Uttar pradesh : 20 बार बदला गया यूपी के इस शहर का नाम, अब इस नाम से फेमस
UP News : उत्तर प्रदेश दुनिया भर में अपनी कई चीजों को लेकर फेमस है। योगी सरकार द्वारा प्रदेश में कई ऐसे काम किए गए हैं, जिनकी वजह से यूपी को पूरे भारत में जाना जाता है। अक्सर प्रेदश (Uttar pradesh News) में शहरों के नाम बदले जाने की खबरें तो सामने आती ही रहती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूपी के एक शहर का 20 बार नाम बदला जा चुका है। क्या आप इस शहर का नाम जानते हैं। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से -
HR Breaking News - (UP Fact News)। यूपी तेजी से विकसित होता हुआ राज्य है। उत्तर प्रदेश को औद्योगिक राजधानी भी कहा जाता है। योगी सरकार ने कई बड़े प्रोजेक्ट को साकार किया है जिनकी वजह से उत्तर प्रदेश के विकास को पंख लग गए हैं।
यूपी में नए नए एक्सप्रेसवे (new expressways) और हाईटेक सुविधाओं से लैस शहर बनाए जा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के कई शहरों में प्रॉपर्टी रेट (property rate) इतने बढ़े हैं कि वह पॉश इलाके बन गए हैं। यूपी में कई ऐसी चीजें हैं जिनकी वजह से यूपी दुनिया भर में चर्चित है। एक ऐसी ही चर्चा ये भी है कि यूपी के एक शहर का 20 बार नाम बदला जा चुका है।
ये है यूपी का सबसे पुराना शहर -
यूपी का कानपुर (old name of Kanpur) जिला सबसे पुराने महानगरों में से एक है। इस जिले का इतिहास लगभग 222 साल पुराना है। हालांकि कानपुर की राजकीय स्थापना 24 मार्च 1803 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने की थी। यह दिन कानपुर (Kanpur News) के आधुनिक रूप की शुरुआत माना जाता है।
20 बार बदला जा चुका यूपी के इस शहर का नाम -
कहा जाता है कि कानपुर (Kanpur Facts) की राजकीय स्थापना से पहले भी यह क्षेत्र बसा हुआ था और समय के साथ इस शहर के नाम में बदलाव होता रहा है। इतिहासकारों का कहना है कि कानपुर का नाम अबतक 20 बार बदला जा चुका है।
कान्हापुर से कानपुर तक सफर
एक मीडिया रिपोर्ट में पता चला है कि सबसे पहले साल 1770 में गेब्रियल हॉपर (Grebial Hoper) ने कानपुर को कान्हापुर (old name of Kanpur) कहा था। आज भी यह नाम ऐतिहासिक दस्तावेजों में दर्ज मिलता है। आधिकारिक रूप से साल 1948 में इस शहर को कानपुर नाम दिया गया। इससे पहले यह शहर कन्हापुर, करनपुर, कन्हैयापुर के नाम से जाना जाता था।
कभी जगलों के बीच बसा था यह शहर -
ऐतिहासिक दस्तावेजों से पता चलता है कि कानपुर का जाजमऊ से बिठूर (Jajmau to Bithoor Distance) तक इलाका घनों जंगलों से गिरा होता था। इस बीच गंगा किनारे एक मौजा था। यह इलाका प्राकृतिक रूप से समृद्ध और शांत था, जिसे किसी बस्ती के लिए उचित माना गया।हालांकि, आज के समय में यह बहुत डेवलेप हो चुका है। यहां पर कई गगन चुमती इमारतें हैं जो आधुनिक दौर की याद दिलाती हैं।
राजा हिंदू सिंह ने बसाई बस्ती
इतिहासकारों के मुताबिक सचेंडी के राजा हिंदू सिंह एक दिन अष्टमी के दिन यहां गंगा स्नान के लिए आए। उन्होंने इस इलाके (Kanpur News latest) को देखा और यह इलाका उन्हें काफी ज्यादा पसंद आया और उन्होंने यहां एक नई बस्ती बसाने के बारे में सोचा। उनके मंत्रियों और गुरु ने इस विचार को सराहा और इसे उत्तम बताया।
कैसे हुई कन्हापुर नाम की शुरुआत?
इस बस्ती की नींव कन्हैया अष्टमी के दिन रखी गई, इस कारण इस जगह का नाम कन्हापुर पड़ा। यह नाम कालांतर में बदलते-बदलते कानपुर (Kanpur News) बन गया। राजा हिंदू सिंह ने रमईपुर के राजा घनश्याम सिंह चौहान को इस शहर को बसाने का जिम्मा दिया था। इस नए नगर में ब्राह्मण, ठाकुर, दर्जी, मल्लाह और अन्य जातियों के लोग रहने लगे। धीरे-धीरे यहां सामाजिक और व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ने लगीं और कानपुर एक उभरता हुआ नगर बन गया। आज कानपुर तेजी से विकसित हो रहा है और यहां पर काफी ज्यादा डेवलपमेंट हो चुका है।
