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UP की इन 2 नगर पालिकाओं को बनाया जाएगा नगर निगम, योगी सरकार ने शुरू कर दी तैयारी

UP News - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि गाजियाबाद के खोड़ा और लोनी के बाद अब मुरादनगर और डासना नगर पंचायत को भी नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने की तैयारी की जा रही है। दो सांसदों ने इन दोनों क्षेत्रों को भी नगर निगम सीमा में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है... इस अपडेट से जुड़ी पूरी डिटेल जानने के लिए खबर के साथ अंत तक बने रहे। 
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HR Breaking News, Digital Desk- गाजियाबाद के खोड़ा और लोनी के बाद अब मुरादनगर और डासना नगर पंचायत को भी नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने की तैयारी की जा रही है। दो सांसदों ने इन दोनों क्षेत्रों को भी नगर निगम सीमा में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है। इससे यहां का विकास भी तेजी से होगा। साथ ही जल, सीवर और पथ प्रकाश की भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

पिछले दिनों नमो ट्रेन के उद्घाटन से पहले इसका निरीक्षण करने पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा और लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने दोनों क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने की मांग की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में जिला प्रशासन तैयारी कर रहा है।

दोनों नगर पालिकाओं को नगर निगम में शामिल करने का प्रस्ताव प्रशासन की ओर से तैयार किया जा चुका है। इन दोनों नगर पालिका के साथ कनावनी को भी नगर निगम में शामिल किया जाएगा। इसके लिए नक्शा तैयार किया जा रहा है। अब खोड़ा और लोनी के साथ इस सीमा विस्तार में नगर पालिका मुरादनगर और नगर पंचायत डासना को भी शामिल करने का प्रस्ताव आया है। राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल ने मुरादनगर क्षेत्र को तो केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद वीके सिंह ने डासना नगर पंचायत को नगर निगम की सीमा में शामिल करने बात कही है।

नगर निगम गाजियाबाद ग्रेटर रखने की मांग-

अब तक नगर निगम में 100 वार्ड हैं। खोड़ा और लोनी नगर पालिका को इसमें शामिल करने के बाद 150 वार्ड तक बनाने की योजना थी। लेकिन यदि मुरादनगर और डासना के क्षेत्र को इसमें शामिल किया गया तो यहां वार्डों की संख्या 200 या उससे ज्यादा भी हो सकती है। ऐसे नगर निगम का क्षेत्र काफी बड़ा होगा। जिसे नगर निगम गाजियाबाद ग्रेटर का नाम दिया जा सकता है।

मुरादानगर में 25 और डासना में हैं 15 वार्ड-

मुरादनगर नगर पालिका में 25 वार्ड हैं। इसके साथ ही डासना नगर पंचायत में 15 वार्ड हैं। विधायक और सांसद के चुनाव के दौरान इन दोनों क्षेत्रों की काफी अहमियत रहती है। शहर से सटे इन दोनों क्षेत्र के लोग गाजियाबाद शहर की तरह ही अपने क्षेत्र में विकास चाहते हैं। मुरादनगर और डासना में चेयरमैन चुने जाते हैं। ऐसे में इनके नगर निगम में शामिल होने के बाद यहां के लोग भी मेयर को चुनेंगे। जिसके बाद इन क्षेत्रों के वार्डों का विकास भी शहर के वार्डों की तरह ही होगा।

जोन की संख्या भी बढ़ेगी-

अब तक नगर निगम पांच जोन में विभाजित है। सभी वार्डों में विकास जोन के अनुसार होता है। लोनी, खोडा, मुरादनगर और डासना शामिल होने के बाद निगम क्षेत्रफल बढ़ जाएगा। ऐसे में जोन को संख्या भी बढ़ानी होगी। विकास के कार्य और टैक्स की वसूली होगी।

फंड की जरूरत होगी-

नगर निगम में 1700 करोड़ रुपये का बजट है। इन चारों नगर पालिका और पंचायत को शामिल करने के बाद बजट भी दो गुना हो जाएगा। ऐसे में नगर निगम 100 वार्डों में विकास कराने के लिए फंड के इंतजाम में जुटा रहता है। इनके शामिल होने के बाद ज्यादा फंड की जरूरत होगी।

इस तरह से होगा विकास-

ग्रामीण क्षेत्र में शामिल मुरादनगर, डासना शहरी क्षेत्र में शामिल होगा

इन क्षेत्र के लोगों को भी महानगर स्तर की सुविधाएं मिल सकेंगी

विकास कार्य नगर निगम के जोनल कार्य के आधीन होंगे

सीवर लाइन, पानी की लाइन, स्ट्रीट लाइट, सड़क, पार्क आदि के विकास निगम वार्ड की तर्ज पर होगा

पूरे क्षेत्र की मॉनिटरिंग महापौर और नगरायुक्त के हाथ में होगी

लोगों को अपने समस्या रखने के लिए बेहतर प्लैटफॉर्म मिलेगा

पूरे क्षेत्र के विकास के लिए नगर निगम में बजट पास होगा।