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Cheque Bounce होने पर कौन सी लगती है धारा, इतना चुकाना होगा जुर्माना, सजा का भी प्रावधान, जान लें नियम

Cheque Bounce Rule : आज के डिजिटल पेमेंट के इस दौर में भी कुछ लोग चेक से पेमेंट करना पसंद करते हैं। चेक से  पेमेंट करने के दौरान आपको कई तरह की मुश्किलों का भी सामना करना पड़ सकता है। चेक बाउंस (Cheque Bounce Update) होने पर कानून के तरह कई तरह के नियम बनाएं गए है। इसके अलावा इसमें सजा के भी प्रावधान को बनाया गया है। आइए विस्तार से जानते हैं इससे जुड़े नियम।
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Cheque Bounce होने पर कौन सी लगती है धारा, इतना चुकाना होगा जुर्माना, सजा का भी प्रावधान, जान लें नियम

HR Breaking News - (Cheque Bounce)। सरकार ने चेक बाउंस की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए नियम सख्‍त कर दिए हैं। अब लगातार तीन बार चेक बाउंस होने पर चेक जारी करने वाले का बैंक खाता फ्रीज कर दिया जाएगा। 


इसके अलावा अगर लगातार चेक बाउंस (Cheque Bounce Rules) होता है तो इस स्थिति में कानूनी कार्रवाई के अलावा सजा के भी प्रावधान बनाएं गए हैं, जिनके बारे में जानकारी होनी काफी ज्यादा जरूरी है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से चेक बाउंस होने से जुड़ी कुछ जरूरी डिटेल्स बताने जा रहे हैं।

पहले चेक बाउंस होने को लेकर ये हैं नियम-

पहले चेक बाउंस की शिकायत दर्ज कराने के लिए सिर्फ एक महीने को अपनी बात रखने का और ज्यादा समय मिलेगा, जिससे न्यायिक (Legal action on Cheque Bounce) प्रका ही वक्त दिया जाता था। इस समय को अब बढ़ाकर अब तीन महीने तक कर दिया गया है। इसकी वजह से शिकायतकर्ता क्रिया अधिक न्यायपूर्ण बन सकता है।

ऑनलाइन दर्ज की जा सकती है शिकायत-

सिर्फ इतना ही नहीं, कोर्ट में चल रहे चेक बाउंस के मामलों की सुनवाई की प्रक्रिया को तेज करने के लिए मद्रास हाईकोर्ट ने विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। अब आप चेक बाउंस (Cheque Bounce news) की शिकायत ऑनलाइन दर्ज करा सकते हैं। इसके साथ ही डिजिटल सबूतों को भी कोर्ट में मान्यता दी जाती है। यह सुविधा खासतौर पर उन लोगों के लाभकारी हो सकती है जो समय की कमी या दूरदराज रहने की वजह से पहले शिकायत (Punishment on Cheque Bounce) दर्ज नहीं कर पाते थे।

जानिये चेक से जुड़े नए नियमों के बारे में पूरी डिटेल-

नए नियमों के मुताबिक अब सभी बैंकों (Latest Banking Update) के लिए समान प्रक्रिया को ही लागू किया जाने वाला है। चाहे चेक किसी भी बैंक का हो, कार्रवाई एक जैसी और सख्त ही होने वाली है। सिर्फ इतना ही नहीं, बैंक को 24 घंटे के भीतर खाताधारक और चेक (Cheque transaction rules) प्राप्तकर्ता दोनों को SMS और ईमेल के जरिए सूचना देनी काफी ज्यादा जरूरी रहने वाली है। इसमें चेक बाउंस होने की साफ वजह भी बताई जा रही है।

इतनी बार चेक बाउंस होने पर खाता हो जाएगा फ्रीज-

अगर किसी व्यक्ति का चेक लगातार तीन बार बाउंस (Cheque Bounce) हो जाता है। तो संबंधित बैंक उसका खाता अस्थायी रूप से फ्रीज कर सकता है। यह फैसला लेन-देन की व्यवस्था में अनुशासन को बनाए रखने के लिए उठाया जा रहा है।


चेक बाउंस होने से करें बचाव-


खाते में पर्याप्त बैलेंस मेंटेन करें।
चेक पर तारीख और नाम को सही से भरें।
सिर्फ ब्लैक या ब्लू इंक का यूज करें।
फटे या जर्जर चेक का यूज न करें।
चेक को ‘Account Payee’ जरूर बनाएं।
बैंक स्टेटमेंट नियमित चेक करते रहें।
भुगतान में देरी हो, तो सामने वाले को पहले से जानकारी करें।

कानूनी सजा को लेकर ये है प्रावधान-

जानकारी के लिए बता दें कि नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 (Punishment on Cheque Bounce) के तहत चेक बाउंस होना एक आपराधिक अपराध माना जाता है। इसके अंतर्गत दोषी को दो साल तक की जेल, चेक राशि के दोगुने तक जुर्माना, कोर्ट फीस और वकील का खर्च भरना पड़ सकता है। इसके साथ ही, बैंक (latest banking Update) द्वारा 100 रुपये से 750 रुपये तक का जुर्माना भी वसूल किया जा सकता है।

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