़ती है। आमतौर पर सभी कंपनियां या विभाग अपने कर्मचारियों को कम से कम आधा दिन और ज्यादा से ज्यादा 2 से 3 दिन तक की कैजुअल छुट्टी प्रदान करती है।


कब ले सकते हैं मेडिकल लिव -

 

अगर आप बीमार हैं और काम करने में सक्षम नहीं हैं, तो आप मेडिकल लीव ले सकते हैं। हर हफ्ते काम करने के बाद, आप आधी मेडिकल लीव (medical leave) का उपयोग कर सकते हैं। ये छुट्टियां न तो पैसे में बदली जा सकती हैं और न ही अगले साल के लिए बचाई जा सकती हैं। 
जैसे ही नया साल शुरू होता है, ये छुट्टियां खत्म हो जाती हैं। कंपनी की नीति के मुताबिक, अगर आप लगातार 2 या 3 दिन (medical leave) से ज्यादा मेडिकल लीव (rules of medical leave) लेते हैं, तो आपको डॉक्टर से मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना पड़ता है। 

अर्जित अवकाश और विशेष अवकाश का मतलब -

बहुत से लोगों को अर्जित अवकाश (Earned Leave) और विशेष अवकाश (Privilege Leave) के बीच का फर्क समझ नहीं आता। अगर आप किसी फैक्ट्री या कंपनी में काम करते हैं, तो आपको अपनी मेहनत के बदले अर्जित अवकाश मिलता है। 
आमतौर पर एक साल में 18 दिन तक अर्जित अवकाश लिया जा सकता है। वहीं, अगर आप किसी दुकान या अन्य संस्थान में काम करते हैं, जो दुकानें एवं प्रतिष्ठान अधिनियम (Shops and Establishments Act) के अंतर्गत आता है, तो आपको विशेष अवकाश मिलता है। एक साल में ऐसे कर्मचारियों को 16 दिन तक विशेष अवकाश मिल सकते हैं।


इन छुट्टियों का उठा सकते हैं लाभ -

अर्जित अवकाश (Earned Leave) और विशेष अवकाश (Privilege Leave) दोनों को पैसे में बदला जा सकता है। अगर आपके पास छुट्टियां बच जाती हैं, तो वे अगले साल के लिए आगे बढ़ाई जा सकती हैं। ज्यादातर कंपनियों में एक साल में 30 दिन तक की छुट्टियों का एनकैशमेंट किया जा सकता है। 
कुछ कंपनियां साल खत्म होने के बाद इस रकम का भुगतान करती हैं, जबकि कुछ कंपनियां इसे तब देती हैं जब कर्मचारी कंपनी छोड़ते हैं। लीव एनकैशमेंट (leave encashment) की रकम कर्मचारी के बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते (Dearness allowance) पर आधारित होती है और अगर किसी कर्मचारी को नौकरी से निकाला जाता है, तो उसे लीव एनकैशमेंट नहीं मिलता।

मातृत्व एवं पितृत्व अवकाश -

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भारत में महिला कर्मचारियों को बच्चों के जन्म के समय 12 हफ्ते तक की छुट्टी मिलती है, जिसमें से 6 हफ्ते की छुट्टी डिलीवरी के बाद ली जा सकती हैं। सरकारी नौकरी करने वाले पुरुषों को भी पितृत्व अवकाश (Maternity and Paternity Leaves) मिलता है, जो कुछ समय के लिए होता है। वैसे तो प्राइवेट कंपनियों में यह अवकाश अनिवार्य नहीं है, लेकिन कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को यह सुविधा प्रदान करती हैं। यह छुट्टी बच्चे के जन्म के लगभग 6 महीनों के भीतर ली जा सकती हैं और यह 15 दिनों तक हो सकती हैं।

बिना वेतन के छुट्टी का मतलब -

इन सभी छुट्टियों का लाभ उठाने के बाद अब अगर आप और छुट्टियों (Leave Without Pay) का लाभ लेना चाहते हैं, तो आप बिना वेतन के छुट्टी यानी लीव विदआउट पे ले सकते हैं। इस प्रकार की छुट्टी में आपको कंपनी की ओर से उतने दिन कोई भुगतान नहीं मिलेगा, जितने दिन आपने छुट्टी ली है, यानी एक तरह से सैलरी कम हो जाती है।