Property Right : शादीशुदा बेटी का पैतृक और पिता की संपत्ति में कितना अधिकार, जानिये कानूनी प्रावधान

HR Breaking News, Digital Desk - (right in property) प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर देश भर में कई तरह के नियम बनाए हुए हैं जिनकी जानकारी हमें होना बेहद जरूरी है। खासकर महिलाओं को प्रॉपर्टी से जुड़े नियमों को लेकर बेहद कम जानकारी होती है जिनकी वजह से वह अपना हक लेने में वंचित रह जाती है। ऐसे में आज की इस खबर के माध्यम से हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं कुछ सवाल और जवाब जिन्हें जानने के बाद आपको प्रॉपर्टी के बंटवारे (division of property) से जुड़े कई सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
सवाल- मैं एक 32 साल की विवाहित महिला हूं। क्या अगर मेरे पिता की बिना वसीयत लिखे मृत्यु (father's death without writing a will) हो जाती है तो उनकी स्वअर्जित और पैतृक संपत्तियों में मेरा भी अधिकार होगा?
जवाब- हिंदू उत्तराधिकार (संशोधन) कानून, 2005 के मुताबिक, एक बेटी को पिता की स्वअर्जित संपत्ति(father's self-acquired property) में ठीक वहीं अधिकार है जो बेटे का है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि बेटी विवाहित है या अविवाहित। ऐसे में अगर आपके पिता की बिना वसीयत लिखे मौत होती है तो उनकी स्वअर्जित संपत्ति में आपका भी उतना ही अधिकार है जितना प्रथम श्रेणी के सभी कानूनी उत्तराधिकारियों की। लेकिन अगर उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी (property related rules )का किसी अन्य के नाम वसीयत करना चुनते हैं तो आप उसमें अपना दावा नहीं कर सकतीं। हां, क्लास 1 उत्तराधिकारी होने की वजह स आप वसीयत को चुनौती जरूर दे सकती हैं। जहां तक पैतृक संपत्ति की बात है तो उस पर आपका जन्म से ही अधिकार है।
सवाल- मैं 76 साल का हूं और मेरी 2 स्वअर्जित संपत्तियां हैं जिनमें से एक सेल्फ-ऑकुपाइड है। मेरे दो बच्चें हैं जो आर्थिक तौर पर स्वतंत्र हैं और उनके अपने-अपने घर हैं। हालांकि, मैं अपनी एक प्रॉपर्टी अपने दोनों बेटों को देना चाहता हूं। क्या मैं इसके लिए वसीयत का सहारा लूं या प्रॉपर्टी ट्रांसफर के लिए गिफ्ट डीड करूं। (property transfer rules)
जवाब- अगर आप चाहते हैं कि आपकी मौत के बाद प्रॉपर्टी ट्रांसफर हो तो आप वसीयत लिख सकते हैं जिसमें संबंधित प्रॉपर्टी का पूरा ब्यौरा(Complete property details)और किन-किन को मिलेगा, इसका स्पष्ट जिक्र हो। आपको अपनी वसीयत को पंजीकृत भी कराना चाहिए ताकि वह ज्यादा विश्वसनीय हो और बिना किसी विवाद के आसानी से प्रॉपर्टी का ट्रांसफर (Property Right )हो जाए। लेकिन अगर आप अपने जीते जी तुरंत प्रॉप्रटी को ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए गिफ्ट डीड करना चाहिए। अगर कोई संपत्ति सेल्फ-ऑकुपाइड हो तो उसका ट्रांसफर वसीयत के जरिए करना ठीक रहेगा ताकि जब तक आप जिंदा रहें, उस पर आपका पूरा कंट्रोल हो।
सवाल- मेरी मां के तीन भाई और एक बहन हैं। मेरे नाना की हाल ही में मौत हो गई और उन्होंने कोई वसीयत भी नहीं लिखी थी। उन्होंने अपने पीछे दो स्व-अर्जित संपत्तियां छोड़ी हैं। अब मेरे मामा कह रहे हैं कि इन संपत्तियों में उनकी बहनों का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उनकी शाद में पर्याप्त दहेज दिया गया था। क्या मेरी मां और मौसी के इन संपत्तियों में कोई अधिकार (any rights in properties)हैं?
जवाब- अगर आपके नाना की मौत बिना वसीयत लिखे हुई है और प्रॉपर्टी स्वअर्जित है तो क्लास 1 के सभी कानूनी उत्तराधिकारियों की उन संपत्तियों पर बराबर हिस्सेदारी होगी। चूंकि आपकी मां और मौसी क्लास 1 उत्तराधिकारी हैं इसलिए दोनों इन संपत्तियों पर अपना दावा कर सकती हैं। उनकी वैवाहिक स्थिति या दहेज दिए जाने का इन संपत्तियों पर उनके कानूनी अधिकार (legal rights)पर कोई असर नहीं पड़ता।
सवाल- मैं पिछले तीन सालों से तलाकशुदा हूं और मैंने दोबारा शादी नहीं की है। मेरा एक 7 साल का बेटा है। क्या उसका मेरे पति की पैतृक संपत्ति में कोई अधिकार होगा?
जवाब- आपके बेटे को आपके पूर्व पति की पैतृक संपत्ति पर जन्मजात अधिकार (innate right to ancestral property)है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप तलाकशुदा हैं या आपके पति ने दूसरी शादी कर ली है और उस शादी से भी उनके बच्चे हैं।