8 किलोमीटर लंबा होगा Delhi Metro का नया कॉरिडोर, पहली बार चलेगी ये खास मेट्रो
Delhi Metro का लगातार विस्तार किया जा रहा है। दिल्ली वासियों के लिए मेट्रो ने नया कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया है। इस नई लाइन पर खास मेट्रो चलाई जाएगी। दिल्ली वासियों के लिए यह सौगात देने वाला रहेगा। दिल्ली मेट्रो की खास मेट्रो ट्रेन में बिजली की खपत भी कम होगी। पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होगा। इससे वित्तीय रूप से भी दिल्ली को लाभ होगा। दिल्ली मेट्रो शीर्ष स्तरीय अर्बन ट्रांसिट सॉल्यूशन प्रधान करने के लिए यह फायदेमंद है।
HR Breaking News (Delhi Metro) दिल्ली मेट्रो के ऐतिहासिक कॉरिडोर शुरू करने जा रही है। इस पर कई स्टेशन बनाए जाएंगे। 8 किलोमीटर की नई मेट्रो लाइन बिछाई जाएगी। नए नेटवर्क से दिल्ली वासियों को काफी लाभ होगा। इसके लिए रूट भी निर्धारित हो गया है।
इतने यात्रियों को होगा प्रतिदिन लाभ
दिल्ली में नई मेट्रो (Delhi Me metro) चलने से रोजाना 60000 से 80000 यात्रियों को लाभ होगा। 2025 की आबादी के अनुसार यह लाभ का अनुमान है। 2041 के लिए मान कर चलें तो 120000 से ज्यादा यात्री प्रतिदिन दिल्ली मेट्रो के नए कॉरिडोर से अपने आवागमन तक आ जा सकेंगे।
दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क पर प्रभाव
नया कॉरिडोर (New Metro Coridor) बन जाने से दिल्ली के दक्षिण और मध्य दिल्ली के बीच की यात्रा आसान हो जाएगी। यात्रियों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी मिलेगी।
मौजूद मेट्रो लाइनों पर भीड़ भाड़ को कम करने में प्रमुख स्टेशनों पर निर्बाध इंटरचेंज प्रदान करके परियोजना से हजारों यात्रियों की यात्रा को आसान किया जाएगा। लोगों को अपने कार्यालय तक पहुंचने में आसानी होगी।
पहली बार चलाई जाएगी तीन कोच वाली मेट्रो
दिल्ली में मेट्रो (Delhi Metro News) की ओर से पहली बार तीन कोच वाली मिनी मेट्रो चलाई जाएगी। अब तक ज्यादातर मेट्रो में 4, 6 या 8 कोच की चलती है। तीन कोच प्रणाली को विशेष रूप से कम दूरी की यात्रा के लिए विकसित किया गया है।
छोटी ट्रेन में खर्च कम होगा और यात्रियों की पर्याप्त संख्या को समायोजित किया जा सकेगा। दिल्ली मेट्रो का नया कॉरिडोर भविष्य में कुशल मेट्रो प्रणाली के साथ शहरी गतिशीलता के लिए बेहतर उपयोग का काम करेगा।
फेज चार में किया जा रहा है काम
दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro News) के फेज चार के तहत कार्य किया जा रहा है। भारत का पहला ऐसा मेट्रो कॉरिडोर शुरू हो रहा है जिसमें 3 कोच वाली ट्रेनों का संचालन होगा। यह देश के शहरी परिवहन नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगी।
फेज-4 का लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में दूसरी सबसे छोटी मेट्रो लाइन 8 किलोमीटर होगी। यह मौजूदा मेट्रो कॉरिडोर के साथ निर्बाध इंटरचेंज सुनिश्चित करते हुए लास्ट माइल कनेक्टिविटी तक जाएगा।
संख्या को ध्यान में रखकर हो रहा निर्माण
लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर (New Metro coridor) का निर्माण यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। उच्च घनत्व वाले गलियारों में भारी भीड़ को संभालने के लिए लंबी रेक की आवश्यकता होती है।
इस परियोजना के तहत यात्रियों की एक अलग श्रेणी के अनुसार, जिसमें कम दूरी के यात्रियों को लगातार और कुशल मेट्रो सेवाओं की आवश्यकता होती है, उपलब्ध कराएगा।
कितने लोग बैठ सकेंगे एक ट्रेन में
दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के तीन कोच वाली ट्रेन में यात्रियों के लिए प्रति कोच बैठने और खड़े होने की क्षमता लगभग 300 यात्री है। प्रति कोच के हिसा से 300 यात्री के हिसाब से ट्रेन में 900 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं।
यह होंगे 8 स्टेशन
इसमें पहला स्टेशन लाजपत नगर होगा जोकि पिंक और वायलेट लाइनों (New metro stations) के साथ इंटरचेंज, एक प्रमुख वाणिज्यिक और ट्रांजिट हब है। दूसरा स्टेशन एंड्रयूज गंज होगा जोकि आवासीय और संस्थागत क्षेत्रों की सेवा प्रदान करता है। वहीं, ग्रेटर कैला -1 से आसपास के लागों को भी लाभ होगा।
तीसरा स्टेशन चिराग दिल्ली, दक्षिण दिल्ली के व्यस्त इलाकों तक पहुंच में सुधार करने के साथ मैजेंटा लाइन के साथ इंटरचेंज करेगा। इसके बाद पुष्पा भवन स्टेशन सरकारी कार्यालयों और आवासीय क्षेत्रों को जोड़ने का काम करेगा।
इसके बाद साकेत कोर्ट फिर सातवां पुष्प विहार सेक्टर 1, 3, 4 और 7 के निवासियों को लाभान्वित करेगा। वहीं अंतिम स्टेशन साकेत जी ब्लॉक गोल्डन लाइन के साथ इंटरचेंज करने के साथ हवाई अड्डे से जुड़ाव करेगा।
