home page

Property Documents : प्रोपर्टी खरीदने वाले हो जाएं सावधान, इन डॉक्यूमेंट के बिना खरीदा घर तो हो जाएगी मुश्किल

Property papers list  : प्रोपर्टी आंख मूंदकर करने का सौदा नहीं है। प्रोपर्टी (property purchasing tips) लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आप जब भी प्रोपर्टी लें तो इन खास डॉक्यूमेंट्स (property documents) को जरूर चेक कर लें, नहीं तो आपकी सारी पूंजी डूब सकती है। आइये जानते हैं इन जरूरी डॉक्यूमेंट्स के बारे में।
 | 
Property Documents : प्रोपर्टी खरीदने वाले हो जाएं सावधान, इन डॉक्यूमेंट के बिना खरीदा घर तो हो जाएगी मुश्किल

HR Breaking News - (property buying tips)।  आजकल सबसे ज्यादा ठगी प्रोपर्टी की खरीद फरोख्त (property buying and selling tips) के मामलों में ही होती है। इसलिए प्रोपर्टी लेते समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है।

 बेहतर यही है कि आप प्रोपर्टी (property knowledge) खरीदने से पहले ही इससे जुड़े सारे दस्तावेजों की गहराई से जांच कर लें। इसके बाद आप साफ सुथरी प्रोपर्टी डील करने में सफल हो सकेंगे। ऐसे में आपको इस बारे में जानकारी होनी चाहिए कि प्रोपर्टी से जुड़े वे दस्तावेज (property documents)  कौन से हैं, जिनको जांचना जरूरी है। इनकी जांच करके आप धोखाधड़ी से भी बच सकेंगे।


1. रेरा सर्टिफिकेट की करें जांच पड़ताल-


प्रोपर्टी के मामलों में धांधली व धोखाधड़ी रोकने के लिए RERA (Real Estate Regulatory Authorities) अधिनियम बनाया गया है। इसके तहत प्रोपर्टी पंजीकृत है तो आप निश्चिंत हो सकते हैं। निर्माणाधीन परियोजना में प्रोपर्टी ले रहे हैं तो वह प्रोजेक्ट रेरा (RERA certificate) के तहत रजिस्टर्ड है या नहीं, ये जरूर चेक कर लें।

2. सेल एग्रीमेंट में बारीकी से चेक करें ये चीजें-


सेल एग्रीमेंट (sale agreement) एक ऐसा दस्तावेज है जो संपत्ति के बारे में पूरी डिटेल प्रस्तुत करता है। इस दस्तावेज में प्रोपर्टी पर कब्जे की तारीख के अलावा प्रोपर्टी से जुड़ी तमाम नियम और शर्तें लिखी होती हैं। इन सभी बातों को बारीकी से चेक करना बहुत जरूरी है। अगर आप होम लोन (home loan tips) लेकर प्रोपर्टी ले रहे हैं तो सेल एग्रीमेंट जरूर चाहिए।

3. ऑक्यूपेंसी प्रमाणपत्र कर लें चेक-


प्रोपर्टी पर किसी अन्य व्यक्ति का कब्जा तो नहीं है, यह चेक करने के लिए आप ऑक्यूपेंसी प्रमाणपत्र (Occupancy Certificate) जांच लें। इसे स्थानीय प्राधिकरण से प्राप्त किया जा सकता है।

4. एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट -


एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate) से आप यह पता कर सकते हैं कि संबंधित प्रोपर्टी पर कोई विवाद है या नहीं। विवादमुक्त प्रोपर्टी लेना ही आपके लिए फायदेमंद रहेगा, नहीं तो आपकी पूंजी डूब सकती है। प्रोपर्टी पर किसी तरह का लोन है या प्रोपर्टी कहीं गिरवी रखी है तो  एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट से आप पता कर सकते हैं।

 5. पंजीकरण कार्यालय से एनओसी -


आप जो प्रोपर्टी ले रहे हों, उससे जुड़े प्रोपर्टी पंजीकरण कार्यालय से प्रोपर्टी की एनओसी (property NOC)  जरूर लें। प्रोपर्टी विक्रेता से आप इसकी मांग कर सकते हैं। प्रोपर्टी (property buying tips) खरीदते समय यह जरूर चेक कर लें कि उक्त प्रोपर्टी को लेकर प्रशासन या प्राधिकरण को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

6. प्रोपर्टी की रजिस्ट्री-


किसी भी जमीन या प्रोपर्टी के मालिकाना हक (property rights) का पता स्वामित्व प्रमाण पत्र (ownership certificate) से चलता है। इसे आम भाषा में रजिस्ट्री  (property registry) के नाम से भी जाना जाता है। वास्तव में रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मिलने वाले कागजात 'स्वामित्व प्रमाण पत्र'  की जरूर जांच कर लेनी चाहिए। इसके बाद प्रोपर्टी का दाखिल खारिज (property mutation) यानी नामांतरण या इंतकाल होना भी जरूरी है।