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UP News : उत्तर प्रदेश में मास्टर प्लान 2031 तैयार, बसाए जाएंगे 2 नए शहर, जमीन अधिग्रहण शुरू

New City In UP : उत्तर प्रदेश में प्रगति कार्य लगातार बढ़ता चला जा रहा है। यहां पर कई नए शहरों को निर्माण हो चुका है। वहीं कुछ और बड़े और नए शहरों का निर्माण फिलहाल अभी प्रगति पर है। हाल ही में उत्तर प्रदेश (UP New City) सरकार ने एक और बड़ा ऐलान किया है। यूपी में 2 नए शहर बसाए जाने वाले हैं। ये शहर 2031 तक तैयार हो जाएगा। इसके अलावा शहर को बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण भी शुरू हो गया है।

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UP News : उत्तर प्रदेश में मास्टर प्लान 2031 तैयार, बसाए जाएंगे 2 नए शहर, जमीन अधिग्रहण शुरू

HR Breaking News - (City in UP)। हाल ही में योगी सरकार ने एक बड़ा अपडेट जारी किया है। सरकार ने अपडेट जारी करते हुए यूपी में दो नए शहर के निर्माण को लेकर ऐलान किया है। इसकी वजह से यूपी (UP Goverment latest Update) के राज्यवासियों को काफी लाभ होने वाला है। इन शहरों को हाईटेक सिटी की तर्ज पर बसाया जाएगा। इन शहरों में आधुनिक तरीके से घरों को डेवलप किया जाएगा। शहर की हर कलोनी में लोगो को दुकानों से लेकर मॉल तक की सुविधा मिलेगी। 

 

 

बता दें कि यमुना प्राधिकरण अलीगढ़ व मथुरा जिले में इन शहरों को विकसित किया जाएगा। योगी सरकार ने यीडा को फेज दो मास्टर प्लान (UP Goverment Master Plan) 2031 तक पूरा करने का आदेश दिया है। फेज दो में शामिल हेरिटेज सिटी व अलीगढ़ जिले में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क परियोजना को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। दोनों परियोजना नए शहर का हिस्सा हैं।

योगी सरकार ने दी मंजूरी-

यीडा ने 2012 फेज दो मास्टर प्लान को प्रदेश सरकार (UP Goverment Update) की मंजूरी के लिए भेजा दिया था, हालांकि आपत्ति और संशोधनों को लेकर मास्टर प्लान 13 वर्षों तक फंसा रहने वाला है। इस दौरान 2017 में भाजपा सरकार बनने पर मास्टर प्लान को स्वीकृति मिलने का इंतजार किए बगैर हेरिटेज सिटी और मल्टी मॉडल लाजिस्टिक पार्क (Multi Modal Logistics Park) परियोजना पर काम शुरू करने का फैसला लिया था। हालांकि अब फेज दो मास्टर प्लान को भी प्रदेश सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।

इतनी जमीन नी बनेगा नया शहर-

फेज दो में दो शहर बनाए जाने वाले हैं। इसमें एक शहर मथुरा जिले में यीडा (YEIDA New Project) के अधिसूचित क्षेत्र में 11653.76 हैक्टर में राया अर्बन सेंटर विकसित होने वाला है। इसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाने वाला है। यमुना नदी के किनारे रिवर फ्रंट के अलावा थीम पार्क, साइंटिफिक पार्क, (Scientific Park) एक्सपो मार्ट, एम्यूजमेंट पार्क, रिक्रिएशनल ग्रीन, गोल्फ कोर्स, चिल्ड्रन पार्क आदि विकसित होने वाला है। कुल क्षेत्र का 19.02 प्रतिशत यानी 2216.25 हैक्टर जमीन आवासीय उपयोग (Property For Resdencial perpose) के लिए रहेगा। पर्यटन के लिए 1520.51 हैक्टर जमीन को आरक्षित किया जाने वाला है। 


अर्बन सेंटर में होंगे ये इंतजाम-


हरित क्षेत्र में 1800 हैक्टर से अधिक व रिवर फ्रंट के लिए 505.65 हैक्टर क्षेत्र को आरक्षित किया जाने वाला है। इसके अलावा उद्योग व मिश्रित उपयोग श्रेणी के लिए 1154.90 हैक्टर क्षेत्र को आरक्षित किया जाने वाला है। राया अर्बन सेंटर (Raya Urban Center) में आवासीय के अलावा कामर्शियल, उद्योग, ऑफिस, सुविधाएं, ट्रांसपोर्ट, रिक्रिएशनल, मिश्रित उपयोग, पर्यटन, संस्थागत, पार्क एवं प्ले ग्राउंड, ग्रीन बेल्ट, रिवर फ्रंट आदि विकसित किए जाने वाले हैं। इसके साथ ही मौजूद जल संरचनाओं को संरक्षित किया जाएगा।


टप्पल बाजना अर्बन सेंटर होगा विकसित- 


अलीगढ़ जिले में यीडा (YEIDA Master Plan) के अधिसूचित क्षेत्र में टप्पल बाजना अर्बन सेंटर विकसित किया जाने वाला है। इसमें 2118.3 हैक्टर क्षेत्र आवासीय रहने वाला है, जोकि कुल क्षेत्रफल का 19.1 प्रतिशत है। इसके अलावा आबादी के लिए 455.3 हैक्टर, उद्योग के लिए 1794.4 हैक्टर, मिश्रित उपयोग के लिए 1608.3 हैक्टर, ट्रांसपोर्ट के लिए 1484.9 हैक्टर, रिक्रिएशनल 1751.5 हैक्टर में होगा। प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) ने इस मास्टर प्लान को 12.75 लाख की आबादी के ध्यान में रखते हुए तैयार किया है।


अतिक्रमण पर लगेगा रोक-


मास्टर प्लान को स्वीकृति मिलने के साथ ही फेज दो में होने वाले अवैध निर्माण पर रोक लगाने की प्रभावी कार्रवाई संभव रहने वाली है। मास्टर प्लान (New Hightech city in UP) में आने वाले क्षेत्र में अवैध निर्माण करने वालों को नोटिस जारी कर प्राधिकरण निर्माण कार्य को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा सकती है। नियोजित विकास में किसी तरह की बाधा न होने वाली है। अभी अलीगढ़ और मथुरा (Aligarh to Mathura Distance) दोनों ही जिलों में अधिसूचित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण होने वाला है।

हेरिटेज सिटी परियोजना में होगा बदलाव-

इस वजह से प्राधिकरण को हेरिटेज सिटी परियोजना (Heritage City Project) में भी बदलाव करना पड़ रहा है। वहीं मास्टर प्लान मंजूरी के बाद प्राधिकरण नियोजित सेक्टरों के विकास के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई को शुरू किया जा सकता है। टप्पल में मल्टी माडल लाजिस्टिक पार्क (City Project in UP) के लिए पहले ही 250 एकड़ जमीन अधिग्रहण के प्रस्ताव पर कार्रवाई जारी रही है। हेरिटेज सिटी परियोजना के लिए भी करीब 750 एकड़ जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होने वाला है।