UP News : जनवरी से नहीं मिलेगा 8वें पे कमीशन का फायदा, यहां फंसा सैलरी हाइक का पेंच
HR Breaking News : (UP News) सातवें वेतन आयोग का कार्यकाल दिसंबर 2025 में समाप्त होने वाला है, उसके बाद आठवां वेतन आयोग जनवरी 2026 से लागू होना है, लेकिन अभी तक आयोग का गठन नहीं हुआ है। आठवें वेतन आयोग के लागू होने का कर्मचारियों में इंतजार बना हुआ था, क्योंकि नए वेतन आयोग (8th Pay Commission 2025) के लागू होते ही कर्मचारियों की सैलरी में बंपर उछाल देखने को मिलेगा, लेकिन आठवें वेतन आयोग के लागू करने में इसके प्रोसेस पर पेंच फंसा हुआ है।
कर्मचारियों के बीच बढ़ रही चिंताए
समय बीतने के साथ ही नए वेतन आयोग के तहत वेतन और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी की सिफारिश करेगा, इस बात को लेकर कर्मचारियों में चर्चा हो रही है और अब कर्मचारियों के बीच इसके अमल में देरी (8th pay commission delay) होने की आशंका भी जोर पकड़ने लगी है। वैसे तो आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की सिफारिशें जनवरी 2026 से लागू होनी हैं, लेकिन अब तक सरकार ने इसका गठन ही नहीं किया है।
सिफारिशें देने में लगता है इतना वक्त
वर्तमान में चल रहे सातवें वेतन आयोग (seventh pay commission) की सिफारिशें जनवरी 2016 में लागू की गई थीं। उस आयोग का गठन फरवरी 2014 में किया गया था और इसके लिए 19 नवंबर 2015 को अपनी रिपोर्ट दे दी गई थी। लेकिन इस बार 3 महीने रहने के बावजूद भी अब तक न तो आयोग का गठन हुआ है, न ही उसके टर्म्स ऑफ रेफरेंस (Terms of Reference) को निर्धारित किए हैं।
कब तक लागू होगा आठवां वेतन आयोग
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि आठवें वेतन आयोग (8th cpc updates) पर चर्चा तो चल रही है, लेकिन इसकी धीमी गति को देखते हुए यही लग रहा है कि 1 जनवरी 2026 से इसे लागू करना संभव नहीं दिख रहा है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में अगर आयोग के गठन और उसके टर्म्स ऑफ रेफरेंस का ऐलान होता भी है तो पेटर्न के हिसाब से हर आयोग को अपनी सिफारिशें देने में डेढ़ से 2 साल का समय लगा ही है। अगर आठवें वेतन आयोग की भी ऐसी ही गति रहती है (8th pay commission delay) तो उसकी सिफारिशें 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत में लागू होने की संभावना है।
कैसे केलकुलेट होती है कर्मचारियों की सैलरी
कर्मचारियों की सैलरी संशोधन में सबसे अहम भूमिका फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor Hike) की होती है। जैसे की अगर किसी कर्मचारी के पुराने बेसिक वेतन को फिटमेंट फैक्टर से गुणा कर दिया जाए तो इससे नया बेसिक वेतन निकलता है। वर्तमान में चल रहे सातवें वेतन आयोग ने फिटमेंट फैक्टर 2.57 तय किया था। तो उस समय में कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन (minimum wage of employees) 7000 से बढ़कर 18000 रुपए हो गया था।
कितना हो सकता है फिटमेंट फैक्टर
कर्मचारी संगठनों तथा अन्य विशेषज्ञों का कहना है कि आठवें वेतन आयोग (8th cpc updates) में भी फिटमेंट फैक्टर 2.5 से 2.86 के बीच हो सकता है। इस हिसाब से देखें तो न्यूनतम वेतन 40 हजार से 45 हजार रुपए के बीच होगा। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 तय होता है तो इससे यूपी कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 51 हजार रुपए हो जाएगा। इससे पहले छठे वेतन आयोग के समय फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor Hike Updates) 1.86 तय किया गया था, जिससे बेसिक वेतन 2,750 रुपये से बढ़कर 7,000 रुपये हो गया था।
