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Indian Railways : इस रेलवे रूट पर एक साथ दौड़ेंगी बुलेट, हाई स्पीड और सामान्य ट्रेन, जमीन से 4 मीटर ऊपर बनेगा रेलवे ट्रेक

संसाधनों के पूर्ण इस्तेमाल के लिए रेलवे दो क्रांतिकारी योजनाओं पर काम कर रहा है। पहली योजना यह है कि अधिक से अधिक एलिवेटेड ट्रैक बनाए जाएं। साथ ही यह कोशिश भी की जा रही है कि बुलेट ट्रेन, हाई स्पीड, सेमी हाई स्पीड और सामान्य गति वाली ट्रेनों को एक ही ट्रैक पर दौड़ाया जाए।आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

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HR Breaking News (नई दिल्ली)। आने वाले समय में रेलवे दो बड़ी योजनाओं पर काम कर रहा है। पहली, जो रेलवे ट्रैक बनाए जाएं, वह जहां भी संभव हों वहां अधिक से अधिक एलिवेटेड बनाए जाएं। दूसरे, कोशिश यह भी की जा रही है कि बुलेट ट्रेन, हाई स्पीड, सेमी हाई स्पीड और सामान्य गति वाली ट्रेनों के लिए अलग-अलग ट्रैक ना बनाते हुए एक ही ट्रैक पर तमाम स्पीड वाली ट्रेनों को दौड़ाया जाए। रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा संसाधनों में ही कैसे बेस्ट किया जाए। इस बात को सोचते हुए अब कोशिश की जा रही है कि भविष्य में जो भी नए रेलवे ट्रैक बनाए जाएं, उनमें कोशिश की जाए कि वह एलिवेटेड हों। इसके लिए एक मसौदा भी तैयार किया गया है। जिसमें एलिवेटेड रेलवे ट्रैक की ऊंचाई जमीन से चार मीटर ऊपर रखी जाएगी। इसमें एलिवेटेड ट्रैक को सिंगल या डबल लाइन के हिसाब से नहीं बल्कि चार लाइन के हिसाब से डिजाइन किया जाएगा ताकि कम खर्चे में अधिक से अधिक ट्रेनें चलाई जा सकें।

इसके कई फायदे रेलवे को नजर आ रहे हैं। मसलन, मौजूदा रेलवे लाइनों में सबसे बड़ी दिक्कत लाइनों पर जानवरों के आने और लोगों द्वारा अवैध रूप से लाइन पार करने जिससे कई बार हादसे भी हो जाते हैं। इससे ना केवल ट्रेनों की स्पीड कम होने के रूप में फर्क पड़ रहा है बल्कि अन्य कई तरह की परेशानियां भी सामने आ रही हैं। इन तमाम बातों को सोचते हुए रेलवे योजना बना रहा है कि भविष्य में जो भी रेलवे लाइन बिछाई जाएं, वह जमीन से कम से कम चार मीटर की हाइट पर हों।

एक ट्रैक पर दौड़ेंगी सभी ट्रेन


इसमें बीच-बीच में लोगों और ट्रैफिक के निकलने के लिए जरूरत के मुताबिक सब-वे, रोड और पुलिया बनाई जाएंगी। जरूरत के मुताबिक, एलिवेटेड रेलवे लाइनों की हाइट बढ़ाई भी जा सकेगी ताकि उसके नीचे से बस, ट्रक और अन्य तरह के अधिक ऊंचाई वाली गाड़ियां भी आसानी से निकल सकें। इसके अलावा रेलवे एक और योजना पर काम यह भी कर रहा है कि भविष्य में जो रेलवे ट्रैक बनाए जाएं, वह बहुउद्देशीय हों। यानी एक ही ट्रैक पर बुलेट ट्रेन, हाई स्पीड, सेमी हाई स्पीड और सामान्य स्पीड वाली ट्रेनों को दौड़ाया जा सके। इसके लिए विदेशों की तर्ज पर भारत में भी ऐसे ही ट्रैक बनाने पर विचार किया जा रहा है।

फैसले से क्या होगा लाभ?


एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनाने से ना केवल ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी, बल्कि देश में कई जगह ट्रेनों के बीच रास्ते में रूक जाने या फिर धीमा हो जाने से यात्रियों के साथ जो छीना-झपटी जैसी वारदातें हो जाती हैं, उन पर भी लगाम लग सकेगा। एलिवेटेड ट्रैक होने से उनकी फेंसिंग करना भी आसान होगा जो अभी जमीन पर बनने से बहुत अधिक संभव नहीं हो पाती। रेलवे जहां लाइनों के दोनों तरफ कटीले तारों की फेंसिंग या दीवार करता है, वहां कई जगह आबादी वाले एरिया में लोग उसे अपने आने-जाने के रास्ता बनाने के लिए तोड़ देते हैं। पुराने रेलवे ट्रैक को भी धीरे-धीरे एलिवेटेड कराने की योजना है।