Rapid Rail और Metro में क्या होता है अंतर, अधिकतर को नहीं है इसका पता

HR Breaking News (ब्यूरो) : दिल्ली से मेरठ के लिए चलने वाली रैपिड रेल (Rapid Rail) का अधिकतर काम पूरा कर लिया गया है. जल्दी ही इसे आम जनों के लिए खोल दिया जाएगा. आपको बता दें कि आरआरटीएस (RRTS) तेजी से नेशनल कैपिटल दिल्ली (National Capital Delhi) के इर्द-गिर्द अपना जाल फैला रहा है.
इससे उन यात्रियों को फायदा मिलेगा जो दिल्ली से सटे अन्य जिलों में रहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली से मेरठ के लिए चलने वाली रैपिड रेल को आने वाले कुछ महीनों के अंदर शुरू किया जा सकता है लेकिन जब कई लोगों से यह सवाल किया जाता है कि रैपिड रेल और मेट्रो (difference between Rapid Rail and Metro) में क्या फर्क है तो उनके पास इसका सही जवाब नहीं होता है.
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रैपिड ट्रेन और मेट्रो में क्या है फर्क
रैपिड रेल और मेट्रो देखने में लगभग एक जैसे दिखाई देते हैं लेकिन इन दोनों में बहुत बड़ा फर्क है. इनमें पहला फर्क स्पीड का है. दिल्ली मेट्रो अधिकतम करीब 80 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलती है, वहीं रैपिड रेल की अधिकतम स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच है.
इसके ऑपरेशनल स्पीड की बात करें तो यह करीब 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. दिल्ली मेट्रो में आपको कई स्टॉपेज मिलते हैं लेकिन रैपिड रेल में ऐसा नहीं होगा क्योंकि हाई स्पीड ट्रेन है जिसकी वजह से इसके स्टॉपेज भी काफी दूर-दूर बनाए गए हैं.
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क्या होगा फायदा?
आपको बता दें कि रैपिड रेल के आने से उन यात्रियों को ज्यादा लाभ होगा जो मेरठ से दिल्ली की यात्रा लगभग हर रोज करते हैं. रोड से यात्रा करने की अपेक्षा रैपिड रेल में कम समय लगेगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 60 मिनट के अंदर आप इसकी मदद से दिल्ली से मेरठ पहुंच सकते हैं. संभावना जताई जा रही है कि साल 2023 के अंदर दिल्ली-मेरठ रूट को शुरू किया जा सकता है.