Gratuity rules : केंद्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी को लेकर आया बड़ा अपडेट
Gratuity Update rules : हर कर्मचारी के लिए ग्रेच्युटी काफी महत्वपूर्ण होती है। यह नौकरी के दौरान और रिटायरमेंट के बाद भी कर्मचारी के लिए बड़ा आर्थिक सहारा होती है। सरकार ने ग्रेच्युटी (gratuity rules 2025) को लेकर कई नियमों में बदलाव किया है। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए इस बारे में बड़ा अपडेट आया है। आइये जानते हैं इस बारे में खबर में विस्तार से-

HR Breaking News - (govt rules on gratuity)। देशभर के केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ग्रेच्युटी से जुड़ा अहम अपडेट है। अब सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली ग्रेच्युटी (new gratuity rules) पर कई जानकारी व नए नियम साझा किए हैं। इन नियमों के दायरे में कई साल पहले नौकरी लगे सभी कर्मचारी (govt employees) आएंगे और उनको सीधे तौर पर कई लाभ मिलेंगे।
यह नया नियम किया लागू-
केंद्र सरकार के किसी महकमे में 1 जनवरी 2004 या उसके बाद से नौकरी कर रहे हैं तो आपके लिए बेहद जरूरी अपडेट (govt update for employees) है। रिपोर्ट्स के अनुसार अब NPS (national pension system) के तहत आने वाले सभी केंद्रीय कर्मचारियों को ग्रेच्युटी भी दी जाएगी। इससे पहले यह नियम पुरानी पेंशन स्कीम (old pension scheme) के तहत आने वाले कर्मचारियों पर लागू था। अब नई पेंशन स्कीम के कर्मचारियों को भी इसमें शामिल किया गया है।
बढ़ जाएगा रिटायरमेंट फंड -
सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने यह फैसला पिछले दिनों ही लिया है। इस फैसले से लाखों केंद्रीय कर्मचारियों (central employees) को रिटायरमेंट प्लानिंग में फायदा होगा। कर्मचारियों का रिटायरमेंट फंड और बढ़ जाएगा।
सरकार ने इस कंफ्यूजन को किया दूर-
केंद्रीय कर्मचारियों को अब तक यह कंफ्यूजन थी कि उन्हें NPS के तहत मिलने वाला 60 प्रतिशत पैसा ही ग्रेच्युटी (Gratuity ke niyam) के रूप में मिलेगा। इसके अलावा उन्हें कोई पैसा मिलने की उम्मीद इस योजना के तहत नहीं थी। अब सरकार के फैसले से स्पष्ट हो गया है कि उन्हें NPS और ग्रेच्युटी (Gratuity kab milti h), दोनों के लाभ अलग-अलग मिलेंगे। अब कर्मचारी को NPS की 60 प्रतिशत लंप-सम रकम और अधिकतम 20 लाख रुपये की ग्रेच्युटी भी मिलेगी।
ये कर्मचारी उठा सकेंगे फायदा -
5 साल की नौकरी पूरी करने के बाद कर्मचारी को ग्रेच्युटी (Gratuity ke fayde) का फायदा मिलेगा। मेडिकल इमरजेंसी के आधार पर रिटायर होने वाले कर्मचारी को भी यह लाभ दिया जाएगा।
इसके अलावा दुर्घटना के शिकार हुए कर्मचारियों को पांच साल से पहले भी ग्रेच्युटी (Gratuity benefits) मिलेगी यानी उनके लिए न्यूनतम 5 साल नौकरी करने की कंडीशन नहीं होगी। सबसे अहम बात तो यह है कि इन नियमों को पूरा करने वाले दो साल पहले रिटायर हो चुके कर्मचारी भी इसका लाभ उठा सकेंगे।
इस हिसाब से मिलती है ग्रेच्युटी -
ग्रेच्युटी मिलने का भी नियम होता है। ग्रेच्युटी एक्ट, 1972 के अनुसार कर्मचारी को ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाता है। यह लगातार 5 साल नौकरी करने पर हर साल की नौकरी पर 15 दिन के वेतन के बराबर मिलता है। हालांकि आगे के सर्विस टाइम के लिए भी ग्रेच्युटी (Gratuity kisko milti h) दी जाती है। ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा 20 लाख रुपये भी हो सकती है। यह पैसा NPS के लंप-सम के अलावा कर्मचारियों को दिया जाएगा।
कर्मचारियों की इस शिकायत को किया दूर-
सरकार ने अब पुरानी और नई पेंशन स्कीम (new pension scheme) के बीच संतुलन बना दिया है। NPS को लेकर कर्मचारियों की शिकायत थी कि पहले की गारंटीड पेंशन स्कीम जितनी NPS (national pension scheme) स्कीम सुरक्षित नहीं है। अब ग्रेच्युटी के फैसले से यह अंतर लगभग खत्म हो गया है।
कर्मचारी फटाफट निपटा लें यह काम -
सरकार के इस नए नियम (Gratuity rules) के बाद सरकारी कर्मचारियों को अपना रिकॉर्ड अपडेट करना चाहिए। रिटायर हो चुके कर्मचारियों और रिटायरमेंट के पास लगे कर्मचारियों (Gratuity rules for central employees) के लिए तो यह और भी ज्यादा जरूरी है। इसके लिए अपने महकम के कार्मिक विभाग से संपर्क करके सर्विस पीरियड, रिटायरमेंट की तारीख और सभी पे डिटेल्स चेक कर लें। यह भी देख लें कि ये सही ये दर्ज हैं।
सर्विस रिकॉर्ड के कागजात करें पूरे-
रिटायरमेंट से जुड़े कागजात (service documents) कम या अधूरे न हों, यह भी चेक कर लें। ऐसी कोई दिक्कत है तो बाद में रकम लेने में परेशानी हो सकती है। इसलिए पहले ही अपनी नौकरी से जुड़े सभी कागजात पूरे कर लें। नई नीति के अनुसार ग्रेच्युटी (gratuity rules update) के लिए आवेदन करके आप पूरे रिकॉर्ड को दुरुस्त कर सकते हैं।