House Construction Cost : कम पैसे में तैयार हो जाएगा मजबूत घर, इन 6 तरीकों से घटा सकते हैं कंस्ट्रक्शन की कॉस्ट

HR Breaking News -(Construction tips) । रियल एस्टेट बाजार में घरों की डिमांड निरंतर बढ़ती ही जा रही है। पिछले कुछ समय में रेजिडेंशियल प्लॉट की डिमांड काफी बढ़ी है। घर बनाने में सबसे बड़ी चुनौती लागत को कंट्रोल करने की है, लेकिन आपको बता दें कि अगर समझदारी से कंस्ट्रक्शन कराया जाए तो कंस्ट्रक्शन ( House Construction tips)की कॉस्ट में ही आप अधिक बचत कर सकते हैं।आइए जानते हैं कैसे आप कंस्ट्रक्शन की कॉस्ट को घटा सकते हैं।
कितनी आएगी लागत-
एक्सपर्ट का मानना है कि आप छोटी-छोटी चीजें सही तरीके से करके कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में 12-15 प्रतिशत की बचत कर सकते हैं। उनका कहना है कि वैसे तो कंस्ट्रक्शन कॉस्ट अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग हो सकती है। लेकिन, जब घर बनवाया जाता है तो इसकी औसत लागत (how to reduce Construction Cost ) करीब 1,500 रुपये प्रति वर्ग फीट आती है।
लग्जरी घर के निर्माण में भी कर सकेंगे इतनी बचत-
अगर लग्जरी घर बनाया जाए तो यह करीब 2,000 रुपये प्रति वर्ग फीट बैठती है। लेकिन, इसे ही अगर आप तैयार करते समय सहीं चीजों से काम चला सकते हैं तो यह लागत 1,200 रुपये प्रति वर्ग फीट आएगी।अगर आप सही तरीके(sasta ghar banane ka tarika) का यूज करते हैं तो आप 2,000 वर्ग फीट में 3.6 लाख से 4.5 लाख रुपये बचा सकते हैं। इससे 2,000 वर्ग फीट में कंस्ट्रक्शन की लागत (House Construction Cost kaise kam kre) तकरीबन 30 लाख रुपये आएगी।
सही प्लॉट का करें चुनाव-
अगर आप भी प्लॉट (sasta ghar kaise banayen)खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको बता दें कि आपको ऐसा प्लॉट लेने की कोशिश करनी चाहिए जो समतल और सड़क के लेवल पर हो। एक्सपर्ट का मानना है कि अगर प्लॉट ऊबड़-खाबड़ या पथरीला है तो इसमें एक्स्ट्रा कॉस्ट आती है और जिससे खर्चा बढ़ता है, क्योंकि प्लॉट को समतल कराने में ज्यादा मटीरियल खर्च होगा, जिससे इसकी लागत बढ़ जाएगी।
आर्किटेक्ट की सेवाएं से लागत में होगी बचत-
भले ही अच्छे आर्किटेक्ट की सेवाएं (Services of a good architect)लेने में लागत सामान्य के मुकाबले थोड़ी ज्यादा होती है। लेकिन, कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में आप सही तरीके (Right methods in construction cost)का यूज करके लाखों की बचत कर सकते है। एक्सपर्ट के अनुसार अच्छे आर्किटेक्ट होंगे तो इससे जगह का ज्यादा से ज्यादा यूज होगा। इससे कॉस्ट में बचत होती है। इसी तरह पूरा काम खत्म करके घर की चाबी पकड़ाने वाले कॉन्ट्रैक्टर कंस्ट्रक्शन कॉस्ट (contractor construction cost) का लगभग 10 प्रतिशत चार्ज करते हैं।
ग्रिड स्ट्रक्चर के साथ रहे जुड़े-
जितना हो सके घर का लूक सिंपल रखकर कंस्ट्रक्शन लागत को कम कर सकते हैं। आप भी किसी खूबसूरत घर के सपने देखते होंगे, लेकिन इसे बनवाने में खर्च (Sasta Ghar bnane ke tips)भी ज्यादा आएगा। इसके लिए आपके पास बेस्ट ऑप्शन यही रहेगा कि आप आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले ग्रिड स्ट्रक्चर के साथ जुड़े रहें, क्योंकि यह मजबूत होने के साथ ही वजन उठा पाता है। इसके विपरित अगर आप चमक-धमक वाले स्ट्रक्चर बनवाते हैं तो ये आंखों को अच्छा दिख सकते हैं। लेकिन, इनमें कम मजबूती हो सकती है।
इन तरीको से बचती है घर की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट -
कच्चे माल की खरीद स्थानीय स्तर पर की जाने से भी घर की लागत घट सकती है। इनमें फिर चाहे मेंट, ईंट हों या दरवाजे, पल्ले और खिड़कियां। ऐसा करने से घर की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट बचती है औ इसके साथ ही इन्हें स्टोर करने का पर्याप्त इंतजाम होता है। इसके साथ ही आपको बता दें कि अब प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्स (pre-engineered buildings) का कॉन्सेप्ट धीरे-धीरे रेजिडेंशियल कंस्ट्रक्शन में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। आमभाषा में स्पष्ट करें तो पीईबी बने-बनाए आयरन स्टील स्ट्रक्चर (Iron Steel Structure)होते हैं। इससे कॉस्ट घटने के साथ -साथ स्ट्रक्शन के काम को भी रफ्तार मिलती है।
इन बातों का भी रखें ध्यान-
एक्सपर्ट का कहना है कि कम लागत में घर (Sasta Ghar bnane ke tips)बनाने के लिए क्वालिटी के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। घर बनवाने में शुरुआती कॉस्ट के साथ-साथ पूरी जिंदगी इस पर आने वाले खर्च को भी देखा जाता है। यह कम से कम 30-50 साल होती है। उनका मानना है कि कि आर्किटेक्ट की हेल्प(ways to reduce construction costs) से लंबे समय तक चलने वाले मटीरियल का चुनाव करें। इसके साथ ही ध्यान रखें कि वह बहुत महंगा नहीं हो, क्योंकि यह आपको भविष्य में रिपेयर या रिप्लेसमेंट कॉस्ट घटाने में हेल्प करेगा।