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Property Rights : दामाद और नातियों को कब मिलता है प्रोपर्टी में हिस्सा, जानिये कोर्ट ने बड़ा फैसला

Property Rights : प्रॉपर्टी बंटवारे को लेकर विवाद होना आजकल एक हम बात हो गई है। कोर्ट में भी रोजाना प्रॉपर्टी विवाद से जुड़े कई मामले सामने आते रहते हैं। क्या आप जानते हैं कि दामाद और नातियों को प्रॉपर्टी में हिस्सा कब मिलता है। चलिए खबर में आपको बताते हैं दिल्ली हाई कोर्ट के एक फैसले के बारे में जिसमें साफ-साफ बताया गया है कि दामाद और नातियों को प्रॉपर्टी में अधिकार कब मिलता है।
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Property Rights : दामाद और नातियों को कब मिलता है प्रोपर्टी में हिस्सा,  जानिये कोर्ट ने बड़ा फैसला

HR Breaking News : (Property Rights) प्रॉपर्टी बंटवारे को लेकर देश भर में नियम और कानून बनाए गए हैं जिनकी बेहद कम लोगों को जानकारी हैऔर इसी वजह से प्रॉपर्टी पर हो रहे विवादों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज की इस खबर में हम आपको बताने जा रहे हैं दिल्ली हाई कोर्ट के एक फैसले के बारे में जिसमें बताया गया है कि दामाद और नातियों को कब मिलता है प्रॉपर्टी में हिस्सा।


गुरुवार को संपत्ति विवाद (property dispute) सुनवाई करते हुए दिल्ली (Delhi) की एक अदालत ने कहा कि बेटी की मृत्यु हो जाने पर भी दामाद और नातियों का पिता की संपत्ति में अधिकार (rights in father's property) माना जाएगा। कोर्ट (court decision) ने अगले आदेश तक दूसरे पक्ष को संपत्ति की बिक्री (estate sale) या किसी अन्य तरह के अधिकार पर रोक लगा दी है।


प्रोपर्टी में हक को लेकर भांजे ने अपने दो मामाओं के खिलाफ दायर की है याचिका


बता दें कि गुरुवार को दिल्ली (delhi high court) के साकेत स्थित नरेश कुमार लाकार की कोर्ट में संपत्ति विवाद पर सुनवाई (hearing on property dispute) हुई थी। इस दौरान कोर्ट ने ये आदेश दिया। दरअसल मामले में भांजे ने अपने दो मामला के खिलाफ याचिका दायर की थी। जिसमें मामा द्वारा नाना की संपत्ति में अधिकार (rights in maternal grandfather's property) न दिए जाने की बात कही गई है।

बेटी के बच्चों और पति का पिता की संपत्ति में है अधिकारी 


वहीं कोर्ट (court news) ने सुनवाई के दौरान कहा कि बेटी की अगर मौत हो गई है तो उसके पति और उसके बच्चों का उसके पिता की संपत्ति में अधिकार है। इस स्थिति में दूसरा पक्ष संपत्ति में हिस्से का निर्धारण होने तक प्रॉपर्टी (porperty related rules) बेच नहीं सकता है।

अगली सुनवाई तक कोर्ट ने लगाई प्रोपर्टी बेचने पर रोक


इसके साथ ही अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता की मां अपने पिता की प्रॉपर्टी की उत्तराधिकारी थी। ऐसे में एक तिहाई हिस्से पर उसका भी हक है। वहीं कोर्ट ने मामले की अगली तारीख तक सभी संपत्तियों का संबंधित कार्यालय द्वारा मूल्यांकन करने का निर्देश दिया है। वहीं अगले आदेश तक प्रॉपर्टी को बेचने पर भी रोक (Prohibition on sale of property) लगा दी है।