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UP News : उत्तर प्रदेश में बनाया जाएगा मेट्रो का सबसे छोटा रूट, यहां भी दौड़ेगी मेट्रो

UP Metro News :उत्तर प्रदेश में मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है। मेट्रो के विस्तार के दौरान उत्तर प्रदेश में एक और मेट्रो का रूट फाइनल हो गया है। मेट्रो का सबसे छोटा रूट यह होगा। इससे लाखों लोगों को फायदा होगा। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की ओर से लगातार डेवलपमेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है। 

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उत्तर प्रदेश में बनाया जाएगा मेट्रो का सबसे छोटा रूट, यहां भी दौड़ेगी मेट्रो

HR Breaking News (New Metro Route in UP) उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बार फिर से मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है। नोएडा मेट्रो का विस्तार होने से प्रदेश में बड़ा लाभ होगा। यहां पर एक बड़ा टर्मिनल स्टेशन बनाया जाएगा। 

 


3 एजेंसियां करेंगी सर्वे


नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (NMRC) के अधिकारियों ने बताया है कि बोड़ाकी एक बड़ा टर्मिनल स्टेशन बनेगा। मेट्रो रूट के प्रारूप का सर्वे किया जाएगा। इसके लिए तीन एजंसियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। 

 

इस महीने के अंत में काम होगा शुरू


नोएडा में मेट्रो (Noida Metro News) के नए विस्तार कार्य के लिए विस्तृत डिजाइन सर्वे का काम किया जाएगा। इस महीने के अंत तक सर्वे का काम किया जाएगा। नोएडा मेट्रो (Noida News) की सबसे छोटी लाइन के बनाई जाएगी। इसका विस्तृत डिजाइन सर्वे महीने के अंत तक शुरू होने की तैयारी है। केवल 2 स्टेशन और 2.6 किलोमीटर लंबी इस लाइन को 3 साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है।


दो सप्ताह में होगा एजेंसी का चयन


नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन के अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि बोड़ाकी एक बड़ा टर्मिनल स्टेशन (Terminal Station Noida) बनेगा। मेट्रो रूट के इस  प्रारूप का सर्वे करने के लिए 3 एजंसियों ने आवेदन किया है। जो भी मानक रखे गए हैं, उन्हीं के अनुसार इसके लिए सर्वे कंपनी का चयन किया जाएगा। इसके लिए ऐजंसी परियोजना की अनुमानित लागत, मेट्रो स्टेशन और खंबों की विस्तृत डिजाइन समेत अन्य निर्माण संबंधी कार्यों का विस्तार से उल्लेख करेगी। 2 सप्ताह में एजेंसी का चयन किया जाएगा। 


विभाग की ओर से मांगी गई पेड़ों को स्थानांतरित करने की अनुमति


इस मेट्रो लाइन (New Metro Line) की शुरुआत ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से शुरू होगी। इसके बाद जुनपत और बोड़ाकी, दो स्टेशन बनाए जाएंगे। लाइन के मध्य में जो सड़क, अंडरपास, फ्लाईओवर, बिजली- सीवर की लाइन आएगी, उनका अध्ययन किया जाएगा। इस परियोजना के दायरे में आने वाले 250 पेड़ों को स्थानांतरित करने के लिए प्रभागीय वन विभाग से अनुमति मांगी गई है। अप्रैल 2029 तक इस लाइन पर मेट्रो दौड़ाने की तैयारी है।