Expressway : 13,000 करोड़ की लागत से बनेगा नया एक्सप्रेसवे, दिल्ली से यूपी होते हुए जाएगा उत्तराखंड, 6 घंटे का सफर होगा 2.5 घंटे में
New Expressway :देश की राजधानी दिल्ली की कनेक्टिविटी दूसरे राज्यों से बढ़ाने के लिए अब एक और नया एक्सप्रेसवे (Delhi new expressway) बनने जा रहा है। 13 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह नया एक्सप्रेसवे यूपी से होता हुआ उत्तराखंड तक जाएगा। इसके बनने के बाद 6 घंटे का सफर ढाई घंटे में ही पूरा हो सकेगा।
HR Breaking News (expressway news) यूपी के बाद अब दूसरे राज्यों में भी एक्सप्रेसवे बनाए जाने का कार्य जोरों से शुरू हो गया है। अब दिल्ली से लेकर उत्तराखंड (Delhi to Uttarakhand expressway) तक 13 हजार करोड़ से एक नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों से होकर गुजरने वाले इस एक्सप्रेसवे (new expressway in delhi) पर वाहनों का आवागमन शुरू होने के बाद 6 घंटे का सफर आधे से भी कम समय में तय हो सकेगा। आइये जानते हैं इस नए एक्सप्रेसवे से और क्या क्या फायदे होंगे।
जमीन के रेट होंगे महंगे, भू मालिकों की मौज
NHAI की ओर से जल्द ही दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उत्तर भारत के विकास में यह नया एक्सप्रेसवे मिल का पत्थर साबित होगा। इसके बनने के बाद रोजगार के भी नए अवसर बढ़ेंगे तथा जहां से ये गुजरेगा, वहां की जमीन भी महंगी होगी।
इससे भूमालिकों व किसानों को फायदा होगा। उन्हें अच्छा खासा मुआवजा (expressway compensation) इस जमीन के लिए मिल सकता है।
210 किलोमीटर लंबा होगा नया एक्सप्रेसवे
इस नए एक्सप्रेसवे के बनने के बाद दिल्ली से देहरादून के बीच सफर का समय आधा हो जाएगा। 210 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, यूपी (UP news) और उत्तराखंड के लिए सौगात बनेगा। देहरादून में मेट्रो (dehradun metro) और एयरपोर्ट विस्तार से अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है।
चार चरणों में बनकर तैयार होगा एक्सप्रेसवे
भारतमाला प्रोजेक्ट (Bharatmala Project) के तहत बनने वाले इस एक्सप्रेसवे को चार चरणों में बनाया जाएगा। पहले चरण तके दिल्ली से लेकर यूपी के बागपत तक इसे 32 किलोमीटर एरिया में बनाया जाएगा। इसके बाद बागपत से सहारनपुर (Bagpat to Saharanpur expressway) तक 118 किलोमीट का ग्रीनफील्ड कॉरिडोर तैयार किया जाएगा।
इसमें 60 से ज्यादा अंडरपास होंगे। तीसरे चरण में सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर तक छह लेन सड़क मार्ग तैयार किया जाना है। अंतिम चरण में गणेशपुर से देहरादून तक इसे तैयार किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे अपने आखिरी छोर पर राजाजी टाइगर रिजर्व और शिवालिक पहाड़ियों (Shivalik Hills) से होकर गुजरेगा।
मेट्रो प्रोजेक्ट पर भी काम जारी
देहरादून में मेट्रो प्रोजेक्ट (dehradun metro project) पर भी काम जारी है। यह दो चरणों में बनाकर तैयार किया जाना है, इस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत हरिद्वार-ऋषिकेश (Haridwar-Rishikesh Haridwar-Rishikesh Route) और नेपाली फार्म-देहरादून रूट पर 73 किमी लंबी मेट्रो लाइन बिछाई जा रही है। इसके अलावा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर भी काम शुरू हो चुका है।
पर्यटन व रियल एस्टेट क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा
देहरादून अब पहले की तरह केवल हिल स्टेशन (Dehradun hill station) नहीं रह गया है, यह नया रियल एस्टेट हब भी बनता जा रहा है। इस नए एक्सप्रेसवे (dehradun expressway project) की योजना के बाद निवेशक अलर्ट हो गए हैं। इस क्षेत्र में अब एक्सप्रेसवे, मेट्रो, और एयरपोर्ट का विस्तार रियल एस्टेट (real estate) के साथ साथ पर्यटन के क्षेत्र को भी संजीवनी प्रदान करेगा।
ऋषिकेश और हरिद्वार के लोगों को होगा अधिक फायदा
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) बनने के बाद यहां मेट्रो लाइन, एयरपोर्ट और चारधाम हाईवे उत्तराखंड के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। इसका सबसे ज्यादा फायदा ऋषिकेश और हरिद्वार के लोगों को मिलेगा। इन दोनों शहरों की कनेक्टिविटी और भी बढ़ जाएगी। देहरादून सहित पूरे उत्तराखंड (Uttarakhand expressway) में हर रोज अनेक देशी व विदेशी पर्यटक आते हैं।
