Ganga Expressway : हो जाइए शानदार सफर के लिए तैयार, इस दिन होगा गंगा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन
Ganga Expressway - उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे पर सफर का इंतज़ार अब खत्म होने वाला है। मेरठ से प्रयागराज के बीच 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। एक्सप्रेसवे के शुरू होने से मेरठ से प्रयागराज तक का सफर लगभग 6 घंटे का रह जाएगा... ऐसे में आइए नीचे खबर में जान लेते है इसका उद्घाटन कब होगा-
HR Breaking News, Digital Desk- (Ganga Expressway) उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे पर सफर का इंतज़ार अब खत्म होने वाला है। मेरठ से प्रयागराज के बीच 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। नवंबर के बाद किसी भी दिन इसके उद्घाटन की तिथि जारी की जा सकती है। इससे पहले, अक्टूबर के अंत या नवंबर में यूपीडा की हाई लेवल टीम मेरठ से प्रयागराज तक इसका ट्रायल करेगी, जिसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।
इसके आधार पर उद्घाटन तिथि का निर्धारण किया जाएगा। एक्सप्रेसवे के शुरू होने से मेरठ से प्रयागराज तक का सफर लगभग 6 घंटे का रह जाएगा। अभी मेरठ से प्रयागराज की सबसे छोटी दूरी लगभग 656 किलोमीटर है। इस दूरी को तय करने में 11 से 12 घंटे तक का समय लगता है।
यूपीडा की ताजा रिपोर्ट में क्या है?
यूपीडा की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) पर मेरठ से प्रयागराज (594 किलोमीटर) के बीच निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कुल 1498 स्ट्रक्चर्स में से 1494 पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं, जबकि शेष चार अंतिम चरण में हैं। तारकोल और अन्य निर्माण कार्य 97% तक पूरे हो चुके हैं, और मिट्टी का काम लगभग 100% हो गया है। एक्सप्रेसवे की ओवरऑल प्रगति लगभग 95% है, और बचे हुए 5% काम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह परियोजना अब पूर्णता के करीब है।
नवंबर तक पूरा होगा काम-
यूपीडा का दावा है कि सारे निर्माण कार्य नवंबर तक पूरे हो जाएंगे। ऐसे में नवंबर के आखिर या दिसंबर में किसी भी समय इसका उद्घाटन किया जा सकता है। यूपीडा के अधिकारियों के मुताबिक, मेरठ से बदायूं के बीच 129.70 किलोमीटर में निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। गंगा पर बड़े पुल के निर्माण के साथ ही मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल और बदायूं जिले में गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway in Budaun district) को फाइनल टच दिया जा रहा है। मेरठ से बदायूं के बीच के क्षेत्र में कुल 322 स्ट्रक्चर भी लगभग तैयार हैं। बीच-बीच में अभी कट छोड़ा गया है।
इसका कारण यह है कि स्थानीय स्तर पर चलने वाली गाड़ियों को इससे एक्सप्रेसवे से निकलने का रास्ता मिल रहा है। एक्सप्रेसवे को इससे नुकान नहीं होगा। यूपीडा हाई लेवल से हरी झंडी मिलते ही इसे फाइनल कर एक्सप्रेसवे को चालू कर देगी। संभावना है कि 15 नवंबर के बाद गंगा एक्सप्रेसवे पूरी तरह से फाइनल हो जाएगा।
चार साल में बनकर होगा तैयार-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) ने 18 दिसंबर 2021 को गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) की नींव रखी थी। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और लगभग चार सालों में बनकर तैयार हो जाएगा।
इस परियोजना में कुल 1498 स्ट्रक्चर (ढांचों) का निर्माण होना है, जिनमें से 1494 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जो इसकी तीव्र प्रगति को दर्शाता है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की टीम इस कार्य को नवंबर 2025 की निर्धारित समय-सीमा पर पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
