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Uttar Pradesh के 358 गांव में बसाया जाएगा नया शहर, 8 महीने में तैयार होगा मास्टर प्लान

UP New City : उत्तर प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों को सुधारने और लोगों को बेहतर आवासीय सुविधा देने के लिए सरकार लगातार नए शहर बसाने पर फोकस कर रही है। अब यूपी वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। एक्सप्रेसवे के किनारे नया शहर बसाया जाएगा लिए नीचे खबर में जानते हैं विस्तार से ठीकहै

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Uttar Pradesh के 358 गांव में बसाया जाएगा नया शहर, 8 महीने में तैयार होगा मास्टर प्लान 

HR Breaking News - (New City in UP)। उत्तर प्रदेश में डेवलपमेंट के कार्य तेजी से किया जा रहे हैं आबादी के बढ़ने के साथ ही नए शहर विकसित किया जा रहे हैं इन शहरों में लोगों को बेहतरीन सुविधाएं दी जा रही है। नए शहर बसाने के पीछे सरकार का मकसद लोगों को सुनियोजित ढंग से आवास प्रदान करवाना है और प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को तेज करना है। किसी मकसद से सरकार उत्तर प्रदेश में एक नया शहर (New City in UP) विकसित करने की तैयारी कर रही है नई शहर को बसाने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है।

8 महीने में तैयार होगा मास्टर प्लान -

बता दें कि नया शहर हाथरस में विकसित किया जाएगा। यमुना विकास प्राधिकरण (Yamuna Development Authority) ने हाथरस अर्बन स्टेट के मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। यह फैसला इस प्रोजेक्ट को तेज करने के लिए लिया गया है। चयनित कंपनी को 8 महीना के अंदर मास्टर प्लान तैयार कर कार्य सौंप दिया जाएगा।


4000 हेक्टेयर भूमि पर विकसित होगा शहर - 

यमुना प्राधिकरण (Yamuna Development Authority) क्षेत्र 6 जिलों तक फैला हुआ है। जहां मथुरा में हेरीटेज सिटी (Mathura Heritage City) विकसित की जा रही है, वहीं टप्पल में लॉजिस्टिक हब बनाने की योजना है। आगरा में भी पर्यटन और धरोहर को प्राथमिकता दी जा रही है।  नए शहर का मास्टर प्लान तैयार करने के लिए चयनित कंपनी पहले शहर की भौगोलिक स्थिति का सर्वे करेगी।

इसके बाद नया शहर बसाने का प्लान तैयार किया जाएगा। शुरुआती चरण में 2 से 4000 हेक्टेयर में यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के दोनों तरफ नया शहर डेवलेप किया जाएगा। हाथरस के 358 गांव इस परियोजना के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल हैं।

 

नए शहर में बनेंगी ये चीजें - 

नया शहर (UP New City) खासतौर पर डेयरी, कपड़ा और ब्रास उत्पादों का मुख्य केंद्र बनेगा। हाथरस के सदर, सादाबाद और सासनी तहसील के गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, हाथरस जिले में MSME (लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग) और कुटीर उद्योग प्रमुख हैं। जिले में लगभग 10,293 उद्योग पंजीकृत हैं, जिनका अधिकतर हिस्सा क्लस्टर के रूप में विकसित है।

मास्टर प्लान (UP New City Master Plan) 2041 (फेज-2) के तहत हाथरस में नए शहर का विकास होना है। यह योजना न केवल शहर के विकास में मदद करेगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। 


हाथरस में अलीगढ़ और आगरा के मुकाबले बेहतर सड़क संपर्क है। नए शहर का NH- 93 और यमुना एक्सप्रेसवे  (Yamuna Expressway) के जरिए SH 33 से जुड़ाव है। इसके अलावा, यहां रेल जंक्शन भी है, जो शहर के विकास में सहायक होगा।