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UP Metro : योगी सरकार का मेगा प्लान, अब इन शहरों में भी दौड़ती नजर आएंगी मेट्रो

UP Metro : योगी सरकार की ओर से सड़को के विकास के बाद पर्यावरण अनुकूल सफर के लिए मेगा प्लान तैयार कर रही है। वैसे तो यूपी के कई शहरों में मेट्रो दौड़ती नजर आती है, लेकिन अब यूपी के अन्य शहरों में भी मेट्रो का विस्तारीकरण किया जाना है। इन शहरों में नए मेट्रो (UP Metro Updates) के परिचालन से सार्वजनिक परिवहन में नई क्रांति आ जाएगी। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
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UP Metro : योगी सरकार का मेगा प्लान, अब इन शहरों में भी दौड़ती नजर आएंगी मेट्रो

HR Breaking News (UP Metro) यूपी की योगी सरकार प्रदेश में मेट्रो रेल प्लान को लेकर अब सख्य रवैया अपना रही है, ताकि लोगों को जाम से छुटकारा मिल सकें और उनका सफर सुगम हो सकें। अब यूपी के जिन शहरों में मेट्रो नहीं थी, अब उन्में भी मेट्रो (Up metro expansion) दौड़ती नजर आने वाली है, जिसके लिए योगी सरकार ने मेगा प्लान तैयार कर लिया है। आइए खबर में जानते हैं कि किन शहरों में मेट्रो का विस्तार किया जाएगा।

 

 

किन शहरों में होगा मेट्रो का विस्तार


वैसे तो यूपी के नोएडा, लखनऊ, कानपुर व आगरा जैसे शहरों में पहले से ही मेट्रो दौड़ रही है, लेकिन अब इसके बाद योगी सरकार (yogi government) की ओर से गोरखपुर, बरेली, सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद,झांसी, अयोध्या, मथुरा-वृन्दावन और अलीगढ़ जैसे शहरों में मेट्रो चलाने का प्लान है। बता दें कि योगी सरकार का यह प्लान विकसित भारत 2047 की वर्कशॉप में रखा गया है, जिसमें यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन (UP Metro Rail Corporation) ने अपना टारगेट रखा है। अनुमान के मुताबिक अगले 20 सालों में इन शहरों में 50-50 किमी मेट्रो रूट का विस्तार किया जा सकता है, जो कुल 1575 किमी हो जाएगा।

790 किमी मेट्रो ट्रैक बनाने का मकसद 


बता दें कि यूपी की योगी सरकार (Yogi government of UP)  के इस कदम से प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन को नई दिशा मिलेगी। बता दें कि इसमे लखनऊ मेट्रो का विस्तार 225 किमी तक किए जाने का प्लान है। यूपी के कानपूर में मेट्रो नेटवर्क 200 किमी का है। ठीक ऐसे ही नोएडा,ग्रेटर नोएडा, वाराणसी और प्रयागराज में 150 किमी लबे मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण (Construction of Metro Corridor) किया जाएगा और इसके साथ ही बाकी शहरों जैसे बरेली सहारनपुर में भी 50-50 किमी मेट्रो लाइन का विस्तार किया जाने का प्लान है। यही नहीं वर्कशॉप में 2035 तक 790 किमी मेट्रो ट्रैक बनाने का मकसद रखा गया है। इस प्रोजेक्ट में हर साल लगभग 1527 करोड़ रूपए का इन्वेस्टमेंट चाहिए होगा।

आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो का ट्रायल 


वैसे तो अभी यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन (UP Metro Rail Corporation) काफी मुनाफे में चल रहा है। यूपी मेट्रो देश में लागत और उसके अनुपात के मामले में काफी आगे हो गया है और खासतौर पर टियर-2 शहरों में लागत और उसके अनुपात के मामले में प्रदेश काफी आगे निकल गया है।  वर्कशॉप में यह क्लियर किया गया है कि प्रदेश के कानपुर में आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो का ट्रायल 26 जनवरी से शुरू कर दिया जाएगा। जिससे यात्रियों को अब मोतीझील पर ट्रेन बदलने की कोई जरूरत नहीं होगी और ट्रेन के वेटिंग टाइम भी 15 मिनट कम होकर 5 मिनट रह जाएगा।