करनाल में ब्लैक फंगस के दो मामले आए सामने, स्वास्थ्य विभाग को सता रही चिंता

HR BREAKING NEWS. (करनाल) प्रदेश में कोरोना के साथ- साथ अब ब्लैक फंगस बीमारी ने भी फैलना शुरू कर दिया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोगों की श्रेणी में रख दिया है।सीएम सिटी करनाल में ब्लैक फंगस के दो मामले सामने आए हैं। फिलहाल दोनों मरीजों को कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया और उनका इलाज चल रहा है।
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बहराल कोरोना के साथ आई ब्लैक फंगस की बीमारी भी स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता बन गई है। आपको बतादें कोरोना का साथी ब्लैक फंगस अब लोगों को अपना शिकार बना रहा है। करनाल में ब्लैक फंगस के 2 मामले सामने आए हैं। दोनों का इलाज कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल में चल रहा है। दरसअल दोनों मरीजों को कोरोना हुआ था और उन्हें शुगर भी थी ऐसे में उसके बाद ब्लैक फंगस की बीमारी ने उन्हें जकड़ लिया।
दोनों का करनाल के कल्पना चावला मेडकिल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है, दोनों की तबियत ठीक है। ब्लैक फंगस अधिकतर उन लोगों को हो रहा है जिन्हें पहले कोरोना हुआ, वो काफी बीमार हुए, उनका शुगर लेवल भी बढ़ा हुआ था, उन्हें इलाज के दौरान स्टोरोइएड भी दिए गए, जिसके बाद ब्लैक फंगस बीमारी भी उन्हें घेर लेती है।
करनाल के सिविल सर्जन डॉ योगेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि करनाल में ब्लैक फंगस के दो मामले सामने आए हैं। मेडिकल कॉलेज में उनका इलाज चल रहा हैं। उन्होंने ने बताया कि अगर किसी को ब्लैक फंगस होता है तो उसमें लक्षण दांतों में दर्द होना, मुहँ पर सूजन आ जाना, आंखों की रोशनी कम हो जाना, आंख में सुजनपन आना होता है।
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उन लोगों को सबसे ज़्यादा धयान देने की ज़रूरत है जिनको कोविड 19 हुआ था या फिर अभी कोरोना संक्रमित हैं और उनका शुगर लेवल भी बढ़ा रहता है । अगर समय पर इलाज नहीं मिलता तो आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी बना रहता है। दांतों में दर्द होना, मुहँ पर सूजन आ जाना, आंखों की रोशनी कम हो जाना, आंख में सुजनपन जैसे लक्षण हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह जरूर ले। इसमें लापरवाही बरतना हानिकारक हो सकता हैं।