Noida news : बेटी की शादी के लिए खरीदा 53 लाख का सोना, सब निकला नकली, फिर सुनार को ऐसे सिखाया सबक
Fake Gold News : बेटी की शादी के लिए जब परिवार वालों ने एक सुनार से 53 लाख का सोना खरीदा, जब उस सोने को गिरवी रखने के परिवार वाले दूसरे सुनार के पास गए तो उन्हें पता चला की ये पूरा सोना नकली है। फिर क्या हुआ, नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं
HR Breaking News, New Delhi : सुनार भाइयों ने पैसे लेने के बाद एक ग्राहक को 53 लाख रुपये का नकली सोना थमा दिया। इस मामले में सुनार और उसके भाई सहित कुल सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में फेज-2 कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है। पुलिस को दी शिकायत में दादरी के देवेंद्र कुमार ने बताया कि उसके पड़ोस में मनोज वर्मा कुछ समय पूर्व रहते थे। मनोज का देवेंद्र के यहां आना-जाना भी था। एक दशक पहले मनोज दादरी से रहने के लिए भंगेल आ गए। यहां मनोज ने अपने पिता गुलाब के नाम पर गहनों की दुकान खोली।
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मनोज और उसका भाई आकाश दुकान पर बैठने लगे। देवेंद्र को बेटी की शादी करनी थी। ऐसे में जान-पहचान होने के कारण उसने मनोज के पास गहने बनवाने के लिए फोन किया। देवेंद्र की ओर से ऑर्डर किए गए गहनों की कीमत दोनों ने 52 लाख 90 हजार रुपये बताई। देवेंद्र ने 22 लाख 90 हजार रुपये बतौर एडवांस दोनों को दे दिए। बेटी की शादी के दौरान पीड़ित ने पूरा भुगतान किया और सोना ले लिया और इसे बेटी को शादी में भेंट कर दिया।
ऐसे खुला राज
शादी के कुछ समय बाद बेटी के ससुराल पक्ष को पैसों की आवश्यकता पड़ी और कुछ सोने को गिरवी रखने का फैसला लिया गया। इसी दौरान जांच में पता चला कि सारा सोना नकली है। इस बारे में पीड़ित ने जब सुनार भाइयों से पूछा तो उन्होंने गलती मान ली और मामला वार्ता कर सुलझाने के लिए कहा। तीन अप्रैल को पीड़ित सिद्ध प्रकाश, दीपक, अमित, हिमांशु, चंद्रमोहिनी, सलोनी और नितिन के साथ सुनार के भंगेल स्थित दुकान पर पहुंचा। वहां आकाश वर्मा और मनोज वर्मा के साथ संजीव शर्मा, सोनू वर्मा, सावित्री देवी, विनीता वर्मा और एक अज्ञात मौजूद थे।
तेजाब फेंकने का प्रयास किया
आरोप लगाया गया है कि नकली गहनों के बदले में पैसे वापस मांगने पर सुनार पक्ष के लोगों ने दुकान पर ही पीड़ित पक्ष के लोगों के साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि सुनार पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर तेजाब डालने का भी प्रयास किया। मारपीट करने का आरोप भी पीड़ित पक्ष ने लगाया है। पुलिस ने इस मामले में छह नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
असली और नकली की पहचान ऐसे करें
अगर आप असली और नकली सोने के गहनों में अंतर नहीं कर पा रहे हैं तो कुछ ऐसे आसान उपाय हैं, जिनके माध्यम से इसकी तुंरत पहचान हो जाएगी। आपको गहने को पानी में डालना है, अगर वह ऊपर की तरफ तैर रहा है तो समझ लीजिए सोना नकली है। असली गहने की पहचान में सिरका भी काफी कारगर है। इसके लिए आपको गहने के ऊपर सिरके की कुछ बूंदें डालनी है। अगर सिरके का रंग बदलता है, तो इसका मतलब कि ये सोना नकली है। अगर सोना बताई गई धातु चुबंक से चिपक जाती है, तो ये नकली है।
सुनार भाइयों ने पैसे लेने के बाद एक ग्राहक को 53 लाख रुपये का नकली सोना थमा दिया। इस मामले में सुनार और उसके भाई सहित कुल सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में फेज-2 कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है। पुलिस को दी शिकायत में दादरी के देवेंद्र कुमार ने बताया कि उसके पड़ोस में मनोज वर्मा कुछ समय पूर्व रहते थे। मनोज का देवेंद्र के यहां आना-जाना भी था। एक दशक पहले मनोज दादरी से रहने के लिए भंगेल आ गए। यहां मनोज ने अपने पिता गुलाब के नाम पर गहनों की दुकान खोली।
मनोज और उसका भाई आकाश दुकान पर बैठने लगे। देवेंद्र को बेटी की शादी करनी थी। ऐसे में जान-पहचान होने के कारण उसने मनोज के पास गहने बनवाने के लिए फोन किया। देवेंद्र की ओर से ऑर्डर किए गए गहनों की कीमत दोनों ने 52 लाख 90 हजार रुपये बताई। देवेंद्र ने 22 लाख 90 हजार रुपये बतौर एडवांस दोनों को दे दिए। बेटी की शादी के दौरान पीड़ित ने पूरा भुगतान किया और सोना ले लिया और इसे बेटी को शादी में भेंट कर दिया।
ऐसे खुला राज
शादी के कुछ समय बाद बेटी के ससुराल पक्ष को पैसों की आवश्यकता पड़ी और कुछ सोने को गिरवी रखने का फैसला लिया गया। इसी दौरान जांच में पता चला कि सारा सोना नकली है। इस बारे में पीड़ित ने जब सुनार भाइयों से पूछा तो उन्होंने गलती मान ली और मामला वार्ता कर सुलझाने के लिए कहा। तीन अप्रैल को पीड़ित सिद्ध प्रकाश, दीपक, अमित, हिमांशु, चंद्रमोहिनी, सलोनी और नितिन के साथ सुनार के भंगेल स्थित दुकान पर पहुंचा। वहां आकाश वर्मा और मनोज वर्मा के साथ संजीव शर्मा, सोनू वर्मा, सावित्री देवी, विनीता वर्मा और एक अज्ञात मौजूद थे।
तेजाब फेंकने का प्रयास किया
आरोप लगाया गया है कि नकली गहनों के बदले में पैसे वापस मांगने पर सुनार पक्ष के लोगों ने दुकान पर ही पीड़ित पक्ष के लोगों के साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि सुनार पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर तेजाब डालने का भी प्रयास किया। मारपीट करने का आरोप भी पीड़ित पक्ष ने लगाया है। पुलिस ने इस मामले में छह नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
असली और नकली की पहचान ऐसे करें
अगर आप असली और नकली सोने के गहनों में अंतर नहीं कर पा रहे हैं तो कुछ ऐसे आसान उपाय हैं, जिनके माध्यम से इसकी तुंरत पहचान हो जाएगी। आपको गहने को पानी में डालना है, अगर वह ऊपर की तरफ तैर रहा है तो समझ लीजिए सोना नकली है। असली गहने की पहचान में सिरका भी काफी कारगर है। इसके लिए आपको गहने के ऊपर सिरके की कुछ बूंदें डालनी है। अगर सिरके का रंग बदलता है, तो इसका मतलब कि ये सोना नकली है। अगर सोना बताई गई धातु चुबंक से चिपक जाती है, तो ये नकली है।