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Delhi में 1700 से ज्यादा अनधिकृत कॉलोनियों को बढ़ी सौगात, सरकार कराएगी विकास के ये बड़े काम

Delhi News : दिल्ली एनसीआर जहां अपनी इमारतों और बढ़िया लाइफस्टाइल के लिए फेमस है। वहीं, यहां कई ऐसी अनधिकृत कॉलोनियों है, जिनको बुनियादी सुविधाएं की समस्याओं को भी झेलना पड़ता है, लेकिन अब सरकार इन अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगो के लिए बुनियादी सुविधाएं (unauthorized colonies basic facilities) के विकास के लिए कुछ कामों को लेकर मंजूरी दे दी है।

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Delhi में 1700 से ज्यादा अनधिकृत कॉलोनियों को बड़ी सौगात, सरकार कराएगी विकास के ये बड़े काम

HR Breaking News (Delhi News) दिल्ली में जहां भारी भरकम जनसंख्या देखी जाती है। वहीं, यहां 1700 से ज्यादा अनधिकृत कॉलोनियों है, जिनको हर दिन कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब अनधिकृत कॉलोनियों (unauthorized colonies) में रहने वाले लोगों को सरकार बड़ी सौगात देने वाली है। सरकार की ओर से अब इन अनधिकृत कॉलोनियों में नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।

सरकार ने किए कूल 39 नए टेंडर जारी

दिल्ली की इन कॉलोनियों ( colonies of Delhi) के विकास के लिए सरकार ने कूल 39 नए टेंडर जारी किए हैं जिनके तहत सड़कें गलियां नालियां और सीवर का निर्माण किया जाएगा। देखा जाए तो दिल्ली में 1700 से ज्यादा कॉलोनियों के लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पाती है। इसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने अब दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) को भी विकास कार्यों की मंज़ूरी दे दी है, जिसके तहत इन कॉलोनियों में सड़कें, गलियां, नालियां और सीवर बनाने का काम किया जाना है।

भाजपा सत्ता में वापसी के लिए जरूरी है इनका योगदान

दिल्ली सरकार (Delhi government) के एक अधिकारी का कहना है कि सिर्फ काम नहीं, बल्कि गुणवत्ता पर भी खास ध्यान दिया जाएगा। उनका कहना है कि भाजपा सत्ता में वापसी के लिए अनधिकृत कॉलोनियों (unauthorized colonies) के लोगों का योगदान भी बेहद जरूरी है। बता दें कि इन कॉलोनियों में मुस्तफाबाद, करावल नगर, शिव विहार, गांधी नगर, बादली समेत कई अन्य कॉलोनियां को शामिल किया गया है।

कूल इतनी है अनधिकृत कॉलोनियां

देखा जाए तो इस समय में राजधानी दिल्ली में 1700 से ज्यादा अनधिकृत कॉलोनियां (Unauthorized colonies in capital Delhi) हैं, जहां लोग हर रोज जरूरी चीजों के लिए कई समस्याओं का सामना करते हैं। इन समस्याओं में पेयजल, सीवर लाइन और सड़कों व गलियों का निर्माण आदि शामिल है। ऐसी कई कॉलोनियों है, जिनमे गंदे पानी की निकासी एक बड़ी समस्या बनी हुई है।

कई कॉलोनियों तो ऐसी भी है, जिनमे अभी तक मुख्य नालियां भी नहीं बनी हैं। इन कॉलोनियों में गलियों और नालियों का भी भारी अभाव है। बता दें कि जो दिल्ली के सबसे ज्सादा प्रभावित इलाके है, उन्में करावल नगर, मुस्ताफाबाद, नजफ़गढ़, पालम, किराड़ी और छतरपुर शामिल हैं। इन इलाकों में अनधिकृत कॉलोनियां की संख्या (Number of unauthorized colonies) बेहद ज्यादा हैं।

कहां कितनी है अवैध कॉलोनियां

बता दें कि दिल्ली (Delhi New Updates ) के करावल नगर और मुस्तफाबाद में एक भी स्वीकृत कॉलोनी नहीं है। वहीं, नजफ़गढ़ में 172 अनधिकृत कॉलोनियां है। इन कॉलोनियो के बाद उत्तम नगर आता है, जहां 136 कॉलोनियां मौजुद हैं। इसके साथ ही किराड़ी में 105 अवैध कॉलोनियां, पालम में 49 अवैध कॉलोनियां और छतरपुर में 75 अवैध कॉलोनियां (Delhi illegal colonies) हैं, जहां सरकार खजाने का धन सिर्फ सड़कें, गलियां और नालियां बनाने पर ही खर्च किया जा सकता है।

बीते कई वर्षों से दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (Delhi State Industrial & Infrastructure Development Corporation) इन कॉलोनियों में निर्माण का काम करवा रहा था, जिसके बाद अब सरकार ने दिल्ली नगर निगम को भी इन कॉलोनियों में काम करवाने को लेकर मंजूरी दे दी है। अब बताया जा रहा है कि एक से अधिक एजेंसी होने से काम तेजी से हो पाएगा।

इन कॉलोनियो में होगा नालियों और सड़कों का निर्माण

अब दिल्ली की कुछ कॉलोनियों में सड़कें और नालियां बनाई जाने वाली है। इन कॉलोनियों (Delhi illigal colonies Updates ) में शिव विहार फेज एक, दो और नौ, स्कूल ब्लॉक मंडावली फाजलपुर एक्सटेंशन, शक्ति विहार करावल नगर, अंबिका विहार, नेहरू विहार करावल नगर,मुकुंद विहार, अंकुर एन्क्लेव एक्सटेंशन, शांति मोहल्ला एक्सटेंशन, मुस्तफाबाद के रोशन विहार, कृष्णा नगर के कांति नगर एक्सटेंशन, गांधीनगर के पूर्वी आजाद नगर, बादली के जीवन पार्क, घोंडा और नरेला स्वतंत्रता विहार, राजीव नगर और जहांगीरपुरी के बेगमपुर एक्सटेंशन आदि का नाम शामिल है।