Property Knowledge : भाई बहन ने हड़प ली आपके हिस्से की प्रोपर्टी, जानिये कानूनी तरीके से कैसे ले सकते हैं वापस
Property Rights : प्रोपर्टी के विवाद अपनों में ही अधिक होते हैं। कभी भाई बहनों के बीच तो कभी बाप बेटों के बीच प्रोपर्टी (property news) के विवाद देखने को मिलते हैं। अगर भाई बहन ही आपके हिस्से की जमीन को हड़प ले या कब्जा (property possession) कर ले तो आप इसे एक खास कानूनी तरीके से वापस पा सकते हैं। आइये जानते हैं इस स्थिति में क्या हो सकते हैं कानूनी उपाय।
HR Breaking News - (property disputes)। जमीन, मकान या किसी अन्य तरह की प्रोपर्टी (property news) को लेकर आजकल धोखाधड़ी के मामले खूब बढ़ रहे हैं। अधिकतर बार तो ये मामले करीबियों के बीच ही होते हैं। भाई बहनों के बीच भी धोखाधड़ी ( property fraud case) के ऐसे मामले देखने सुनने में कहीं न कहीं मिल ही जाते हैं।
अगर भाई बहन मिलकर दूसरे भाई के हिस्से की प्रोपर्टी (propety cases) को हथियाते हैं तो इसे वापस भी पाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कानूनी तरीके का पता होना जरूरी है। प्रोपर्टी पर कब्जा या धोखाधड़ी होने पर आपको नीचे खबर में बताए गए तरीके से आपका हिस्सा वापस मिल सकता है।
इस कानूनी प्रक्रिया का लें सहारा-
परिवार का कोई सदस्य या कोई बाहरी व्यक्ति आपकी प्रोपर्टी को गलत तरीके से हड़पता है तो उस संपत्ति को वापस पाने के लिए आप कानूनी प्रक्रिया (Legal process to get property back) का सहारा ले सकते हैं। इसके लिए आपको प्रोपर्टी पर अपना मालिकाना हक साबित करने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स (property documents) दिखाने होंगे। इनको हमेशा अपने पास ही रखना चाहिए ताकि समय पर काम आ सकें।
यहां की जा सकती है शिकायत-
भाई बहन की ओर से धोखाधड़ी से प्रोपर्टी हड़प ली जाए या प्रोपर्टी सेल डीड (property sale dead) पर धोखे से साइन करा लिए जाएं तो यह अपराध माना जाता है। धोखे से हड़प ली गई जमीन की रजिस्ट्री (property registry) भी करा ली जाए तो प्रोपर्टी रजिस्ट्रार के पास जाकर आप अपनी शिकायत व आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।
प्रोपर्टी की रजिस्ट्री (property registration rules) रद्द करवाने के लिए भी आप आवेदन दे सकते हैं। अगर प्रोपर्टी की रजिस्ट्री नहीं हुई है तो रजिस्ट्रेशन न करने का आग्रह प्रोपर्टी रजिस्ट्रार (property registrar) से कर सकते हैं। अगर रजिस्ट्री हो चुकी हो तो प्रोपर्टी को वापस पाने के लिए सिविल कोर्ट में कॉन्ट्रैक्ट लेटर को रद्द करने के लिए केस दायर कर सकते हैं।
FIR के लिए यह है प्रावधान -
प्रोपर्टी के मामलों में आपराधिक कार्य के लिए एफआईआर (FIR rules in property cases) की जा सकती है। हालांकि कुछ मामले सिविल कोर्ट में भी निपटाए जाते हैं। प्रॉपर्टी को धोखाधड़ी से हड़पने पर IPC की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कराया जा सकता है। डरा-धमकाकर किसी को उसकी संपत्ति से बेदखल (evicted from property) करने पर पीड़ित व्यक्ति धारा 420 के तहत थाने में FIR दर्ज कराने का अधिकार रखता है।
जमीनी विवाद में इनकी लें मदद-
जमीनी विवाद (property disputes) से जुड़े मामलों के निपटारे के लिए आप जिला न्यायालय, सब रजिस्ट्रार ऑफिस, भू-अभिलेख विभाग और नगर पंचायत या नगर पालिका से मदद ले सकते हैं। भूमि विवाद के समाधान के लिए झगड़े में पड़ने के बजाय कानूनी विशेषज्ञ (legal experts) की मदद लेनी चाहिए।
ऐसे होगा मालिकाना हक साबित -
प्रोपर्टी या जमीन पर अपना मालिकाना हक (how to prove ownership) साबित करने के लिए रजिस्ट्री दस्तावेज का पास में होना जरूरी है। इसके अलावा खतौनी, खाता संख्या और प्रोपर्टी ट्रांसफर (property transfer rules) ऑर्डर खुद के पास होने चाहिए। इन कागजातों के आधार पर आप प्रोपर्टी या जमीन पर अपना मालिकाना हक (property owner rights) साबित कर सकते हैं।
