home page

UP Railway : कानपुर सेंट्रल के बाद यूपी के इस स्टेशन पर रूकेंगी सभी राजधानी एक्सप्रेस

UP Railway : एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि अब  कानपुर सेंट्रल के बाद यूपी के इस स्टेशन पर रूकेंगे सभी राजधानी एक्सप्रेस। आइए नीचे खबर में जाने इस अपडेट से जुड़ी पूरी डिटेल...

 | 
UP Railway : कानपुर सेंट्रल के बाद यूपी के इस स्टेशन पर रूकेंगी सभी राजधानी एक्सप्रेस

HR Breaking News, Digital Desk- कानपुर सेंट्रल के बाद प्रयागराज जंक्शन उत्तर मध्य रेलवे का ऐसा दूसरा स्टेशन बनने जा रहा है जहां सभी राजधानी का ठहराव रहेगा। सबकुछ ठीक रहा तो इसी वित्तीय वर्ष प्रयागराज जंक्शन पर सभी राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव शुरू हो जाएगा। इतना ही नहीं प्रयागराज एवं छिवकी होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों में इमरजेंसी कोटा भी बढ़ेगा।

वर्तमान समय प्रयागराज जंक्शन पर हावड़ा-नई दिल्ली, राजेंद्र नगर-नई दिल्ली, रांची-नई दिल्ली, भुवनेश्वर-नई दिल्ली एवं डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का ही ठहराव है, जबकि यहां सियालदाह-नई दिल्ली, अगरतला-नई दिल्ली एवं रांची-नई दिल्ली (गाड़ी संख्या 20839) समेत 14 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव नहीं है। यूपी का प्रमुख रेलवे स्टेशन होने के बावजूद यहां 14 जोड़ी ट्रेनों का ठहराव न होने की खबर पिछले माह ही अमर उजाला ने प्रकाशित की।

खबर प्रकाशित होने के बाद ही सांसद फूलपुर केशरी देवी पटेल ने एनसीआर जीएम सतीश कुमार को पत्र भेजकर इन सभी ट्रेनों का ठहराव प्रयागराज जंक्शन में किए जाने को कहा। यह भी कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने वाला है। इसलिए यहां सभी यात्री ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया जाए। शुक्रवार 30 जून को जीएम एनसीआर के साथ प्रयागराज मंडल के सांसदों की बैठक में भी उन्होंने यह मुद्दा उठाया।

फिलहाल एनसीआर प्रशासन ने 12313/12314 सियालदाह राजधानी, 20501/20502 अगरतला राजधानी और 20839/20840 का प्रयागराज जंक्शन पर ठहराव करने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजने की बात की है। बताया जा रहा है कि इसी वित्तीय वर्ष इन ट्रेनों का ठहराव प्रयागराज जंक्शन में हो जाएगा।


इसके अलावा 11061 पवन एक्सप्रेस, 15160 सारनाथ एक्सप्रेस, 12562 स्वतंत्रता सेनानी, 14006 लिच्छवी एक्सप्रेस में आपातकालीन कोटा बढ़ाने का पत्र संबंधित क्षेत्रीय रेलवे को भेजा गया है। इस बारे में एनसीआर के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय का कहना है कि सांसदों के जो सुझाव मिले हैं उसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा जा रहा है।