Twin tower : भारत में पहली बार गिराई जाएगी 32 मंजिल इमारत, 9 सेकंड में जमीन में मिल जाएगी
नोएडा: नोएडा में सुपरटेक बिल्डर (Supertech Builder) के बनाए 32 मंज़िला ट्विन टावर को गिराने के लिए कल रविवार को ड्राई रन होगा, उसकी तैयारियां पूरी कर ली गयीं हैं. इस इमारत की ऊंचाई करीब 103 मीटर है. भारत में इतनी ऊंची इमारत पहली बार गिराई जाएगी. ये काम दक्षिण अफ्रीका की कंपनी जेट डेमोलिशन (jet demolition) के सहयोग से होगा.
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दरअसल, नोएडा के सेक्टर 93A में बने 32 मंजिला ट्विन टावर को जमींदोज करने की तैयारी ज़ोरों पर है. रविवार को टावर को गिराने के लिए ड्राई रन होगा और सब ठीक रहा तो 22 मई को महज 9 सैकेंड में ये टावर ज़मीदोज़ हो जाएगा. ये टावर सुपरटेक बिल्डर ने अवैध तरीके से बनाए थे, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने ध्वस्त करने का आदेश दिया था. जानकारी के मुताबिक इमारत को गिराने के ड्राई रन के लिए पलवल से पुलिस सुरक्षा में करीब 5 किलो विस्फोटक लाया जाएगा.
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इस विस्फोटक से 13वीं मंज़िल में 1 कॉलम और बेसमेंट में 5 कॉलम में धमाके किए जाएंगे. 2:30 बजे ये धमाके किए जाएंगे. इस दौरान सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक ट्विन टावर के सामने वाली सड़क बन्द रहेगी. आसपास की सोसाइटी एटीएस और एमरल्ड कोर्ट में रहने वाले लोगों से कहा गया है कि विस्फोट से 15 मिनट पहले और 15 मिनट बाद तक सोसाइटी में बाहर न निकले और खिड़कियों के पास न आये.
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एडिफिस के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने बताया कि 32 मंजिला इमारत पहली बार गिरेगी. भारत मे किसी भी एजेंसी ने ऐसा काम किया नहीं है. हमारी सहयोगी एजेंसी जो है, अफ्रीका की जेट डेमोलिशन वो 108 मीटर की बिल्डिंग अफ्रीका में गिरा चुकी है. यहां भारत में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हम कोच्चि में 60 मीटर ऊंची इमारत गिरा चुके हैं. ये इमारत (ट्विन टावर) 103 मीटर ऊंची है.
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700 फ्लैट बनाए गए
वहीं ट्विन टावर से सटी एमरल्ड कोर्ट सोसाइटी के RWA अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया का कहना है कि जहां 23 फ्लैट बनने थे, वहां करीब 700 फ्लैट बना दिये गए. हमने नोएडा प्राधिकरण से लेकर सुपरटेक बिल्डर तक को इसे रोकने के लिए कहा, लेकिन जब कोई नहीं माना तो हम कोर्ट गए और ट्विन टावर को तोड़ने का आदेश दिया गया. हमारी सोसाइटी ट्विन टावर से महज 9 मीटर दूर है. लोग डरे हुए हैं, लेकिन टावर गिराने वाली एजेंसी ने कहा है कि कुछ नहीं होगा.
हमारे घरों का इंश्योरेंस भी हो रहा है. गौरतलब है कि 22 मई को महज 9 सैकेंड में इमारत को इस तरह गिराया जाएगा कि उसका मलबा आसपास नहीं फैलेगा. लेकिन धूल के गुबार और कंपन को रोकने और बचने के इंतजाम किए जा रहे हैं. उस दिन आसपास के घरों को खाली करा दिया जाएगा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे भी आधे घंटे के लिये बन्द रहेगा. ट्विन टावर को तोड़ने में करीब 18 करोड़ का खर्च आएगा. अंदाज़ा है कि इमारत से करीब 25 हज़ार टन मलबा निकलेगा.
