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R Thyagarajan : जानिये कौन है कर्मचारियों को 6200 करोड़ रुपये दान करने वाला ये भारतीय बिजनेसमैन, रातोंरात स्टाफ हो गया अमीर

इस भारतीय बिजनेसमैन ने कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है, इसने कर्मचारियों को 6200 करोड़ रुपये दान में दे दिए है, आइये नीचे खबर में जानते है इस बिजनेसमैन के बारे में विस्तार से।
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R Thyagarajan : जानिये कौन है कर्मचारियों को 6200 करोड़ रुपये दान करने वाला ये भारतीय बिजनेसमैन, रातोंरात स्टाफ हो गया अमीर

HR Breaking News (नई दिल्ली)। श्रीराम ग्रुप के फाउंडर राममूर्ति त्यागराजन (Ramamurthy Thiagarajan) ने अपनी 6000 करोड़ रुपए से अधिक की सपंत्ति दान कर दी है। त्यागराजन ने बताया कि उन्होंने अपना छोटा सा घर और एक 5 हजार डॉलर (4 लाख रुपए) की कार छोड़कर बाकी सारी संपित अपने कर्मचारियों के लिए बने ट्रस्ट में दे दी है। 86 साल के त्यागराजन ने कहा कि, "मैंने 750 मिलियन डॉलर (करीब 6,210 करोड़ रुपए) की संपत्ति श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दिया है। हालांकि, उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि उन्होंने संपत्ति कब दान की है।

इस वर्ष में शुरू की थी कंपनी


आर. त्यागराजन एक ब्राह्मण उद्योगपति और चेन्नई स्थित श्रीराम ग्रुप के संस्थापक हैं, जो एवीएस राजा और टी. जयरमन के साथ एक वित्तीय सेवा समूह है। उनका जन्म 25 अगस्त, 1937 को चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में हुआ था। इस ग्रुप की स्थापना 5 अप्रैल 1974 को आर त्यागराजन, एवीएस राजा और टी. जयारमन ने चेन्नई में की थी। ग्रुप की शुरुआत चिट फंड बिजनेस(chit fund business) से हुई और बाद में ग्रुप ने लोन और इंश्योरेंस बिजनेस में प्रवेश किया. त्यागराजन ने कम आय वाले लोगों को लोन देकर अपना साम्राज्य बनाया है, जिन्हें बैंकों से लोन नहीं मिलता।

लाखों लोगों को मिला इस कंपनी से रोजगार


श्रीराम राम के इस ग्रप में करीब 1,08,000 लोग काम करते हैं। उनकी कंपनी ट्रकों, ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों के लिए समाज के गरीब वर्ग को ऋण देने में अग्रणी है। त्यागराजन ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने यह कंपनी इसलिए खोली थी कि बिना क्रेडिट इतिहास वाले लोगों को पैसा उधार लेने में दिक्कत में न आए। प्रमुख कंपनी श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड(Shriram Finance Limited) का बाजार मूल्य लगभग 8.5 बिलियन डॉलर है। जून तिमाही में इसका मुनाफा करीब 200 मिलियन डॉलर रहा।

इसलिए खोली थी कंपनी


एक साक्षात्कार में त्यागराजन ने कहा- मैं थोड़ा वामपंथी हूं, लेकिन मैं उन लोगों की जिंदगी से कुछ थोड़ी परेशानी कम करना चाहता हूं, जो संघर्ष कर रहे हैं। त्यागराजन ने ये भी कहा कि मैं वित्तीय सेवाओं के कारोबार में ये साबित करने के लिए आया हूं कि बिना क्रेडिट हिस्ट्री और रेगुलर इनकम वाले लोगों को भी लोन देना उतना जोखिम भरा नहीं है, जितना आमतौर पर समझा जाता है।

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