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FASTAG बंद, पूरे देश से हटाए जाएंगे टोल प्लाजा, जानिये कब से लागू होगा नया सिस्टम

Toll Tax new System : हाईवे और एक्सप्रेसवे के रखरखाव के लिए सरकार टोल टैक्स का नियम बनाया है यानी वाहन चालकों को हाईवे और एक्सप्रेसवे पर सफर करने पर तय सीमा तक टोल टैक्स का भुगतान करना होता है। यह नियम सभी वाहन चालकों पर अनिवार्य होता है। बिना टोल टैक्स दिए आप आगे का सफर तय नहीं कर सकते हैं। अब सरकार जल्द ही फास्टैग को बंद करने वाली है और देशभर से सभी टोल प्लाजा को हटाने वाली है। दरअसल, टोल टैक्स भुगतान के लिए एक नया टोल सिस्टम लागू किया जाएगा।
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FASTAG बंद, पूरे देश से हटाए जाएंगे टोल प्लाजा, जानिये कब से लागू होगा नया सिस्टम

HR Breaking News - (new toll system update)। वाहन चालकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है दरअसल, सभी वाहन चालकों को हाईवे या एक्सप्रेसवे पर सफर करने के लिए टोल टैक्स का भुगतान करना होता है। एक्सप्रेसवे पर 60 किमी की दूरी पर टैक्स भुगतान के लिए टोल प्लाजा लगा होता है, जहां वाहन चालकों से टोल टैक्स लिया जाता है।


इसके लिए टोल प्लाजा पर रुकना पड़ता है। अब जल्द ही टोल टैक्स कलेक्शन का सिस्टम पूरी तरह से बदलने वाला है। दरअसल, बिना ब्रेक लगाए आप टोल प्लाजा को पार कर सकेंगे। टोल टैक्स भुगतान के लिए न तो आपको फास्टैग ( Fastag) की जरूरत पड़ेगी और न ही टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर रूकने का झंझट होगा। 

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री की बड़ी घोषणा - 

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा ऐलान करते हुए बताया है कि जल्द ही नई टोल नीति को लागू किया जाएगा। नए टोल सिस्टम (new toll system news) के तहत हाईवे पर बेवजह रुकने और गलत चार्जिंग से वाहन चालकों को राहत मिलेगी। नए टोल सिस्टम के लागू होने पर न तो  फास्टैग (FASTag) के जरूरत पड़ेगी न ही टोल प्लाजा पर रूकना होगा। देशभर में नई GPS आधारित टोल सिस्टम की सर्विस शुरू होने वाली है। नए टोल सिस्टम से वाहन चालकों को कई फायदे होंगे। आप जितनी दूरी तय करेंगे उतना ही टोल टैक्स भरना होगा।

कब से लागू हो जाएगा नया टोल सिस्टम


नए टोल सिस्टम (New Toll System Updates) को लेकर कई तरह की खबरें फेल रही थी, जिनपर सरकार की और जवाब आ चुका है। सरकार ने उन सभी रिपोर्ट को रद्द कर दिया है, जिनमें यह दावा किया जा रहा था कि 1 मई 2025 से GPS सिस्टम लागू हो जाएगा। सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि 1 मई से राष्ट्रीय स्तर पर सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम (Satellite Tolling System) लागू होने और  फास्टैग आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम को रिप्लेस करने की तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया गया है। सरकार ने कहा कि सैटेलाइट आधारित टोलिंग सिस्टम 1 मई से लागू करने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है।   

किस तरह काम करेगा ये नए टोल सिस्टम - 


नया GPS आधारित टोल सिस्टम तकनीकी रूप से एडवांस तो है ही इसके लावा, सटीकता, ट्रांसपेरेंस और कंविनियंस में भी आगे है। इसे आपके अकाउंट के साथ जोड़ा जाएगा। जब आप सफर करेंगे तो टोल टैक्स का पैसा सीधा खाते से कट जाएगा। 

शुरूआत में टोल टैक्स (Toll Tax Rules) का भुगतान कैश में होता था, जिससे वाहन चालकों को टोल प्लाजा पर काफी देर रूकना पड़ता था। इसके बाद साल 2016 में फास्टैग के आने के बाद टोल प्लाजा पर लगने वाली गाड़ियों की लंबी लाइनों से छुटकारा मिला, लेकिन फिर भी कई जगहों पर जाम की समस्या लगी रहती है। कई बार फास्टैग स्कैनिंग (FASTag Scanning) में दिक्कतों की वजह से टोल बूथ पर लंबी कतार लग जाती है।

 सरकार इस झंझट को खत्म करने के लिए अब नए टोल सिस्टम (new toll system) पर काम कर रही है। वाहनों को बिना किसी परेशानी के सफर करने और यात्रा के समय को कम करने के लिए चुनिंदा टोल प्लाजा पर 'एएनपीआर-फास्टैग बेस्ट बैरियर-लैस टोलिंग सिस्टम' लागू किया जाएगा.  यह एडवांस टोलिंग सिस्टम 'ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन' (ANPR) टेक्नोलॉजी, जिसमें नंबर प्लेट से वाहनों की पहचान की जाती है और 'फास्टैग सिस्टम', जो कि रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) पर काम करता है, दोनों का मिश्रण होगा।

टोल प्लाजा पर रूकने की जरूरत नहीं

इस सिस्टम के तहत वाहनों से टोल हाई परफॉर्मेंस (toll high performance) वाले एएनपीआर कैमरा और फास्टैग रीडर्स के माध्यम से लिया जाएगा, जिसमें वाहनों को टोल प्लाजा (toll plaza) पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी. मंत्रालय के मुताबिक अगर वाहन चालक टोल पर भुगतान नहीं करते हैं तो उन्हें ई-नोटिस दिया जाएगा और उनका फास्टैग भी कैंसिंल किया जा सकता है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।


बता दें कि भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर करीब 855 प्लाजा हैं, जिनमें से 675 सरकारी हैं, जबकि 180 या उससे अधिक निजी ऑपरेटरों द्वारा मैनेज किए जाते हैं। 


 

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